दिल्ली। भारत में कोरोना का आंकड़ा हर दिन लाखों में बढ़ता जा रहा है। हालांकि, आज काफी दिन बाद प्रतिदिन का आंकड़ा लाखों की जगह हजारों में सामने आया है। कोरोना की दूसरी लहर ने देशभर में जमकर आतंक मचाया। इस दौरान हजारों लोगों की जान तक चली गई। वहीं, ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर के संकेत मिलने शुरू हो गए है और ये बच्चों के लिए काफी खतरनाक बताई जा रही है, लेकिन इस बात को एम्स (AIIMS) के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया द्वारा ख़ारिज किया गया है। इस मामले में उन्होंने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए बड़ा बयान दिया है।
AIIMS डायरेक्टर ने दिया बड़ा बयान :
दरअसल, पिछले कुछ समय से कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए काफी खतनाक बताई जा रही है, लेकिन आज यानी मंगलवार को इस बात को ख़ारिज करते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि, 'किसी भारतीय या ग्लोबल स्टडी में ऐसी बात नहीं कही गई है कि बच्चों पर ज्यादा असर हो रहा है। यहां तक कि दूसरी लहर में भी जो बच्चे संक्रमित हुए, उनमें मामूली लक्षण ही थे। इसके अलावा कुछ और बीमारियों के चलते उनकी गंभीरता बढ़ गई थी। मैं नहीं मानता कि, भविष्य में भी बच्चों पर कोरोना का कोई गंभीर असर होगा।'
हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना :
जबकि इसी मामले में हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि, 'कोरोना की दूसरी लहर बीते एक सप्ताह में तेजी से कमजोर पड़ी है।' जबकि, मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल का कहना है कि, 'कुल रिकवरी रेट तेजी से बढ़ते हुए 94.3% हो गया है। इसके अलावा 1 से 7 जून के दौरान पॉजिटिविटी रेट 6.3% ही रहा है। देश में अब 15 राज्य ऐसे हैं, जहां पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से नीचे जा चुका है।' उधर, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी की मानें तो, 'बीते एक सप्ताह में नए केसों में 33% की कमी दर्ज की गई है। इसके अलावा एक्टिव केसों में भी 65% की कमी आई है।'
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