मशहूर संगीतकार और गायक बप्पी लहिरी का निधन, 69 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
राज एक्सप्रेस। हाल ही में बॉलीवुड से एक दुखद खबर सामने आई है। खबर है कि, 80 और 90 के दशक में भारत में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाने वाले संगीतकार और गायक बप्पी लहिरी (Bappi Lahiri) का आज मुंबई के क्रिटिकेयर अस्पताल में निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे। बप्पी लहिरी के निधन की खबर से म्यूजिक इंडस्ट्री के लिए किसी सदमे से कम नहीं है।
अस्पताल के निदेशक ने बताया:
अस्पताल के निदेशक डॉ दीपक नामजोशी ने पीटीआई को बताया कि, "बप्पी लहिरी जी को एक महीने के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और सोमवार को उन्हें छुट्टी भी मिल गई थी। मंगलवार को अचानक उनकी हालत खराब हुई और उनके परिवार ने डॉक्टर को घर आने के लिए कहा। उन्हें वहां से अस्पताल ले जाया गया। उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं। उनका निधन ओएसए (ऑब्सट्रिक्टिव स्लीप एपनिया) की वजह से हुआ है।"
डिस्को किंग के रूप में बनाई पहचान:
बप्पी लहिरी को व्यापक रूप से भारत में "डिस्को किंग" के रूप में जाना जाता है। बप्पी लहिरी ने 70-80 के दशक में ऐसे-ऐसे गाने बनाए जिन पर लोग आज भी झूमने को मजबूर हो जाते हैं। उनका जन्म 1952 में पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में शास्त्रीय संगीत में एक समृद्ध परंपरा वाले परिवार में हुआ था। उन्होंने 19 साल की छोटी उम्र में एक संगीत निर्देशक के रूप में अपना करियर शुरू किया। उनके पिता, अपरेश लहिरी एक प्रसिद्ध बंगाली गायक थे और उनकी मां, बंसारी लहिरी एक संगीतकार और एक गायिका थीं, जो शास्त्रीय संगीत और श्यामा संगीत में पारंगत थीं।
जानकारी के लिए बता दें कि, बप्पी लहिरी को बंगाली फिल्म 'दादू' (1972) में गाना गाने का पहला अवसर मिला था। हालांकि हिंदी फिल्मों में उन्होंने अपनी जगह फिल्म 'नन्हा शिकारी' (1973) से बनाना शुरू की थी। ताहिर हुसैन की हिंदी फिल्म, 'ज़ख्मी' (1975) से उन्हें बॉलीवुड में खुद को स्थापित किया और एक पार्श्व गायक के रूप में पहचान बनाई।
गायक ने हाल ही में आयुष्मान खुराना और जितेंद्र कुमार स्टारर 'शुभ मंगल ज्यादा सावधान' के लिए अपने हिट गाने 'यार बिना चैन कहां रे' को 'अरे प्यार कर ले' शीर्षक से रीमिक्स किया।
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