Abdul Kalam Death Anniversary : देश में कई ऐसी हस्तियां रही हैं, जिनके द्वारा किए गए कामों को जिंदगी भर भूल पाना नामुमकिन है। बचपन में अखबार बेचेे और समय बदलते ही अपने कठिन परिश्रम की बदौलत अपनी मंजिल हासिल कर देशभर में मिसाइल मैन के रूप में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने खुद के लिए ही नहीं देश के लिए सपने देखे और लोगों को भी सपने देखना सिखाया। यह कहानी कोई ओर नहीं अपने देश के महानायक, देश के 11वें राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की हैं, जो भले ही इस दुनिया को छोड़ चले, लेकिन उनके नेक कार्य व अमिट छाप को हमेशा याद किया जाएगा।
डॉ. अब्दुल कलाम का जीवन परिचय :
आज 27 जुलाई को ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (A.P.J Abdul Kalam) की 7 वीं पुण्यतिथि पर पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि देकर याद कर रहा है। ‘भारत रत्न‘ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का पूरा नाम 'अबुल जाकिर जैनुल आब्दीन अब्दुल कलाम' है।
जन्म : 15 अक्टूबर, 1931
निधन : 27 जुलाई 2015, शिलांग
जन्म स्थान : तमिलनाडु, रामेश्वरम
पिता का नाम : जैनुलाब्दीन
धर्म : मुस्लिम
कलाम कैसे बने महान :
कहा जाता है कि, माता-पिता के संस्कार व उनकेे कठिन परिश्रम की आदत से ही वे महान बने, क्योंकि उन्होंने जिस तरह बचपन में कठिनाइयों का सामना किया है। अगर ओर कोई होता तो वह कठिनाइयों का सामना कर अपने कदम डिगा लेता, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने सदैव ही अपने जीवन में पालन किया। इसी के चलते उनका जीवन हमेशा सभी के लिए प्रेरणा देने वाला रहा है। ऐसा भी नहीं की उनका व्यवहार कुछ अलग हो, बल्कि सामान्य व्यक्तियों के तरह ही उनका व्यवहार था। वह एक साधारण, धर्म निरपेक्ष, शांत व्यक्ति थे और अपने जीवन के मोड़ पर कभी निराशाजनक नहीं, बल्कि हमेशा उन्होंने नया सपना गढ़ा।
कलाम के जीवन से मिलती है यह सीख :
एक मछुआरे के घर व बेहद गरीब परिवार में जन्में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम अपनी मेहनत और समर्पण के बल पर बड़े से बड़े सपनों को साकार कर दिया, जो हर व्यक्ति के लिए एक जीता-जागता प्रमाण हैं। किसी को खाने की भूख रहती होगी, लेकिन अब्दुल कलाम वे शख्सियत थे, जिन्हें जीवनभर ज्ञान की भूख रहने के अलावा दूसरों के अंदर भी ज्ञान की भूख जगाने की अद्भुत क्षमता थीं एवं हमेशा देशवासियों को बड़ा सोचने के लिए प्रेरित करते थे। वे हमेशा डेवलेपमेंट समाज या व्यक्ति को लेकर विकास की बात करते रहे। उनकी सोच साधारण रहन-सहन के साथ सामाजिक रूप से उत्पादकता देने वाली थी। डॉ. अब्दुल कलाम का जीवन हमें इस बात की भी सीख देता है कि, ''जीवन में चाहे कितनी भी चुनौतियां क्यों न हो, परंतु शिक्षा द्वारा हम हर बाधाओं को पार करते हुए बड़े से बड़े लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।''
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने नेक कार्यो की वजह से उन्हें 22 पुरस्कारों और सम्मानों से नावाजा गया था। उनके द्वारा युवाओं, छात्रों, प्रेरणा, विज्ञान और तकनीकी पर 18 किताबें भी लिखी गई।
कलाम की यह बात भी बेहद है खास :
ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के बारे में जितनी तारीफे की जाए कम ही होंगी, लेकिन इस दौरान यह खास बात पता होना बेहद जरूरी है कि कलाम इरादों के बहुत ही पक्के थे।
मैं हमेशा इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि, मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता।
सपने वो नहीँ जो हम सोते हुये देखते हैं, सपने वो है जो हमें सोने नहीँ देते।
महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।
शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत चाहिए होती है, चाहे वो माउन्ट एवरेस्ट का शिखर हो या आपका पेशा।
कृत्रिम सुख की बजाय ठोस उपलब्धियों के पीछे समर्पित रहिये।
भगवान ने हमारे मष्तिष्क और व्यक्तित्व में असीमित शक्तियां और क्षमताएं दी हैं। ईश्वर की प्रार्थना हमें इन शक्तियों को विकसित करने में मदद करती है।
अगर किसी देश को भ्रष्टाचार -मुक्त और सुन्दर-मन वाले लोगों का देश बनाना है तो, मेरा दृढ़तापूर्वक मानना है कि समाज के तीन प्रमुख सदस्य ये कर सकते हैं: पिता, माता और गुरु।
यदि हम स्वतंत्र नहीं हैं तो कोई भी हमारा आदर नहीं करेगा।
भारत में हम बस मौत, बीमारी, आतंकवाद और अपराध के बारे में पढ़ते हैं।
आकाश की तरफ देखिये, हम अकेले नहीं हैं, सारा ब्रह्माण्ड हमारे लिए अनुकूल है और जो सपने देखते हैं और मेहनत करते हैं उन्हें प्रतिफल देने की साजिश करता है।
अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।
देश का सबसे अच्छा दिमाग, क्लास रूम की आखरी बेंचों पर मिल सकता है।
जब हमारे हस्ताक्षर, ऑटोग्राफ में बदल जाए तो यह सफलता की निशानी है।
नेताओं ने अब्दुल कलाम को दी श्रद्धांजलि :
देश के पूर्व राष्ट्रपति, महान वैज्ञानिक, मिसाइल मैन, 'भारत रत्न' डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र बनाने में महती भूमिका निभाने के लिए आपको सदैव याद किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
भारत के पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी मृत्यु की सालगिरह पर श्रद्धांजलि देते हुए। एक एयरोस्पेस वैज्ञानिक, शिक्षक और एक विपुल लेखक के रूप में उन्होंने देश की प्रगति में बहुत योगदान दिया। उनकी सरल जीवन और दूरदर्शी सोच हमेशा एक प्रेरणा होगी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशाेक गहलोत
भारत के पूर्व राष्ट्रपति के लिए मेरी विनम्र श्रद्धांजलि, जिसे भारत के मिसाइल मैन, हमारी प्रेरणा, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी के रूप में जाना जाता है।
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
भारत की परमाणु शक्ति क्षमता के प्रेरक पुरुष, महान वैज्ञानिक, 'मिसाइल मैन' के नाम से प्रसिद्ध, पूर्व राष्ट्रपति, 'भारत रत्न' डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम जी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत नमन। डॉ. कलाम जी के बहुमूल्य विचार, आदर्श व सिद्धांत सभी देशवासियों के लिए प्रेरणास्रोत रहेंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा
पूर्व राष्ट्रपति, ‘भारत रत्न’ डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम जी का पूरा जीवन भारत को एक सशक्त राष्ट्र बनाने की दिशा में समर्पित रहा।अपने ज्ञान और सादगी से उन्होंने देश के युवाओं को प्रेरित किया। उनके विचार व आदर्श सदैव देशवासियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे। आज उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें नमन।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
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