भोपाल। शहर में हर माह सेक्सटॉर्शन अथवा न्यूड कॉल के 15 से 20 मामले सामने आ रहे हैं। इस लिहाज से हर दूसरे दिन कोई न कोई पुरुष सेक्सटॉर्शन का शिकार हो रहा है। राजधानी की सायबर क्राइम पुलिस लगातार ऐसे मामलों का पर्दाफाश करने में लगी है। न्यूड कॉल से ब्लैकमेलिंग के अलावा काफी सारे ऐसे मामले भी सायबर क्राइम ब्रांच में आ रहे हैं जिनमें ब्लैकमेलिंग की नौबत आने से पहले ही जागरूक फरियादी थाने पहुंचकर इस सिलसिले को बंद कराने के लिए आवेदन दे रहा है। इसमें सायबर क्राइम पुलिस नंबरों को ब्लॉक करवा देती है। सायबर पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि लगातार 8-10 बार ब्लॉक करने की प्रकिया के बाद सायबर अपराधी खुद ही मैसेज करना छोड़ देता है।
वेबकैम अथवा मोबाइल पर वीडियो कॉल के जरिए किसी की सेक्स गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करने को सेक्सटॉर्शन कहा जाता है। देशभर में ऐसे मामले लगातार सामने रहे हैं। सायबर अपराधी अधिकतर स्कूल-कॉलेज में पढऩे वाले युवा, कारोबारी, रिटायर्ड कर्मचारी-अधिकारी अथवा राजनीति से जुड़े लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। सायबर ठग फर्जी आईडी बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट अथवा मैसेज भेजते हैं और दोस्ताना माहौल बनाने के साथ अश्लील बातें करते हैं। कुछ देर या दिन बाद न्यूड वीडियो कॉलिंग कर रिकार्डिंग करते हैं और फिर शुरू हो जाता है ब्लैकमेलिंग अथवा वसूली का सिलसिला।
रिटायर्ड अधिकारी से वसूले थे 7 लाख
भोपाल के 62 वर्षीय एक सेवानिवृत्त अधिकारी से सेक्सटॉर्शन के जरिए ब्लैकमेल कर दो दिन में 7 लाख रुपए हड़प वसूले गए थे। इस मामले में सायबर क्राइम पुलिस ने तीन आरोपियों को हरियाणा से गिरफ्तार किया था। दो जून 2022 को फरियादी ने शिकायत करते हुए बताया था कि फेसबुक पर एक युवती ने रिक्वेस्ट भेजी थी। स्वीकार करते ही मोबाइल नंबर मांगा। इसके बाद बातचीत होने लगी। एक वीडियो कॉल में युवती ने कपड़े उतारने को कहा। फरियादी ने युवती के कहे अनुसार किया। कुछ देर बाद ही स्क्रीन शॉट भेजा गया। जिसमें फरियादी लडक़ी का अश्लील वीडियों देखते हुए आपत्तिजनक स्थिति में नजर आ रहे थे।
आईपी और आईएमआई से होते हैं लोकेट
इस साल शुरूआती दो माह में न्यूड कॉल अथवा सेक्सटॉर्शन का कोई भी मामला लोकेट नहीं हुआ है। न्यूड कॉल करने वाले सायबर अपराधी को लोकेट करने में थोड़ी दिक्कत तब आती है जब वह व्हाट्सएप नंबर से मैसेज अथवा कॉलिंग करता है। इसमें कोई मोबाइल नंबर धारक नहीं होता। ऐसे मामलों को मोबाइल फोन के आईएमआई नंबर से डिटेक्ट किया जाता है। फरियादी और अपराधी दोनों के मोबाइल नंबर के आईएमआई नंबर लेकर लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जाता है। यदि मैसेज अथवा वीडियो कॉलिंग दूसर राज्य से होती है तो ऐसे मामलों में आईपी एड्रेस ही अहम भूमिका निभाता है। ज्यादातर मामले आईपी (इंटरनेट प्रोटोकाल) से ही डिटेक्ट किए गए हैं।
राजस्थान व बंगाल से आते हैं अधिक कॉल
न्यूड कॉल अथवा सेक्सटॉर्शन के ज्यादातर कॉल या मैसेज राजस्थान और उसके बाद पश्चिम बंगाल से आते हैं। ऐसे सायबर अपराधी बेहद ही शातिर और चालाक होते हैं। 8-10 मैसेज अथवा कॉल करने पर जब उन्होंने ढंग से रिप्लाई नहीं मिलता तो वह समझ जाते हैं यह शख्स जाल में नहीं फंसेगा। किसी भी नंबर के सिम कार्ड को अपराधी बार-बार इस्तेमाल नहीं करते। सायबर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का कहना है कि न्यूड कॉल अथवा सेक्सटॉर्शन मामलों का डिटेक्शन ग्राफ पहले से काफी बढ़ा है।
