रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश मामले की फाइनल रिपोर्ट में घटना के कारणों का हुआ बड़ा खुलासा
दिल्ली, भारत। भारत केे शौर्य और साहस की पहचान कहे जाने वाले सुधारवादी नायक 'CDS जनरल बिपिन रावत' के साथ एक अनहोनी के कारण वे इस दुनिया को अलविदा कह चले थे। दरअसल, हेलीकॉप्टर क्रैश होने से भारत ने अपने पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को खो दिया था। इसके बादे से ही बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश मामले की जांच चल रही थी, जिसका सच आखिरकार सामने आ ही गया है।
यह है हेलीकॉप्टर क्रैश मामले की फाइनल रिपोर्ट :
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश मामले की जांच की फाइनल रिपोर्ट सामने आ गई है, इस रिपोर्ट में किसी तरह के मैकेनिक फेलियर, लापरवाही या किसी तरह की तोड़फोड़ की आशंका से इंकार किया गया है। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के निर्देशन में हुई यह जांच एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने की।
यह था दुर्घटना का कारण :
जांच टीम की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, ''CDS जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर तमिलनाडु में अपने सही रूट पर था। अचानक मौसम में बदलाव हुआ और हेलीकॉप्टर घने बादलों में घिर गया, जिसके बाद पायलट उस पर कंट्रोल खो बैठे और वह पहाड़ी इलाके में गिरकर क्रैश हो गया, इस हादसे में जनरल रावत समेत हेलीकॉप्टर में सवार 14 लोगों की मौत हो गई।'' इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि, ''घटना वाले दिन नीलगिरी की पहाड़ियों के ऊपर उड़ते वक्त हेलीकॉप्टर Mi-17V5 नॉर्मल रूप से उड़ान भर रहा था।''
दोनों पायलट और उसमें सवार लोग आने वाले खतरे से अनजान थे, तभी अचानक तेजी के साथ मौसम ने पलटी खाई और हेलीकॉप्टर बादलों में घिरकर क्रैश हो गया, रिपोर्ट में किसी तरह की मानवीय त्रुटि या नेविगेशन की कमी की आशंका को खारिज किया गया है।
कब हुआ था यह हादसा :
बता दें कि, 8 दिसंबर, 2021 के दिन तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी, अपने स्टाफ और परिवार के सदस्यों के साथ सवार थे। इस दौरान बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत सेना के 11 अधिकारियों की इस हादसे में मौत हो गई थी।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।