इंदौर : डकैत गैंग के सरगना ने वारदात के लिए चुना बुआ का घर

इंदौर, मध्य प्रदेश : हाईलिंक सिटी में हुई डकैती का खुलासा पुलिस की स्पेशल टीम और क्राइम ब्रांच ने कर दिया है। गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।
डकैत गैंग के सरगना ने वारदात के लिए चुना बुआ का घर
डकैत गैंग के सरगना ने वारदात के लिए चुना बुआ का घरRaj Express
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हाइलाइट्स :

  • हाईलिंक में हुई वारदात का खुलासा, पांच गिरफ्तार

  • बाग-टांडा की गैंग ही निकली डकैती करने वाली

इंदौर, मध्य प्रदेश। हाईलिंक सिटी में हुई डकैती का खुलासा पुलिस की स्पेशल टीम और क्राइम ब्रांच ने कर दिया है। गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, उनसे वारदात का कुछ माल भी बरामद कर लिया गया है। गैंग के सरगना ने वारदात के लिए अपनी सगी बुआ के घर को ही चुना अपने साथियों के साथ मिलकर डकैती की प्लानिंग बनाई और हथियारबंद बदमाशों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। गैंग के फरार सदस्यों के बारे में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं, उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

कब हुई थी वारदात :

हाईलिंक सिटी में 30-31 जनवरी की मध्यरात्रि को अज्ञात बदमाशों ने दरवाजा तोड़कर सीए निखिल चौपड़ा के घर पर हमला किया। निखिल एवं उसकी पत्नी को कमरे में बंद कर निखिल के माता-पिता अजीत चौपड़ा एवं निर्मला चौपड़ा पर हमला किया। उसके बाद लाखों का माल उड़ा ले गए। गैंग के सदस्य पास में ही राजेंद्र जैन के सूने घर पर पहुंचे। वहां के ताले तोड़कर लाखों का माल समेटा और फरार हो गए। आरोपी भागते-भागते कालोनी में आतंक भी मचा रहे थे और चेतावनी दे रहे थे कि यदि कोई बाहर निकला तो गोली मार देंगे। यहां से करीब 30 लाख की डकैती और चोरी हुई थी।

सैकड़ों फुटेज खंगाले टीम ने :

उपरोक्त दोनों घटनायें सनसनीखेज थी जिसके अज्ञात आरोपियों की तलाश पुलिस द्वारा सरगर्मी से की जा रही थी। आरोपियों का सुराग लगाने के लिए स्पेशल टीम बनाई गई। इसके साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम को भी सक्रिय किया गया। स्पाट के आसपास सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। स्थानीय स्तर पर मुखबिरों को सक्रिय किया गया। टीम को सीसीटीवी फुटेज में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियां घटनास्थल के आसपास के क्षेत्रों में नजर आयीं जिसमें दोनों घटनास्थल के आसपास समान हुलिया के लोगों की संदिग्ध गतिविधियां दिखाई दी । प्रथम दृष्टया फुटेज देखकर पुलिस टीम को ये पता चला कि वारदात करने वाली एक शातिर गैंग है जो संभवत: जिला धार के बाग व टाण्डा क्षेत्र की हो सकती है। फुटेज के आधार पर टीम ने मुखबिरों को सक्रिय करते हुये सुराग हासिल किये जिसमें टीम को यह सूचना मिल गई कि कुछ लोग जेवरात व नगदी बांटने के लिये नावदा पंथ के पास एकत्रित होने वाले हैं जिनके पास चोरी का माल हो सकता है।

डकैती के माल का बंटवारा करते दबोचा :

सूचना के आधार पर एरोड्रम और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने स्थानीय स्तर पर घेराबंदी के लिये योजना बनाई । जहां आरोपीगण एकत्रित होने वाले थे वहां अलग अलग वेश भूषा में सिपाहियों को तैनात कर दिया। जैसे ही आरोपीगण एकत्रित होकर माल बांटने के लिये बातचीत करने लगे तत्समय वहां घात लगाये बैठी क्राईम ब्रांच की टीम ने पांच आरोपियों पिन्टू उर्फ अभिषेक जैन पिता दिनेश जैन, सदर बाजार टाण्डा, मंगु पिता जुवान सिंह, पिपरानी जिला धार, रमेश पिता केसु अलावा, ग्राम पिपरानी जिला धार, मुकाम पिता जुवान सिंह, दूधिया फालिया टांडा जिला धार एवं रविन्द्र उर्फ रवि पिता नवल सिंह, बुधिया फलिया थाना टांण्डा जिला धार को दबोच लिया। तलाशी लेने पर आरोपियों के कब्जे से 1 सोने की अंगूठी, 1 सोने की चैन, 1 सोने की चूड़ी बरामद हुई। आरोपियों से की गई आरंभिक पूछताछ में उन्होंनें उपरोक्त बरामद जेवर थाना एरोड्रम में सीए निखिल चौपड़ा के घर से लूटना बताया। पुलिस टीम ने सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर उनसे पृथक पृथक आरंभिक पूछताछ की जिन्होंनें डकैती की घटना के बाद एरोड्रम में उसी रात ताला तोड़कर राजेंद्र जैन के घर चोरी करना बताया।

