करोड़ों के आसामी खनिज अधिकारी के लाॉकर से मिले डेढ़ लाख के आभूषण, चाबी नहीं मिली तो तोडऩा पड़ा लॉकर
इंदौर। देवास में पदस्थ खनिज अधिकारी मोहनसिंह खतेडिय़ा पर दूसरे दिन भी लोकायुक्त कार्रवाई जारी रही। लोकायुक्त टीम ने बुधवार को उसके बैंक लाकर की जांच की। चाबी न मिलने पर लाकर तोड़कर आभूषण जब्त किए गए, लेकिन उसमें सिर्फ डेढ़ लाख रुपये के ही आभूषण मिले हैं।
लोकायुक्त डीएसपी आनंद यादव के अनुसार देवास में पदस्थ खनिज अधिकारी मोहनसिंह खतेडिय़ा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में मंगलवार को उसके तुलसीनगर स्थित घर सहित उज्जैन, पीथमपुर स्थित आरएमसी प्लांट पर छापा मारा गया था। छापे में लाखों की नकदी के साथ करोड़ों की चल-अचल संपत्तियों का पता चला था। वहीं खतेडिय़ां के पांच बैंक अकाउंट भी मिले हैं। पुलिस ने सभी बैंक को पत्र लिख कर जमा राशि और ट्रांजेक्शन का विवरण मांगा है। खतेडिय़ा और उसके बेटे नयन के सीए को भी पत्र लिख कर आईटीआर का रिकार्ड मांगा गया है। सीए ने बताया वह 2018 से आईटीआर फाइल कर रहे है।
काफी समय से आपरेट नहीं किया लाकर
बुधवार को पुलिस महालक्ष्मीनगर स्थित कैनरा बैंक पहुंची और खतेडिय़ा के खाते व लाकर की जांच की। लाकर की चाबी गुम थी और काफी समय से आपरेट भी नहीं हुआ था। अत: बैंक अफसरों ने गोदरेज कंपनी के वेंडर को बुलाकर लाॉकर तोड़ा तो उसमें से सिर्फ डेढ़ लाख रुपये कीमत के आभूषण मिले। डीएसपी के मुताबिक अभी तक की जांच में खतेडिय़ां की पांच करोड़ से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति की जानकारी मिली है।
प्रमुख सचिव को लिखा पत्र
लोकायुक्त पुलिस में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज होने पर प्रमुख सचिव (खनिज) को भी पत्र लिखा है। पुलिस ने बताया कि खनिज अधिकारी डॉ. मोहनसिंह से आय से अधिक संपत्ति मिली है। उसकी कुल नौकरी में सवा करोड़ रुपये आय हुई, लेकिन भ्रष्टाचार कर खतेडिय़ा ने पांच करोड़ से ज्यादा की संपत्ति अर्जित कर ली। पुलिस ने उसे देवास से हटा कर अन्य जगह पदस्थ करने की मांग की है।
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