हाइलाइट्स :
साल 2022 में किया गया था Agni-5 मिसाइल का सफल परीक्षण।
स्वदेशी रूप से DRDO द्वारा विकसित की गई है Agni-5 मिसाइल।
Mission Divyastra : नई दिल्ली। स्वदेशी रूप से विकसित Agni-5 मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण कर लिया गया है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने एक्स पर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। प्रधानमंत्री मोदी ने Agni-5 मिसाइल के उड़ान परीक्षण की जानकारी देते हुए कहा कि, मिशन दिव्यास्त्र के लिए हमारे डीआरडीओ (DRDO) वैज्ञानिकों पर गर्व है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि, मिशन दिव्यास्त्र (Mission Divyastra) मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (MIRV) तकनीक के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि -5 मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण के लिए हमारे डीआरडीओ (DRDO) वैज्ञानिकों पर गर्व है।
साल 2022 में Agni-5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था। उस समय Agni-5 मिसाइल ने 55 सौ किलोमीटर दूर स्थित टारगेट को धवस्त कर दिया था। यह मिसाइल पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से निर्मित है। इसे DRDO और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (Bharat Dynamics Limited) ने मिलकर बनाया है। भारत के लिए सीमा सुरक्षा की दृष्टि से यह काफी महत्वपूर्ण है।
Agni-5 मिसाइल की विशेषता :
Agni-5 मिसाइल का कुल वजन 50 हजार किलो है। इसकी लम्बाई 17.5 मीटर है। इस मिसाइल से अपने साथ 1500 किलो का परमाणु हथियार ले जाया जा सकता है। स्वदेशी तकनीक से निर्मित इस मिसाइल को मोबाइल लॉन्चर से ऑपरेट करने में सक्षम बनाया गया है। यह मिसाइल चीन के बीजिंग, हांगकांग, ग्वांगझाउ और शंघाई तक निशाना साध सकती है।
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