Coronavirus New XE Variant : दुनिया में जब से कोरोना वायरस की एंट्री हुई है तब से लगातार कोरोना का कोई न कोई नया रूप अलग-अलग स्ट्रेन और वेरिएंट के रूप में सामने आता ही जा रहा है। पिछले साल के दौरान दक्षिण अफ्रीका से फैलना शुरू हुए कोरोना के नए Omicron वेरिएंट ने भी भारत में काफी तबाही मचाई थी। हालांकि, कुछ लोग इसे पॉजिटिव भी बता रहे थे, लेकिन बहरहाल देश में कोरोना के मामलों में काफी शांति नजर आरही थी। इसी बीच अब दुनिया में कोरोना के एक और नए XE नाम के वेरिएंट के सामने आने की खबर है। परेशान करने की बात यह है कि, अब भारत में भी एक केस की पुष्टि हुई है।
कोरोना के एक और नए वेरिएंट की पुष्टि :
दरअसल, कल तक भारत में शांति का माहौल नजर आरहा था, लेकिन पिछले कुछ दिनों में कई देशों में कोरोना के नए XE नाम का वेरिएंट खलबली मचा रहा था। वहीं, अब भारत में इसका पहला मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है और यह पहला केस मुंबई से सामने आया है। यह कहना गलत नहीं होगा कि, अब कोरोना के नए वेरिएंट XE और कप्पा (Kapa) के कदम भारत तक पहुंच गए हैं। इस मामले में जानकारी मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने दी है। BMC ने बताया है कि, '11वें जिनोम सिक्वेंसिंग के टेस्ट में 230 सैंपल में 228 ओमिक्रॉन के मरीज मिले। जबकि, एक केस दुनियाभर में तेजी से फैल रहे XE वेरिएंट का और दूसरा केस कप्पा (Kapa) वेरिएंट का भी पाया गया है। XE वेरिएंट से जो मरीज संक्रमित पाया गया है वह एक 50 साल की महिला है और वह फुल वैक्सीनेटेड हैं।'
दक्षिण अफ्रीका से लौटी थी महिला :
मुंबई महानगर पालिका (BMC) द्वारा दी गई जानकारी से इस बात का खुलासा भी हुआ है कि, यह महिला जिसमें कोरोना का नया वेरिएंट XE पाया गया है वह 10 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से लौटी थी। जबकि, इसके अलावा उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। जब उन्होंने देश में वापसी के दौरान एंट्री ली थी तब उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। भारत में इस वेरिएंट की पुष्टि होने के साथ ही परेशान करने वाली एक और बात ये है कि, इस नए वेरिएंट से ग्रसित मरीजों में कोई गंभीर लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। ऐसे में रोगी की पहचान कर पाना मुश्किल होगा। इस वेरिएंट को लेकर कोई उचित जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि, यह एक अधिक तेजी से फैलने वाला वेरिएंट है।
TIGS के निदेशक का कहना :
इस नए वेरिएंट XE को लेकर टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी (TIGS) के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा, “नया म्यूटेंट एक्सई पहली बार जनवरी के मध्य में उभरा, लेकिन मेरा मानना है कि ‘पैनिक बटन’ को धक्का देने की कोई आवश्यकता नहीं है। दुनिया भर में इससे जुड़े अब तक केवल 600 मामले सामने आए हैं, लेकिन हमें इस पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है। ऐसा कोई संकेत नहीं है कि यह कोविड-19 की अगली लहर पैदा कर सकता है। इस समय ऐसा कोई संकेत मौजूद नहीं है कि यह नया संस्करण इतना मजबूत है कि यह नई लहर को जन्म दे सकता है। हमें इस पर टिप्पणी करने के लिए कुछ और समय इंतजार करना होगा कि यह फैलने में कितना समय ले सकता है।” साथ ही उन्होंने लोगों को ना घबराने का आग्रह किया है।
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