शादी का झांसा देकर दो साल तक प्रेमी करता रहा दुष्कर्म
कोलार थाना क्षेत्र में 16 साल की लडक़ी से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। कथित प्रेमी प्रेमजाल में फंसाकर करीब दो साल तक किशोरी का शारीरिक शोषण करता रहा। आरोपी ने नाबालिग को शादी का झांसा दिया था। इस सनसनीखेज मामले का खुलासा पिछले दिनों उस समय हुआ जब पेट में दर्द होने पर परिजन नाबालिग को चिकित्सक के पास ले गए। वहां पता चला कि वह गर्भवती है। पुलिस ने पीडि़त नाबालिग की शिकायत पर कथित प्रेमी के खिलाफ बलात्कार का प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक शाहपुरा थाना क्षेत्र में रहने वाले सब्जी विक्रेता की 16 साल की बेटी ने पांचवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। करीब दो साल पहले नाबालिग की मुलाकात अभिषेक राजपूत (20) नामक युवक से हुई थी। अकबरपुर में रहने वाला अभिषेक प्राइवेट काम करता है। परिचय होने के बाद दोनों के बीच दोस्ती हो गई और वह मोबाइल फोन पर चैटिंग व बातचीत करने लगे। पुलिस ने बताया कि नवंबर 2021 में आरोपी अभिषेक घुमाने के बहाने किशोरी को अपने कमरे पर ले गया और वहां जबरन उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। विरोध करने पर उसने जल्द ही शादी करने झांसा दिया। शादी का प्रलोभन देकर आरोपी करीब दो साल तक किशोरी को हवस का शिकार बनाता रहा। कुछ दिन पहले पेट में तकलीफ होने पर परिजन उक्त किशोरी को चिकित्सक के पास ले गए थे। परीक्षण के बाद खुलासा हुआ कि नाबालिग गर्भवती है। कोलार पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी अभिषेक राजपूत को हिरासत में ले लिया है।
युवक ने फांसी लगाकर लगाया मौत को गले
छोला मंदिर थाना क्षेत्र स्थित बिहारी कॉलोनी में रविवार सुबह एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके पास से सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पीएम के बाद परिजन को सौंप दिया है। शार्ट पीएम रिपोर्ट आने के बाद बयान दर्ज किए जाएंगे। उसके बाद ही कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है। एएसआई रिपुसूदन चौहान ने बताया कि बिहारी कॉलोनी छोला निवासी विजय मेवाड़ा पुत्र ओम प्रकाश मेवाड़ा (30) प्राइवेट काम करता था। रविवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे पिता ओमप्रकाश ने उसे फांसी के फंदे पर झूलता देखा। पिता उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पीएम के बाद परिजन को सौंप दिया है। पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट नहीं मिला है।
सैर सपाटा के पास तालाब में मिला युवक का शव
कमला नगर पुलिस ने सैर सपाटा तालाब के पास से रविवार शाम करीब साढ़े 5 बजे एक युवक का शव बरामद किया है। शव करीब तीन से चार दिन पुराना होने के कारण काफी हद तक डिकम्पोज हो चुका है। मृतक की उम्र करीब चालीस साल के आसपास बताई जा रही है। उसके पास से ऐसा कोई भी दस्तावेज नहीं मिला है जिससे की उसकी शिनाख्त की जा सके।
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