नेताओं के भाषण में मंदबुद्धि, गूंगा-बहरा शब्दों के प्रयोग पर रोक, ECI ने PWD के सम्मान में जारी की एडवाइजरी
हाइलाइट्स :
ऐसे शब्दों का उपयोग विकलांग लोगों के अपमान के रूप में समझा जाएगा।
चुनाव आयोग ने दिशानिर्देशों का पालन करने का किया आग्रह।
आयोग ने राजनीतिक दलों से भाषणों कार्यक्रमों को सुलभ बनाने का भी किया आग्रह।
दिल्ली। चुनाव आयोग ने राजनेताओं से सार्वजनिक भाषणों में विकलांग व्यक्तियों (PWD) के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने को कहा है। आयोग का कहना है कि किसी भी राजनीतिक दल के सदस्यों और उनके उम्मीदवारों द्वारा ऐसे शब्दों का इस्तेमाल विकलांग लोगों के अपमान के रूप में समझा जा सकता है। चुनाव आयोग ने एडवाइजरी जारी करते हुए मंदबुद्धि, गूंगा और बहरा जैसे कुछ शब्दों का उदहारण भी दिया है।
विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) की समान भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग के लिए सुलभ और समावेशी चुनाव एक गैर-परक्राम्य आधार रहा है। पहली बार, विकलांग समुदाय के प्रति सम्मान को बढ़ावा देने के लिए, आयोग ने राजनीतिक दलों और उनके प्रतिनिधियों के लिए दिशानिर्देशों का एक सेट जारी किया है। आयोग ने राजनीतिक दलों और उनके उम्मीदवारों से दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है।
हाल ही में, आयोग को विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) के बारे में राजनीतिक भाषणों में अपमानजनक भाषा के उपयोग के बारे में अवगत कराया गया था। किसी भी राजनीतिक दल के सदस्यों या उनके उम्मीदवारों द्वारा भाषण में इस तरह के शब्द का उपयोग दिव्यांगजनों के अपमान के रूप में समझा जा सकता है। भाषा के सामान्य उदाहरण गूंगा (गूंगा), मंदबुद्धि (पागल, सिरफिरा), अंधा (अंधा, काना), बहरा (बेहरा), लंगड़ा (लंगड़ा, लूला, अपाहिज) आदि शब्द हैं। इनके प्रयोग से बचना जरूरी है।
चुनाव आयोग द्वारा दिए गए कुछ प्रमुख दिशा निर्देश :
राजनीतिक दलों और उनके प्रतिनिधियों को किसी भी सार्वजनिक बयान या भाषण के दौरान, विकलांग या दिव्यांगों पर गलत या अपमानजनक संदर्भों का उपयोग नहीं करना चाहिए।
राजनीतिक दल अपने सार्वजनिक भाषणों कार्यक्रमों को सभी नागरिकों के लिए सुलभ बनाएंगे।
सभी राजनीतिक दल विकलांग व्यक्तियों के साथ सुलभ बातचीत की अनुमति देने के लिए अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया सामग्री को डिजिटल रूप से सुलभ बना सकते हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।