अनोखा उम्मीदवार, जो चाहता है सिर्फ हारना, अब तक वाजपेयी, आडवाणी, करुणानिधि और जयललिता के सामने लड़ा चुनाव

पिछले चुनावों में उन्हें अधिकतम 6000 वोट मिले हैं। इतने अधिक चुनाव लड़ने के लिए उन्हें इलेक्शन किंग भी कहा जाता है।
K. Padmarajan - लोकसभा चुनाव में अनोखा उम्मीदवार
K. Padmarajan - लोकसभा चुनाव में अनोखा उम्मीदवारRaj Express
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हाइलाइट्स :

  • चुनाव में अब तक खर्च किये एक करोड़ रुपए।

  • 2017 में लड़ा था राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव।

दिल्ली। चुनाव जीतने के लिए उम्मीदवार क्या कुछ नहीं करते। साम - दाम - दंड - भेद सभी तरीके अपनाए जाते हैं। यहां तक की चुनावी जीत के लिए मारपीट और हत्या भी हो जाती है। शायद ही दुनिया में कोई ऐसा उम्मीदवार होगा जो चुनाव जीतना न चाहता हो लेकिन एक उम्मीदवार ने इस धारणा को तोड़ा है। इस उम्मीदवार का नाम है के.पद्मराजन...। इन्होंने धर्मपुरी सीट से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र भरा है। इस अनोखे उम्मीदवार की चाहत है सिर्फ चुनाव हारना। के.पद्मराजन (K. Padmarajan) अब तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी, करुणानिधि और जयललिता सहित अन्य बड़े नेताओं के सामने चुनाव लड़ चुके हैं।

65 वर्षीय के.पद्मराजन (K. Padmarajan) ने अब तक 238 चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरा है। हाल ही में उन्होंने 239वें चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया है। पिछले 238 चुनाव में एक बार भी वे नहीं जीते हैं। उनका कहना है कि, 'मैं चुनाव जीतना नहीं, केवल हारना चाहता हूं।' पिछले चुनावों में उन्हें अधिकतम 6000 वोट मिले हैं। इतने अधिक चुनाव लड़ने के लिए उन्हें इलेक्शन किंग भी कहा जाता है।

विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए चुनाव :

के.पद्मराजन वार्ड पार्षद से लेकर राष्ट्रपति चुनाव तक लड़ चुके हैं। उन्होंने इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भी नामांकन फॉर्म भरा है। के.पद्मराजन का कहना है कि, 'वे चुनाव विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए लड़ रहे हैं।' हर बार हारने के बाद भी वे कभी विचलित नहीं हुए। अपने जूनून के चलते के.पद्मराजन का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और दिल्ली बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सबसे ज्यादा बार चुनाव हारने वाले उम्मीदवार के रूप में दर्ज हो गया है। अब उन्हें उस दिन का इंतजार है जब उनका नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो जाएगा।

अब तक खर्च किए एक करोड़ रुपये :

सबसे ज्यादा बार चुनाव हारने का रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले के.पद्मराजन अब तक चुनाव में एक करोड़ रुपए खर्च कर चुके हैं। के.पद्मराजन एक छोटी सी पंचर जोड़ने की दुकान चलाकर गुजारा करते हैं। चुनाव लड़ने के लिए राशि का भुगतान वे इसी दुकान से होने वाली आय से करते हैं। उनका कहना है कि, 'सफलता केवल एक बार अनुभव की जा सकती है जबकि असफलता लगातार बनी रह सकती है।'

इन दिग्गजों के सामने लड़ा चुनाव :

धर्मपुरी लोकसभा सीट से 65 वर्षीय निर्दलीय उम्मीदवार के.पद्मराजन अब तक बड़े - बड़े नेताओं के सामने चुनाव लड़ चुके हैं। के.पद्मराजन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, DMK प्रमुख करुणानिधि, AIADMK प्रमुख जयललिता, बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। 1991 में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के खिलाफ भी चुनाव लड़ा था। साल 2017 में के.पद्मराजन ने राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ा था।

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