रिश्वतखोर प्राचार्य: रीवा लोकायुक्त ने 5 हजार की रिश्वत लेते प्राचार्य को किया ट्रैप
रीवा, मध्यप्रदेश। एमपी में रिश्वतखोरों के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई जारी है। इस बीच अब रिश्वतखोरी का मामला रीवा से सामने आया है। इस मामले में लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्राचार्य को कॉलेज कैम्पस में 5 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
रीवा में कॉलेज प्राचार्य रिश्वत लेते ट्रैप :
लोकायुक्त ने आज भ्रष्टाचार पर बड़ी कार्रवाई की है। बता दें कि, रीवा लोकायुक्त पुलिस ने 5 हजार रुपए की रिश्वत (Bribe) लेते हुए कालेज के प्राचार्य (Principal) को ट्रैप किया है। डीए का एरियर और वेतन वृद्धि लगाने के एवज में 10 हजार रुपए की रकम मांगी थी, बाद में प्राचार्य को 5 हजार रुपए में भृत्य ने मान लिया था। जिसके बाद भृत्य ने लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर एसपी से इसकी शिकायत की थी।
शिकायत पर लोकायुक्त ने रणनीति बनाकर आरोपी प्राचार्य को किया गिरफ्तार
इस शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने रणनीति बनाकर आरोपी प्राचार्य को गिरफ्तार कर लिया। मिली जानकारी के मुताबिक लोकायुक्त ने सोमवार को कॉलेज परिसर से 5 हजार रुपए की रकम के साथ आरोपी प्राचार्य को रंगे हाथ पकड़ा गया है। लोकायुक्त ने प्राचार्य के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई जारी रखी है। लोकायुक्त एसपी ने बताया- सोमवार की दोपहर राजभान सिंह स्मारक महाविद्यालय मनिकवार के प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार पीढिया को उनके कक्ष से 5 हजार रुपए की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है।
मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी का बढ़ता ग्राफ :
बताते चलें कि, एमपी में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सीबीआई, ईओडब्लू, लोकायुक्त जैसी एजेंसियां हैं, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही हैं परंतु इसके बाद भी भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लग रही है, जिसके चलते कई खबरें सामने आती जा रही हैं। इससे पहले भी ऐसे कई मामले आ चुके हैं, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर पढ़ें खबरें- एक लाख की रिश्वत लेते हुए दबोचे गए 'पुलिसकर्मी'
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