असम, भारत। सीमा विवाद के मुद्दे पर देश के उत्तर पूर्वी राज्यों असम और मिजोरम के बीच हुआ संघर्ष कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है। इस बीच मिजोरम पुलिस इस विवाद को लेकर एक्शन में है और असम के मुख्यमंत्री केेे खिलाफ लगातार दर्ज की जा रही FIR पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की प्रतिक्रिया आई है।
FIR दर्ज़ हो गई, इससे मुझे कोई समस्या नहीं है :
असम के CM हेमंत बिस्वा सरमा ने मिज़ोरम पुलिस द्वारा उनके खिलाफ FIR पर बोलते हुए कहा- मेरे खिलाफ कांग्रेस पार्टी रोज़ एक FIR दर्ज़ करा देती है। एक और FIR दर्ज़ हो गई, इससे मुझे कोई समस्या नहीं है। अगर मिज़ोरम सरकार मुझे कोई नोटिस जारी करती है तो मैं किसी भी पुलिस स्टेशन में पेश हो जाऊंगा। असम सरकार मिज़ोरम सरकार से कभी भी, कहीं भी बात करने को तैयार है। अगर मिज़ोरम के मुख्यमंत्री हमें चर्चा के लिए कहते हैं, हम तैयार हैं। हमारी तरफ से इसमें कोई समस्या नहीं है।
बता दें कि, 26 जुलाई को हुई अंतरराज्यीय सीमा पर हुई हिंसा के मामले में मिजोरम पुलिस ने हत्या के प्रयास और आपराधिक साजिश के आरोप के तहत मामला दर्ज कराया था, जिसमें असम पुलिस के 200 अज्ञात पुलिसकर्मियों के नाम भी शामिल हैं। सभी पर सीमा पर हिंसा भड़काने, हत्या के प्रयास और आपराधिक साजिश के आरोप में मामले दर्ज हुए हैं। मिजोरम पुलिस निरीक्षक द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी में कहा गया- आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत शस्त्र अधिनियम, मिजोरम रोकथाम और कोविड-19 अधिनियम 2020 की रोकथाम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्या है दोनों राज्यों के संघर्ष का कारण :
असम और मिजोरम के बीच संघर्ष का कारण यह है कि, इन दोनों राज्य का बॉर्डर लगभग 164 किलोमीटर लंबा है, ये बॉर्डर मिजोरम के आइजोल, कोलासिब, मामित और असम के काचर, हेल कांडी और करीमगंज जिलों से होकर गुजरता है और सीमा विवाद इसी बॉर्डर के पास मौजूद गुटगुटी गांव के पास इस कारण शुरू हुआ, जब मिजोरम पुलिस द्वारा यहां कुछ अस्थाई कैंप बना लिए गए।
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