कांग्रेस का आरोप, लोकसभा चुनाव देखकर तय की गई राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तारीख
हाइलाइट्स :
कांग्रेस नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर साधा निशाना।
22 जनवरी को होगा अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन समरोह।
पवन खेड़ा बोले, राजनीतिक दल के नेता धर्म के ठेकेदार बन गए।
नई दिल्ली। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस पहले ही 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार कर चुकी है अब पार्टी के नेताओं ने मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तारीख को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सवाल पूछा है कि, भाजपा ने तारीख तय करने से पहले किस पंचांग का हवाला दिया ?
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भाजपा पर धार्मिक कार्यक्रम का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि, ''प्राण प्रतिष्ठा करने के लिए एक प्रणाली और अनुष्ठानों की आवश्यकता होती है। यदि यह आयोजन धार्मिक है, तो क्या यह चार पीठों के शंकराचार्यों के मार्गदर्शन में हो रहा है? चारों शंकराचार्यों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अधूरे मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा नहीं की जा सकती। अगर यह आयोजन धार्मिक नहीं है तो राजनीतिक है।"
इसके आगे कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, हमें यह स्वीकार्य नहीं है कि एक राजनीतिक दल (बीजेपी) के लोग मेरे और मेरे भगवान के बीच बिचौलिए बनकर बैठे हैं। एक राजनीतिक समूह धर्म के 'ठेकेदार' की तरह काम कर रहा है। प्राण प्रतिष्ठा तारीख तय करने से पहले बीजेपी ने किस 'पंचांग' का हवाला दिया है? तारीख लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए चुनी गई है।'
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