राज एक्सप्रेस। कोरोना महामारी के इलाज के बारे में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की एक डॉक्टर ने बिना अनुमति लिए उनका फोटो लगाकर भ्रामक खबर देने के मामले में दिल्ली पुलिस के साइबर सेल को रविवार को शिकायत दर्ज कराई।
एम्स दिल्ली के रिमोटोलजी विभाग की अध्यक्ष डॉक्टर उमा कुमार ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि उनकी तस्वीर लगाकर उनके हवाले से यह खबर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है कि कोरोना का इलाज आपके शरीर के भीतर ही है।
डॉ कुमार का कहना है कि उन्होंने इस आशय की कोई खबर किसी चैनल या अखबार को नहीं दी है लेकिन उनके हवाले से सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल हो गई है कि कोरोना वायरस का इलाज आपके शरीर के भीतर ही है। उनका कहना है कि उनकी अनुमति के बगैर उनके हवाले से ऐसी खबर देना नितांत अनुचित और गैरकानूनी है और उन्होंने इस फेक न्यूज़ की शिकायत प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो को भी ट्वीट कर दी है।
उन्होंने कहा है कि, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कोरोना से लड़ने में मददगार जरूर होती है लेकिन यह कोई जरूरी नहीं कि अगर कोई व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ हो तो वह इस वायरस से संक्रमित नहीं हो सकता। उनका कहना है कि कोरोना से बचाव ही एकमात्र रास्ता यह है कि उस व्यक्ति को मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना तथा साबुन आदि से बार-बार हाथ धोना जरूरी है। इसलिए सोशल मीडिया पर उनके हवाले से बिना अनुमति की खबर चलना पत्रकारिता के नियमों के भी खिलाफ है।
डिस्क्लेमर:
यह आर्टिकल न्यूज एजेंसी फीड के आधार पर प्रकाशित किया गया है। सिर्फ शीर्षक में बदलाव किया गया है। अतः इस आर्टिकल अथवा समाचार में प्रकाशित हुए तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।
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