प्रसिद्ध संतूर वादक पंडित भजन सोपोरी का 74 वर्ष की आयु में निधन
राज एक्सप्रेस। मनोरंजन जगत से हाल ही एक बुरी खबर सामने आई है। खबर यह है कि, संतूर वादक और प्रसिद्ध संगीतकार पंडित भजन सोपोरी (Pandit Bhajan Sopori) का निधन हो गया है। उनका गुरुग्राम (Gurugram) के फोर्टिस अस्पताल में इलाज चल रहा था।
सोपोर घाटी के रहने वाले थे पंडित भजन सोपोरी:
बता दें कि, 1948 में जन्मे पंडित भजन सोपोरी कश्मीर के सोपोर घाटी के रहने वाले थे। उनका पूरा नाम भजन लाल सोपोरी है, इनके पिता पंडित एसएन सोपोरी भी एक संतूर वादी थे। वह भारतीय शास्त्रीय संगीत के सूफियाना घराने से ताल्लुक रखते थे। भजन सोपोरी ने 74 साल की उम्र में आखिरी सांस ली।
पांच साल की उम्र में दिया था पहला प्रदर्शन:
भजन सोपोरी को घर पर ही उनके दादा एससी सोपोरी और पिता एसएन सोपोरी से संतूर की विद्या हासिल हुई। इनके परिवार की 6 पीढ़ियां संगीत से जुड़ी रही हैं। भजन सोपोरी के बेटे अभय रुस्तम सोपोरी भी संतूर वादक हैं। भजन सोपोरी ने अंग्रेजी साहित्य में मास्टर्स डिग्री हासिल की थी। इसके उपरांत वाशिंगटन विश्वविद्यालय से पश्चिमी शास्त्रीय संगीत का अध्ययन भी किया। उन्होंने पांच साल की उम्र में अपना पहला प्रदर्शन दिया था। कई दशकों के करियर में उन्होंने मिस्र, इंग्लैंड, जर्मनी और साथ ही अमेरिका में प्रदर्शन किया।
पद्म श्री से किया गया था सम्मानित:
भजन सोपोरी की कला के लिए पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था, लेकिन 74 साल की उम्र में उनकी सेहत बिगड़ गई। उन्हें गुरुग्राम के अस्पताल में एडमिट करवाया गया, डॉक्टरों का भी पूरा प्रयास रहा, लेकिन गुरुवार को उन्होंने अंतिम सांस ली और संगीत जगत को छोड़ गए।
पंडित सोपोरी को इन पुरस्कारों से किया गया सम्मानित:
साल 1993 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार
साल 2004 में पद्मश्री सम्मान
साल 2009 में बाबा अलाउद्दीन खान पुरस्कार
साल 2011 में एमएन माथुर सम्मान
साल 2016 में जम्मू-कश्मीर राज्य आजीवन उपलब्धि पुरस्कार
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