Chhattisgarh Suicide Case: कोलकाता की फर्जी कंपनी के यूरेनियम स्कैम में फंसे व्यवसायी ने की आत्महत्या...
हाइलाइट्स
व्यवसायी का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला।
कमरे से 2 पन्नों का सुसाइड नोट हुआ बरामद।
व्यवसायी को 2 साल पहले कंपनी ने उन्हें झांसा दिया था।
फर्जी कंपनी में निवेश के कारण वे लाखों रुपये के कर्ज में भी डूब गए।
ठगी के शिकार अन्य निवेशक गुरू जायसवाल को इसका जिम्मेदार मान रहे थे।
Uranium Scam of Fake Company of Kolkata: अंबिकापुर, छत्तीसगढ़। कोलकाता की फर्जी कंपनी के यूरेनियम स्कैम में फंसे कारोबारी ने अंबिकापुर के एक होटल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार सुबह व्यवसायी का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। कमरे से 2 पन्नों का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है। यह मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार, शहर के बौरीपारा के रहने वाले व्यवसायी गुरू जायसवाल (61) बाबूपारा स्थित मातृका श्री होटल में रुका था। उसने बीते दिन बुधवार दोपहर 2 - ढाई बजे होटल का कमरा बुक किया था। होटल के स्टाफ ने बताया कि, उसने रात के खाने का ऑर्डर नहीं दिया, न तो कमरे में जाने के बाद एक बार भी बाहर निकला। गुरुवार सुबह साफ-सफाई के लिए होटल के कर्मचारियों ने कमरा खुलवाने की कोशिश की, तो किसी ने अंदर से जवाब नहीं दिया। काफी खटखटाने के बाद भी जब व्यवसायी ने रूम नहीं खोला, तो किसी अनहोनी की आशंका से होटल मैनेजर ने डायल 112 को सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस टीम होटल में पहुंची और कमरे का दरवाजा खोला, तो अंदर व्यवसायी का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। सूचना पर परिजन और रिश्तेदार मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पंचनामा के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
यह है मामला :
पुलिस को जांच में कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है। मृत व्यवसायी के भतीजे अविनाश जायसवाल ने बताया कि, गुरु जायसवाल कोलकाता की किसी कंपनी के स्कैम में फंस गए थे। करीब 2 साल पहले कंपनी ने उन्हें झांसा दिया था कि कंपनी को यूरेनियम का स्टॉक मिला है, जो वे निकालकर परिशोधित करेंगे। इस यूरेनियम को भारत सरकार ले लेगी, इसके बदले कंपनी को करोड़ों रुपये मिलेगा। इसमें निवेश करने वाले को कम समय में निवेशित राशि का कई गुना फायदा होगा। गुरू जायसवाल इस कंपनी के स्कैम में फंस गए और उन्होंने करीब 2 करोड़ रुपये कंपनी में लगा दिए। व्यवसायी गुरु जायसवाल ने अन्य लोगों को भी कंपनी के स्कीम के बारे में जानकारी दी, तो राजेश जायसवाल ने कंपनी में 25 लाख और अन्य लोगों ने भी लाखों रुपये लगा दिए।
लगभग एक साल पहले उन्होंने कंपनी से राशि वापस मांगी, तो कंपनी ने उन्हें रिजर्व बैंक का फर्जी चेक भी भेज दिया। बैंक में संपर्क करने पर पता चला कि ऐसा कोई चेक जारी नहीं होता, तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ। वे कोलकाता भी गए, लेकिन स्कैम करने वाली फर्जी कंपनी का पता नहीं चला। कोलकाता से वापस लौटने के बाद व्यवसायी गुरू जायसवाल ने हाथ की नस काटकर आत्महत्या की कोशिश भी की थी। परिजनों ने उन्हें शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जिससे उनकी जान बच गई थी। फर्जी कंपनी में निवेश के कारण वे लाखों रुपये के कर्ज में भी डूब गए थे।
मृतक के भतीजे अविनाश जायसवाल ने बताया कि ठगी के शिकार अन्य निवेशक गुरू जायसवाल को इसका जिम्मेदार मान रहे थे। एक निवेशक ने उनके गोदाम पर कब्जा कर लिया था और उसकी रजिस्ट्री का दबाव बना रहे थे। अन्य निवेशक भी उनसे राशि वापस मांग रहे थे। इसके कारण वे तनाव में थे। इसका जिक्र उन्होंने सुसाइड नोट में भी किया है। पुलिस को एक फर्जी चेक भी मिला है।
फर्जी चेक और सुसाइड नोट बरामद
कोतवाली पुलिस के जांच अधिकारी ASI अभिषेक पांडेय ने बताया कि पुलिस ने दो पन्नों का सुसाइड नोट बरामद किया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने बताया कि कारोबारी यहां अपनी पत्नी के साथ रहते थे। उनकी इकलौती बेटी की शादी वाराणसी में हुई है, जो अभी पति के साथ बैंगलुरू में रहती है।
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