रामचरित मानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य के बिगड़े बोल, पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
राज एक्सप्रेस। बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर के बाद अब उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता और एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को रामचरित मानस को लेकर कहा कि, ‘करोड़ों लोग रामचरित मानस नहीं पढ़ते हैं। इसे तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है।’ साथ ही उन्होंने इस ग्रंथ को बकवास बताते हुए सरकार से इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। वहीं इस पूरे मामले पर अब विवाद खड़ा हो गया है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयानों के चलते सुर्खियों में आए हैं। वह इससे पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं।
रेप को कहा हादसा :
एक बार मेरठ में एक दलित लड़की से हुए रेप के मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि, ‘हादसे तो कभी-कभी हो जाते हैं। इस प्रकार की घटनाएं जो अप्रत्याशित हैं, नहीं होनी चाहिए लेकिन हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि कानून का काम है अपराधियों को सजा देना और उन्हें सजा दी जा रही है।‘
गौरी-गणेश की पूजा ना करें :
बसपा में रहते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने शादियों में गौरी-गणेश की पूजा करने पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि, ‘शादियों में गौरी-गणेश की पूजा नहीं करनी चाहिए। यह मनुवादी व्यवस्था में दलितों और पिछड़ों को गुमराह कर उनको गुलाम बनाने की साजिश है।‘ हालांकि उनके इस बयान की काफी आलोचना हुई थी।
ट्रिपल तलाक का कारण हवस :
साल 2017 में स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्रिपल तलाक को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि, ‘तीन तलाक देने वाले मुस्लिम सिर्फ अपनी हवस मिटाने के लिये बीवियां बदलते हैं।’ साथ ही उन्होंने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा था कि तीन तलाक का कोई आधार नहीं है।
बीजेपी ने किया राम का सौदा :
पिछले साल स्वामी प्रसाद मौर्य का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में स्वामी प्रसाद मौर्य यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि, ‘बीजेपी के लोग राम का भी सौदा कर लेते हैं। ये जनता को और राम को भी बेच देते हैं।’ उनके इस बयान की भाजपा ने जमकर आलोचना की थी।
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