हाइलाइट्स:
2019 में पांचो सीटों पर NDA की हुई थी जीत।
5 में से 3 सीटों पर NDA से JDU उम्मीदवार मैदान में।
महागठबंधन में भी 3 सीटों पर RJD उम्मदीवार लड़ रहे।
Bihar Lok Sabha Election 2024: बिहार की 40 लोकसभी सीटों पर 7 चरणों में लोकसभा के लिए मतदान होना है। 2019 में इन 40 में से सिर्फ 1 सीट UPA के खाते में गई थी। बाकी सभी सीटों पर NDA गठबंधन ने कब्जा किया था। प्रदेश में दो चरणों के चुनावों के बाद, अब तीसरे चरण में 7 मई को 5 सीटों- अररिया, झंझारपुर, खगड़िया, मधेपुरा और सुपौल में वोटिंग है। 2019 के लोकसभा चुनावों में यह सभी सीटें NDA गठबंधन के खाते में गई थी। जानते हैं, इस बार कैसा रहेगा इन सीटों का चुनावी समीकरण-
अररिया
बिहार के अररिया से भाजपा कैंडिडेट प्रदीप कुमार सिंह और राष्ट्रीय जनता दल के मोहम्मद शाहनवाज आलम चुनावी मैदान में है। शाहनवाज आलम, अररिया के पूर्व सांसद सरफराज आलम के छोटे भाई हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में सिटिंग एमपी सरफराज आलम को प्रदीप कुमार सिंह ने 1 लाख 37 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। ऐसे में इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट, छोटे भाई को टिकट दे दिया। शाहनवाज जोकीहाट सीट से विधायक है। इस सीट पर उन्होंने अपने बड़े भाई सरफराज को ही AIMIM की टिकट पर चुनाव लड़ हराया था। 2022 में वे फिर RJD में शामिल हो गए थे। इसलिए पार्टी ने इस बार उन्हें अररिया से टिकट दिया है। हालांकि इस बात से नाराज सरफराज आलम ने RJD पर मुसलमानों का अपना बंधुआ मजदूर समझने का आरोप भी लगाया था। ऐसे में शहनवाज आलम के सामने सिटिंग एमपी प्रदीप कुमार के अलावा, अपने ही भाई सरफराज की नाराजगी की भी चुनौती होगी।
झंझारपुर
NDA गठबंधन में झंझारपुर लोकसभा सीट JDU के खाते में गई है। यहां से पार्टी के सिटिंग एमपी रामप्रीत मंडल चुनावी मैदान में है। इंडिया गठबंधन ने इस सीट पर विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के सुमन कुमार महासेठ को टिकट दी है। हालांकि चर्चा राजद के गुलाब यादव की टिकट देने की थी। 2019 के चुनावों में रामप्रीत मंडल ने उन्हें 3 लाख 22 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। टिकट ना मिलने से नाराज गुलाब यादव बसपा के टिकट से झंझारपुर के चुनावी रण में उतर गए। वे 2015 में इस सीट के विधायक रह चुके हैं।
खगड़िया
बिहार की खगड़िया सीट पर NDA गठबंधन ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के उम्मीदवार युवा राजेश वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है। वे भागलपुर के डिप्टी मेयर रह चुके हैं और चिराग पासवान के करीबी माने जाते हैं। इंडिया गठबंधन ने CPI(M) के संजय कुमार कुशवाहा को टिकट दी है। उनके पिता योगेंद्र सिंह लाल खगड़िया सदर विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा उनके छोटे भाई अजय कुमार भी विभूतिपुर के विधायक है। दूसरी और टिकट ना मिलने से नाराज सिटिंग एमपी LJP(RV) के महबूब अली कैसर ने RJD ज्वाइन कर ली।
मधेपुरा
मधेपुरा लोकसभा सीट से JDU के दिनेश चंद्र यादव को टिकट दी गई है। 2019 का लोकसभा चुनाव उन्होंने कांग्रेस के शरद यादव से 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीता था। उनका सामना राष्ट्रीय जनता दल के डॉ कुमार चंद्रदीप से है। डॉ चंद्रदीप मौजूदा समय में राजद के प्रदेश महासचिव है। इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद अरशद हुसैन भी चुनावी मैदान में हैं।
सुपौल
सुपौल लोकसभा सीट NDA ने JDU को दी है। यहां से दिलेश्वर कमैत को चुनावी मैदान में उतारा गया है। 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने कांग्रेस के रंजीत रंजन को 2 लाख 66 हजार से ज्यादा मतों से हराया था। वहीं 2014 में कमैत रंजीत रंजन से ही 59 हजार से ज्यादा मतों से हारे थे। पार्टी ने फिर एक बार उन पर विश्वास जताया है। महागठबंधन ने सुपौल सीट राजद के खाते में डाली है। यहां से चंद्रहास चौपाल उम्मीदवार हैं।
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