संदेशखाली की घटनाओं पर CM विष्णुदेव साय ने ममता बनर्जी को लिखी चिट्ठी

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में संदेशखाली के दोषियों को सजा देने की मांग की है।
CM विष्णुदेव साय ने ममता बनर्जी को लिखी चिट्ठी
CM विष्णुदेव साय ने ममता बनर्जी को लिखी चिट्ठीRE
Published on
Updated on
2 min read

हाइलाइट्स-

  • संदेशखाली की घटना इन दिनों देशभर में चर्चा का विषय बना है।

  • संदेशखाली की घटनाओं पर CM विष्णुदेव साय ने ममता बनर्जी को लिखी चिट्ठी।

  • मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने संदेशखाली के दोषियों को सजा देने की मांग।

रायपुर, छत्तीसगढ़। इन दिनों देशभर में संदेशखाली की घटना चर्चा का विषय बना हुआ है। हर कोई इस मुद्दे पर अपना बयान जारी किया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में संदेशखाली के दोषियों को सजा देने की मांग की है।

विष्णु देव साय ने जारी किया पत्र:

बता दें कि, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने पत्र शेयर करते हुए कहा कि, "पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में 50 से अधिक जनजाति समुदाय की महिलाओं से नृशंस दुष्कर्म, आदिवासियों की जमीन छीनने जैसी घटनायें शर्मनाक है। वारदात में लिप्त दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी को पत्र प्रेषित कर रहा हूं। आशा है ममता जी इस पत्र पर संज्ञान लेकर पश्चिम बंगाल के पीड़ितों के प्रति न्याय करेंगी।"

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने क्या लिखा है पत्र:

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने पत्र में लिखा है कि, "पश्चिम बंगाल में पिछले कई दिलों ने माताओं-बहनों के साथ अन्याय की जो घटनाएँ हो रही है। ऐसी घटनाओं को हृदयविदारक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से मन को पीड़ा पहुंचती है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि, आपके प्रदेश के संदेशखाली क्षेत्र में 50 से अधिक जनजाति समुदाय की महिलाओं से दुष्कर्म एवं हजारों आदिवासियों से उनकी जमीन छीन लेने, यहां तक की मनरेगा की मजदूरी तक का पैसा छीन लेने जैसी वारदातों ने मानवता को कलंकित किया है।"

संदेशखाली की घटनाओं पर CM विष्णुदेव साय ने ममता बनर्जी को लिखी चिट्ठी
संदेशखाली की घटनाओं पर CM विष्णुदेव साय ने ममता बनर्जी को लिखी चिट्ठी

उन्होंने कहा कि, "राष्ट्रीय जनजाति आयोग ने जो रिपोर्ट दिए हैं, वह वीभत्स और भयानक है। इतिहास गवाह है, नारी सशक्तीकरण का आंदोलन बंगाल प्रांत से प्रारंभ हुआ था। स्वामी विवेकानंद, बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय जी, गुरूदेव रवींद्रनाथ टैगोर एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की भूमि बंगाल, जिसकी सांस्कृतिक समृद्धि को विश्व जानता है, ऐसे जागरूक राज्य में समा के वचित तबकों के साथ हो रहे अत्याचार को सभ्य समाज सहन नहीं कर सकता है। ऐसी अवस्था आपके नेतृत्व में हो, यह निहायत ही निंदनीय है। महज तुष्टीकरण और वोट की राजनीति के कारण इस तरह प्रदेश में आदिवासियों का जीवन संकट में डालना, उनके सम्मान और जान-माल के साथ हो रहा खिलवाड़ असहनीय है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री होने के नाते आपसे आशा है कि, कड़ा हस्तक्षेप कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश देकर दोषियों को कड़ी सजा प्रदान करेंगी। शाहजहा सिराजुददीन जैसे अपराधियों के साथ उनके राजनीतिक सरंक्षणकर्ताओं के विरुद्ध कानून सम्मत कार्रवाई करने का आग्रह आपसे करता हूं। आशा है मानवता के हित से जुड़े इस मामले में आप अब भी राजनीतिक गुना-भाग से ऊपर उठ कर निर्णय लेंगी।"

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com