डॉ. रमन सिंह ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, CGPSC स्कैम की CBI जांच करवाने का किया आग्रह
हाइलाइट्स-
डॉ. रमन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र।
CGPSC स्कैम की CBI जांच करवाने का किया आग्रह।
रमन सिंह ने कहा- छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पहली बार पारदर्शिता को समाप्त कर भाई- भतीजावाद चलाया गया है।
रायपुर, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखकर लोक सेवा आयोग (CGPSC) में हुई धांधली की CBI जाँच करवाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि, दाऊ भूपेश बघेल की सरकार ने छत्तीसगढ़ में सीजीपीएसी जैसी संवैधानिक संस्थान को भी भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है। प्रदेश के युवाओं को न्याय दिलवाने और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करवाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
डॉ. रमन सिंह ने लिखा पत्र:
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि, "छत्तीसगढ़ के सबसे प्रसिद्ध प्रतिष्ठित परीक्षा लोक सेवा आयोग में प्रतिवर्ष करीब डेढ़ लाख युवा प्रतिभागी शामिल होते हैं। इस परीक्षा में प्रदेश के प्रदेश के मुख्य पदों पर भर्ती की जाती है, जिसमें अधिकांश मध्यमवर्गीय परिवारों के अभ्यर्थी भाग लेते हैं। इस परीक्षा में पहली बार छत्तीसगढ़ में समाप्त कर एक बड़े घोटाले से भाई-भतीजावाद शामिल किया गया है, जिससे प्रदेश के युवाओं में भारी निराशा और आक्रोश है।"
उन्होंने आगे लिखा है कि, "छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सेवा परीक्षा 2021 के परिणाम में शीर्ष 18 नाम कांग्रेस नेताओं सीजीपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष तथा बड़े अधिकारियों के बच्चों और रिश्तेदारों के हैं तथा उच्च पदों पर उनका चयन हुआ है। इसके विरुद्ध युवाओं में निराशा और आक्रोश को देखते हुए, पूर्व गृह मंत्री एवं वर्तमान में रायपुर विधायक ननकीराम कंवर ने माननीय उच्च न्यायालय में याचिका दायर की, जिसे स्वीकार करते हुए माननीय उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को फटकार लगाई और चयनित कल 18 अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर रोक लगाने को कहा, चूंकि उनमें से पांच की नियुक्ति हो चुकी थी अतः वर्तमान में कुल 13 की नियुक्ति पर रोक लगी है।"
रमन सिंह ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि, "इसके साथ ही सतीश छत्तीसगढ़ लोक सेवा द्वारा आयोजित राज्य सेवा परीक्षा 2020 के मुख्य परीक्षा के मूल्यांकन तथा साक्षात्कार में भी की गई धांधली उजागर हुई, जिसमें किसी अभ्यर्थी को बिना उत्तर लिखे अंक देना, किसी को कम अंक आने पर भी चयनित तथा किसी को अधिक अंक आने पर भी बाहर करना भी शामिल है।"
डॉ. रमन सिंह ने आगे कहा कि, "मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मामले में शिकायत नहीं मिलने की झूठी बात कहते हुए जांच की मांग ठुकरा दी है, इससे भी प्रदेश के युवाओं को राज्य सरकार की जांच पर भरोसा नहीं रह गया है। इस लिहाज से सीबीआई से मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर छत्तीसगढ़ के युवाओं को न्याय दिलवाने में सहायता करें।"
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