अमृतसर, भारत। इसी साल 29 मई को पंजाबी गायक-गीतकार और रैपर होने के साथ ही कांग्रेस नेता शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की बेहरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस मामले में शामिल कई लोगों की पहचान आरोपी के तौर पर हुई थी। सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने ली थी। अब इस मामले में ऐसा लग रहा है जैसे सिद्दू मुसेवाला को इंसाफ मिलना शुरू हो गया है। क्योंकि, बुधवार को पंजाब के अमृतसर (Amritsar) जिले के एक गांव में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान मूसेवाला मर्डर केस में आरोपी पाए गए दो गैंगेस्टर मारे गए हैं। वहीं, इस एनकाउंटर में तीन पुलिसकर्मी को भी गोली लगने की खबर है।
मूसेवाला मर्डर केस के आरोपी मारे गए :
दरअसल, आज अमृतसर के एक गांव में पुलिस और गैंगेस्टर के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान मूसेवाला मर्डर केस में आरोपी पाए गए दो गैंगेस्टर जगरूप रूपा और मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नू कूसा कि मौत होने कि खबर है। हालांकि, दुखद खबर यह है कि, इस दौरान पुलिस के तीन कर्मियों को गोली लगने से वह भी घायल हो गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस और गैंगेस्टर के बीच यह एनकाउंटर पंजाब के अमृतसर जिले के चीचा भकना गांव में चल रहा था। पुलिस और गैंगेस्टर के बीच हुए इस एनकाउंटर में दो गैंगेस्टर मारे गए हैं। जानकारी के अनुसार, पुलिस को अटारी गांव में 6-7 गैंगेस्टरों के छिपे होने की खबर मिली थी। इसी आशंका के आधार पर पुलिस ने ये एनकाउंटर ऑपरेशन चलाया। पुलिस को यह सभी गैंगेस्टर गांव की पुरानी हवेली में छिपे मिले। जहां पुलिस ने इन पर फायरिंग शुरू कर दी।
महानिदेशक ने बताया :
पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि, 'पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स और स्थानीय पुलिस जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नू कुसा का पीछा कर रही थी और अमृतसर से करीब 20 किलोमीटर दूर भकना गांव में उनसे मुठभेड़ हो गयी। लगभग छह घंटे तक चली मुठभेड़ में दोनों बदमाश मारे गए। मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने एक एके-47 राइफल और एक पिस्तौल बरामद किया है। पुलिस जांच चल रही है। दोनों बदमाश जग्गू भगनपुरिया गिरोह से संबंधित थे। मूसेवाला हत्याकांड के लिए भगनपुरिया ने इन निशानेबाजों को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को मुहैया कराया था। ये दोनों 52 दिन तक पुलिस को चकमा देते रहे थे। पुलिस को भकना गांव में बदमाशों के छिपे होने की सूचना मिली थी जिसके पश्चात पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली थी और लोगों को घर के अंदर रहने को कहा गया है।'
इलाके में की गई घेराबंदी:
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, गैंगस्टरों की पहचान मनप्रीत मन्नू और जगरूप रूपा के रूप में हुई है, जबकि एक अन्य गैंगस्टर की पहचान अभी नहीं हो पाई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है। दोनों ही शूटर पंजाब के तरनतारन जिले के रहने वाले है। दोनों गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के लिए काम करते हैं।
बता दें कि, पंजाब पुलिस को सूचना मिली थी कि, ये दोनों गैंगस्टर गांव में छिपे हुए हैं। जिसके बाद पुलिस ने यहां सर्च अभियान शुरू किया। इसी दौरान गैंगस्टर्स की तरफ से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी गई। जिसके बाद फोर्स ने भी कार्रवाई की और इस दौरान एक गैंगस्टर को मार गिराया। वहीं, गैंगस्टर्स की फायरिंग मे 3 पुलिस ऑफिसर भी जख्मी हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अमृतसर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
मन्नू कुस्सा पर है ये आरोप :
मन्नू कुस्सा पर आरोप है कि, मन्नू कुस्सा ने मूसेवाला पर AK-47 राइफल से पहली गोली चलाई थी। वह और जगरूप रूपा उन तीन संदिग्ध निशानेबाजों में शामिल थे जो फरार थे, उनमें से दीपक मुंडी का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पंजाब, दिल्ली और मुंबई की पुलिस ने इस हत्या के लिए कई अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है। आरोप है कि कनाडा स्थित गोल्डी बरार ने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ समन्वय में निर्देशित किया था। उधर इस बारे में बात करते हुए अमृतसर के एसएचओ सुखबीर सिंह ने बताया कि, "अभी कुछ कहा नहीं जा सकता कि, ये गैंगस्टर हैं या आतंकी हैं। ऑपरेशन जारी है।"
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