भारत में बढ़ रहा Monkeypox का खतरा, दिल्ली में मिला एक और केस
Monkeypox Case Update : दुनिया में जब से कोरोना वायरस की एंट्री हुई है तब से लगातार कोरोना का कोई न कोई रूप, अलग-अलग स्ट्रेन और वेरिएंट के तौर पर सामने आता ही रहता है। पिछले साल से अब तक कोरोना के दो नए Omicron और XE नाम के वेरिएंट ने भारत सहित कई देशों में जमकर तबाही मचाई है। इसी बीच हाल ही में दुनिया में Monkeypox (मंकीपॉक्स) नाम की एक और नई बीमारी जन्म ले चुकी है। हालांकि, यह बीमारी नई नहीं है, लेकिन इससे पहले इसका खतरा काफी सालों से देखने को नहीं मिला था। इस बीमारी को लेकर परेशान करने की बात यह है कि, ये बीमारी अब भारत में बढती नज़र आ रही है और इसी कड़ी में अब दिल्ली से इसका एक और मामला सामने आया है।
Monkeypox का बढ़ता खतरा :
दरअसल, भारत में अब भी कोरोना के मामले सामने आ ही रहे हैं। ऐसे में भारत में अब Monkeypox के मामले भी बढ़ते नजर आने लगे है। क्योंकि, देश की राजधनी दिल्ली से शुक्रवार को Monkeypox का एक और मामला सामने आ गया है। इस प्रकार भारत में मात्र दिल्ली से अब तक इसे मिलकर आठ मामले सामने आ चुके हैं। दिल्ली में आठवें मामले की पुष्टि लोकनायक जय प्रकाश नारायण (LNJP) अस्पताल में भर्ती एक महिला में हुई है। यह महिला नाइजीरियाई मूल की बताई जा रही है। LNJP अस्पताल के डॉक्टरों की एक पूरी टीम ने इस महिला को ओब्जेर्वेशन में रखा है ,साथ ही उसकी सेहत पर लगातार नजर बनाए हुए है।
चिकित्सा अधिकारी ने बताया :
LNJP अस्पताल के एक चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि, '30 वर्षीय नाइजीरियाई मूल की महिला की जांच के बाद मंकीपॉक्स के संक्रमण की पुष्टि हुई है। महिला को बीमारी से संबंधित लक्षण नजर आने पर बुधवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद उसकी मंकीपॉक्स की जांच कराई गई थी। इसमें उसके संक्रमित होने की पुष्टि हो गई है। चिकित्सा टीम महिला की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।' बता दें, इस प्रकार पूरे देश यानी भारत में अब मंकीपॉक्स के मरीजों की कुल संख्या 13 हो गई है। भारत में इस बीमारी का पहला केस 14 जुलाई को केरल के कोल्लम से सामने आया था। जबकि, दिल्ली में पहले मामले की पुष्टि 24 जुलाई को हुई थी और अब दिल्ली में कुल 8 और केरल में Monkeypox के अब तक कुल 5 मरीज मिल चुके हैं।
Monkeypox से जुड़े कुछ मुख्य बिंदु :
WHO द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, Monkeypox से जुड़े कुछ मुख्य ध्यान रखने योग्य बिंदु :
Monkeypox का संक्रमण कई बार अपने आप ही ठीक हो जाता है, लेकिन कभी-कभी यह गंभीर रूप भी ले सकता है।
Monkeypox का खतरा छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं और बेहद कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को ज्यादा होता हैं।
5 साल से छोटे बच्चे इसकी चपेट में जल्दी आते हैं।
यह बीमारी आंख, नाक और मुंह के द्वारा फैलती है।
यह बीमारी स्पर्श (Touch) से भी फैलती है। जैसे मरीज के कपड़े, बर्तन और बिस्तर को छूने से यह दूसरे व्यक्ति को हो सकती है।
Monkeypox बंदर, चूहे, गिलहरी जैसे जानवरों के काटने या उनके खून और बॉडी फ्लुइड्स को छूने से भी हो सकती है।
Monkeypox के लक्षण :
Monkeypox के शुरुआती लक्षण फ्लू जैसे होते हैं जैसे -
बुखार आना
सिर दर्द होना
मांसपेशियों में दर्द होना
कमर दर्द होना
सहरिश के हिस्सों में कंपकंपी छूटना
थकान होना या बने रहना
चेहरे पर मवाद से भरे दाने उभरने लगना
गौरतलब है कि, Monkeypox पहली बार साल 1958 में कैद किए गए एक बंदर में पहली बार पाया गया था। जो कि, एक प्रकार का वायरल इन्फेक्शन है। इसकी पुष्टि पहली बार इंसानों में साल 1970 में हुई थी। इसे चेचक के परिवार का ही एक सदस्य माना जाता है।
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