इंदौर : नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ पकड़ाया डॉक्टर

इंदौर, मध्यप्रदेश : एसटीएफ ने मेडिकल संचालक सहित तीन को कालाबाजारी करते पकड़ा, वहीं क्राइम ब्रांच ने एक डाक्टर को नकली इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया है।
नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ पकड़ाया डॉक्टर
नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ पकड़ाया डॉक्टरRaj Express
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इंदौर, मध्यप्रदेश। महामारी के दौर में दवाईयों की कालाबाजारी भी हो रही है। एसटीएफ ने जहां मेडिकल संचालक सहित तीन को कालाबाजारी करते पकड़ा, वहीं क्राइम ब्रांच ने एक डाक्टर को नकली इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया है। उसके पास 16 बाक्स में करीब 400 इंजेक्शन बरामद हुए हैं। ये इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश की एक कंपनी के बताए जा रहे हैं। पुलिस व प्रशासन की टीम जांच कर रही है।

एएसपी क्राइम ब्रांच के अनुसार संक्रमण काल में दवाईयों एवं इंजेक्शन की सूचना मिल रही थी। इस पर डीआईजी मनीष कपूरिया ने कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसी बीच गुरुवार को मुखबिर से सूचना मिली कि पीथमपुर की इपोक फार्मास्यूटीकल्स कंपनी का मालिक न्यू रानीबाग खंडवा रोड स्वयं की टाटा सफारी कार से नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन को विक्रय करने हेतू ग्राहकों एवं मरीजों की तलाश में है। इस सूचना पर क्राइम ब्रांच की टीम ने न्यू रानीबाग कालोनी के गेट के बाहर उक्त कार एमपी 09 सीएम 5176 को घेराबंदी कर पकड़ा, जिसमें ड्रायवर सीठ पर बैंठे व्यक्ति ने अपना नाम विनयशंकर त्रिपाठी पिता स्व. बृजकुमार तिवारी (56) निवासी न्यू रानी बाग खण्डवा रोड़ बताया। वाहन की तलाशी लेते वक़्त उसकी कार से रेमडेसिवीर इंजेक्शन का एक बड़ा कार्टून बरामद हुआ, जिसको खोलकर देखते उसके अंदर 16 छोटे बाक्स मिले। प्रत्येक बाक्स में 25 इंजेक्शन रखे थे, जिनकी कुल संख्या 400 नग इंजेक्शन वायल मिले। पुलिस टीम ने आरोपी विनयशंकर से इंजेक्शन के बारे में पूछताछ की तो वह कोई वैध दस्तावेज एवं क्रय-विक्रय का कोई बिल नहीं बता पाया। आरोपी ने उक्त नकली इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश की किसी फैक्ट्री से ट्रासपोर्ट के माध्यम से बुलवाना बताया, जो स्वयं व्दारा विक्रय करने की फिराक में था। उक्त जप्तशुदा 400 नग रेमडेसिवीर इंजेक्शन वायल की कीमत करीब 20 लाख रुपए बताया है।

क्राइम ब्रांच ने आरोपी विनयशंकर त्रिपाठी के विरुद्ध धारा 420, 274, 275, 276 भादवि व औषधि एव प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1904 की धारा 18 (सी),18(डी), 27 एवं एपेडेमिक डिसिस एक्ट 1897 की धारा 3 का अपराध पंजीबद्ध किया गया। आरोपी से पूछताछ की जा रही है, जिसमें नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन उत्पाद करने वाली कंपनी एव अन्य आरोपियों के नाम की जानकारी मिलने की संभावना है।

आरोपी विनयशंकर त्रिपाठी नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन के साथ
आरोपी विनयशंकर त्रिपाठी नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन के साथRaj Express

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