दिल्ली में भूकंप से आज फिर थर्राई धरती

दिल्ली में आज फिर भूकंप का झटके महसूस किए गए और रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.1 मापी गई है। इस बार भूकंप का केंद्र हरियाणा के गुरुग्राम में बताया गया है।
दिल्ली में भूकंप से आज फिर थर्राई धरती
दिल्ली में भूकंप से आज फिर थर्राई धरतीPriyanka Sahu -RE
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दिल्‍ली, भारत। देश में एक तरफ कोरोना वायरस की महामारी के कहर से पहले से परेशान है, वहीं दूसरी ओर राष्‍ट्रीय राजधानी में दिल्‍ली की धरती बार-बार भूकंप के झटकों का शिकार हो रही है। यहां आज सोमवार दोपहर को फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।

क्‍या थी भूकंप की तीव्रता?

दिल्‍ली में सोमवार दोपहर को जो भूकंप के झटके महसूस हुए उसकी तीव्रता 2.1 बताई गई है। फिलहाल, किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। वहीं भूकंप का केंद्र हरियाणा के गुरुग्राम में बताया जा रहा है एवं दिल्ली-गुड़गांव बॉर्डर पर भूकंप की गहराई 18 किलोमीटर थी। देखा जाए तो कोरोना काल में दिल्‍ली में पिछले दो महीने से लगातार भूकंप की खबरें हर कभी सामने आ रही हैं।

दो माह में भूकंप से कब-कब थर्राई धरती :

  1. सबसे पहले 12 अप्रैल, 2020 को 3.5 की तीव्रता से भूंकप के झटके महसूस किए गए थे और इस दौरान दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में भूकंप के झटके महसूस किए थे।

  2. इसके बाद 13 अप्रैल, 2020 को 2.7 की तीव्रता से भूकंप के झटके लगे थे, इस दौरान भी भूकंप का केंद्र दिल्ली ही था।

  3. फिर 10 मई, 2020 को 3.5 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

  4. इसके बाद 15 मई, 2020 को 2.215 की तीव्रता से दिल्ली में भूकंप का झटका महसूस किया गया था।

  5. 28 मई, 2020 को फिर दिल्ली में 2.5 की तीव्रता से भूकंप आया था।

  6. फिर इसी के दूसरी दिन 29 मई, 2020 को भी दिल्ली और इसे सटे कई इलाकों में 4.6 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

  7. 3 जून, 2020 को नोएडा में 3.2 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

  8. इसके बाद 8 जून, 2020 को दिल्ली में 2.1 कम तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए।

किसी बड़े भूकंप का संकेत :

वहीं, एक्‍सपर्ट्स का कहना हैं कि, इन्‍हें हल्‍के में नहीं लिया जाना चाहिए। ये किसी बड़े भूकंप का संकेत हो सकते हैं। इसके अलावा भूकंप के दुष्परिणामों को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने दिल्‍ली क्षेत्र की जमीन के नीचे की मिट्टी की जांच करवाकर यह पता किया है कि, इसके कौन से क्षेत्र सबसे ज्‍यादा संवेदनशील हैं।

बता दें कि, जमीन के भीतर की संरचना पर होने वाले अध्‍ययन को भू-वैज्ञानिक सिस्‍मिक माइक्रोजोनेशन कहते हैं। इससे ये जानकारी मिलती है कि, भूकंप के लिहाज से कौन से क्षेत्र सुरक्षित व खतरनाक हैं। वहीं, दिल्ली की रिपोर्ट में बताया गया है कि, घनी आबादी वाले यमुनापार समेत तीन जोन सर्वाधिक खतरनाक हैं।

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