गैंग के सरगना पिंटू ने बनाई थी प्लानिंग :

आरोपी पिन्टू इस गैंग का सरगना है उसने अपने साथी मंगू के साथ मिलकर इंदौर में रैकी की और जिस घर में डकैती डाली वह पिन्टू की सगी बुआ का घर है। उसे घटना से पूर्व घर के बारे में सारी जानकारी थी कि कहां कितना माल है और घर में कौन कौन सदस्य है। अत: उसने घटना करने की नियत से योजना बनाई तथा मंगू के साथ मिलकर वारदात से 3-4 दिन पूर्व रैकी की जिसमें उसे यह भी ज्ञात हुआ कि बुआ के घर के पास एक और घर है जो फिलहाल सूना पड़ा है। पिन्टू और मंगू ने वहां की भी रैकी की बाद रवाना होकर जिला धार चले गये। वहां योजना के मुताबिक अपनी गैंग के अन्य सदस्यों लगभग दर्जन भर लोगों के साथ आई-10 और बोलेरो से इंदौर आये । प्लानिंग के मुताबिक फालिया और लोहे की रॉड आदि का उपयोग कर ताले तोड़े तथा हथियारों व चाकू तलवारों से लैस होकर घर में धावा बोल दिया व मारपीट कर लूटपाट की थी जिसमें घर के सदस्यों को चोटें भी आई थी।

गैंग के सरगना पिन्टू सहित पांच सदस्य गिरफ्तार हुए हैं। इन लोगों ने दोनों वारदातें कबूलने के साथ ही अपने साथियों के बारे में भी जानकारी दी है। उनकी तलाश की जा रही है,पुलिस ने दावा किया है कि उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

किराने वाले और कपड़ा दुकान वाले बन गए डकैत :

आरोपी पिन्टू किराने की दुकान चलाता है। आरोपी मंगू शासकीय विद्यालय में अतिथि शिक्षक है जबकि आरोपी रमेश ड्राईवर हैै। आरोपी मुकाम पिता जुवान की किराने की दुकान है तथा आरोपी रविन्द्र की स्पोर्टस कपड़े की दुकान है। आरोपी पिन्टू ने बताया कि वारदात की योजना उसने ही बनाई थी तथा सभी साथियों को बताया था कि उसकी बुआ के यहां अ'छा जेवर व नगदी माल है जहां से लूटपाट करने पर मोटी रकम सबके हाथ लग सकती है। उसके बाद साथियों के साथ मिलकर रैकी कर 2 चार पहिया वाहनों से रवाना होकर इंदौर आये व सबने शराब पी तथा नशे में वारदात को अंजाम दिया। आरोपी धार व अन्य जिलों में बड़े स्तर पर जुआ खेलने का आदी है जिस पर कर्ज होने के चलते उसने वारदात को अंजाम दिया जाना बताया है। वारदात में शामिल अन्य लोगों के संबंध में सुराग पुलिस टीम को मिले है जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है अन्य आरोपियों के गिरफ्त में आने पर उनसे वाहन, हथियार व वारदात का अन्य माल जब्ती के प्रयास किये जायेंगें । गिरफ्तार आरेापियों का पुलिस रिमाण्ड लेकर विस्तृत पूछताछ की जायेगी जिनसे इंदौर शहर एवं अन्य सीमावर्ती जिलों की अनसुलझी पुरानी वारदातों का खुलासा होने की संभावना है।

आईजी ने दी पुलिस टीम को बधाई :

डीआईजी मनीष कपूरिया द्वारा चोरी-नकबजनी, लूट-डकैती व अन्य अनसुलझी वारदातों का खुलासा कर इन अपराधों में संलिप्त आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीम को निर्देशित किया था। एसपी वेस्ट महेश चन्द्र जैन और एसपी मुख्यालय अरविंद तिवारी के मार्गदर्शन में एएसपी क्राइम गुरूप्रसाद पाराशर व एएसपी प्रशांत चौबे एवं सीएसपी जयंत राठौर द्वारा हाईलिंक में हुई डकैती की वारदात का खुलासा करने के लिए स्पेशल टीम बनाई थी। इस टीम ने क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर आरोपियों का सुराग लगाया। फुटेज में संदिग्ध दिखने वाले आरोपियों तक पुलिस टीम पहुंच गई थी। इनकी पहचान होने के बाद जब ये माल का बंटवारा कर रहे थे उसी वक्त इन्हे दबौच लिया गया। आईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने डकैती का खुलासा करने वाली टीम को बधाई दी है।

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