DCGI ने दी देश की पहली नेजल वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति
राज एक्सप्रेस। साल 2020 कोरोना के चलते भारत के लिए काफी बुरा साबित हुआ, लेकिन साल 2021 की शुरुआत से ही भारतवासियों को बड़ी खुशखबरी मिल गई थी। क्योंकि, भारत में कोरोना की दो वैक्सीन को आपातकाल इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई थी और तब से देश में वैक्सीनेशन लगातार जारी है और अब तो भारत में हर आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन चालू है। इतना ही नहीं अब देश में बूस्टर डोज भी तेजी से दी जा रही है। इसी बीच एक बड़ी खबर यह सामने आई है कि, अब देश की 'पहली नेजल वैक्सीन' (नाक से दी जाने वाली वैक्सीन) को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी है।
नेजल वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी :
दरअसल, देश में कोरोना से जंग मामलों में काफी गिरावट के साथ लगातार अब भी जारी है। बीच में मामलों में काफी कमी दर्ज हुई थी, लेकिन अभी कुछ दिनों में मामलों में हल्की-फुल्की बढ़त दर्ज होती नजर आई थी। इसी बीच एक बड़ी खुशखबरी ऐसे लोगों के लिए सामने आई है, जो इंजेक्शन लगवाने से डरते है या बचते है। खबर यह है कि, देश में अब 'पहली नेजल वैक्सीन' (नाक से दी जाने वाली वैक्सीन) को भी मंजूरी मिल चुकी है। जी हां, यह किसी बड़ी खुशखबरी से कम नहीं है कि, भारत में मंगलवार को अब ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) द्वारा देश की 'पहली नेजल वैक्सीन' को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इससे ऐसे लोग भी कोरोना के प्रकोप से बच सकेंगे, जो इंजेक्शन से वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी :
बताते चलें, देश की इस पहली नेजल वैक्सीन को 'बायोटेक' (Biotech) कंपनी द्वारा तैयार किया गया है।इस पहली नेजल वैक्सीन को मिली आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने जानकारी देते हुए और खुशी जताते हुए बताया है कि, 'भारत बायोटेक द्वारा कोरोना के लिए बनाई गई देश की पहली नेजल वैक्सीन को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है। यह भारत का कोविड-19 वायरस के लिए पहला नाक से दिया जाने वाला टीका होगा।'
स्वास्थ्य मंत्री ने इसे बताया भारत की लड़ाई में बड़ा कदम :
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने नेजल वैक्सीन को कोरोना के खिलाफ जारी भारत की लड़ाई में एक बड़ा कदम बताया है। उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा कि,
COVID-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में बड़ा कदम! भारत बायोटेक की ChAd36-SARS-CoV-S COVID-19 (चिंपांज़ी एडेनोवायरस वेक्टरेड) नेजल वैक्सीन को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन द्वारा कोरोना महामारी के खिलाफ आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए 18+ आयु वर्ग के लिए प्राथमिक टीकाकरण के लिए मंजूरी दे दी गई है। यह कदम महामारी के खिलाफ हमारी सामूहिक लड़ाई को और मजबूत करेगा। भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अपने विज्ञान, अनुसंधान एवं विकास और मानव संसाधनों का इस्तेमाल किया है।
मनसुख मंडाविया, स्वास्थ्य मंत्री
नेजल वैक्सीन कैसे करेगी काम ?
बताते चलें, नेजल वैक्सीन इंजेक्शन की जगह एक स्प्रे में होगी, जिसे नाक से दिया जाएगा। इसे नाम में डालते ही यह नाक के अंदरुनी हिस्सों में इम्यून तैयार करने लगेगी। खबरों की मानें तो इसे ज्यादा कारगर बताया जा रहा है क्योंकि कोरोना हवा से फैलने वाली बीमारी है और इस बीमारी का संक्रमण प्रमुख रूप से नाक से ही होता है। जब यह नाक के माध्यम से जाकर अंदरूनी हिस्सों में इम्युनिटी तैयार करेगा तो, इंसान का शरीर बीमारियों को रोकने में ज्यादा मददगार साबित होगा।
नेजल वैक्सीन के फायदे :
इंजेक्शन से बचाव
नेजल वैक्सीन देने के लिए हेल्थवर्कर्स को ट्रेनिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी
बच्चों को नेजल वैक्सीन देना आसान होता है
इसका उत्पादन आसान होता है
दुनियाभर में डिमांड के अनुरूप उत्पादन और सप्लाई संभव हो सकेगी
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