Indira Priyadarshini Bank Scam: सीडी से खुलेगा राज, पुलिस को मिली नार्कों टेस्ट की फोरेंसिक रिपोर्ट
Indira Priyadarshini Bank Scam in CG: इंदिरा प्रियदर्शनी महिला नागरिक सहकारी बैंक घोटाले के मामले में उप महाधिवक्ता संदीप दुबे ने पुलिस को नार्कों टेस्ट की FSL (Forensic Science Laboratory) रिपोर्ट और वीडियो सीडी सौंप दी है। कोतवाली पुलिस ने इस मामले पर जांच आगे बढ़ा दी है। मामले के आरोपी बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा के नार्को टेस्ट की रिपोर्ट और सीडी पुलिस को मिलने के बाद इस पर नए सिरे से जांच शुरू होगी। 45 मिनट की सीडी से कई राज खुलने की संभावना है। जांच के बाद कई बड़े लोगों की गिरफ़्तारी भी हो सकती है।
जांच के लिए विशेष टीम का गठन :
कोर्ट के आदेश के बाद उप महाधिवक्ता ने औपचारिकताएं पूरी कर, नए सिरे से जांच की तैयारी कर ली है। कोतवाली पुलिस के अनुसार, अब सीडी और रिपोर्ट के आधार पर केस पर नए-पुराने दोनों तरह के लोगों से पूछताछ की जाएगी। गौरतलब है कि बैंक घोटाले में बैंक के तत्कालीन मैनेजर उमेश सिन्हा समेत 18 लोगों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया गया था। केस रि-ओपन होने के बाद कोतवाली सीएसपी और टीआई के नेतृत्व में विशेष जांच टीम का गठन किया गया है।
16 कंपनियों को गलत तरीके से विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत लोन दिया गया था। पुलिस की जांच में 16 कंपनियों को निदेशकों को आज तक ढ़ूढा नहीं जा सका है। केस रि- ओपन होने के बाद इसकी जांच की जाएगी। इसके अलावा निदेशक कहां छुपे है, यह पुलिस के लिए चुनौती होगी। साथ ही घोटाले में जिन 19 लोगों को आरोपित बनाया गया था। उनकी वर्तमान स्थिति और पता की भी खोजबीन अब तसल्ली से की जाएगी। बता दें, साल 2006-07 में 54 करोड़ रुपयों का घोटाला हुआ था। कोतवाली रायपुर में बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा समेत 18 बैंक संचालक मण्डल के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में ख्यानत समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज हुआ था।
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