Murder Mystery Solved : मां-बेटी ने मिलकर की थी एमपीईबी के रिटायर्ड क्लर्क की हत्या
हाइलाइट्स :
बेटे की शादी में खाना बनाने आती थी, मृतक से हो गई थी दोस्ती।
बाद में भी महिला का घर में आना-जाना होता था, कभी एक तो कभी दो हजार देते थे।
घटना वाली रात कम पैसे देने को लेकर हुआ था विवाद।
भोपाल, मध्यप्रदेश। पिपलानी व क्राइम ब्रांच पुलिस की संयुक्त टीम ने भेल नगर में 10 जनवरी को हुए एमपीईबी के रिटायर्ड क्लर्क के अंधेकत्ल की गुत्थी सुलझा ली है। बेटे की शादी के दौरान घर में काम करने आई नौकरानी व उसकी नाबालिग बेटी ने सिर पर कांच के फ्लावर पॉट व पेंचकस-संसी आदि से वार कर रिटायर्ड क्लर्क की हत्या की थी। हत्या का कारण 10 हजार रुपए को लेकर होने वाला विवाद बताया जा रहा है। दरअसल बेटे का शादी कार्यक्रम होने के बाद महिला की मृतक से अच्छी-खासी दोस्ती हो गई थी और वह उनसे मिलने अक्सर घर आया करती थी। रिटायर्ड कर्मचारी महिला को रोजाना एक हजार तो कभी दो हजार रुपए देते थे। आरोपी महिला को जब पता चला कि वह एक माह के लिए अपने बेटे के पास बैंग्लुरु जाने वाले हैं तो वह घटना की शाम उनसे दस हजार रुपए लेने आई थी। मृतक इतनी बड़ी रकम देने के लिए तैयार नहीं थे। इसी बात को लेकर विवाद हुआ था।
एडिशनल डीसीपी राजेश सिंह भदोरिया ने बताया कि भेल नगर पिपलानी निवासी दिलीप मोहाडकर (65) एमपीईबी के रिटायर्ड क्लर्क थे। करीब पांच साल पहले उनकी पत्नी का निधन हो चुका है। इंजीनियर बेटा भूषण और बहू बैंग्लुरु में रहते हैं वहीं इकलौती बेटी दीप्ति भी अपने परिवार के साथ पुणे में रहती है। दिलीप मोहडकर यहां अकेले रहते थे। मंगलवार 10 जनवरी की शाम बेटी दीप्ति अपने पिता को मोबाइल पर कॉल लगा रही थी,लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो रहा था। लिहाजा दीप्ति ने पड़ोस में रहने वाले पिता के मित्र अनिल मूले को फोन कर जानकारी दी कि पापा का फोन बंद आ रहा है। आप जाकर देख लीजिए। पड़ोसी ने मौके पर जाकर देखा तो दिलीप मोहाडकर की लाश घर के हाल में फर्श पर खून से लथपथ हालत में पड़ी मिली थी।
खाना बनाने आती थी आरोपी महिला :
पुलिस ने बताया कि 19 दिसंबर 2022 को दिलीप मोहाडकर के बेटे भूषण की शादी भोपाल में हुई थी। शादी में पहले से काफी मेहमान आकर रुके थे। मेहमानों का खाना बनाने के लिए अयोध्या नगर क्षेत्र में रहने वाली महिला पूजा नायर को रखा गया था। आरोपी महिला रिटायर्ड कर्मचारी की बेटी के बच्चे की मालिश का काम भी करने लगी थी। उसी दौरान रिटायर्ड क्लर्क की पूजा से अच्छी दोस्ती हो गई थी। शादी के बाद जब सभी लोग चले गए थे और दिलीप मोहाडकर अकेले रह गए थे, तब भी महिला का घर में आना-जाना होता था। उनके बीच इतनी घनिष्ठ मित्रता हो गई थी कि दोनों मोबाइल पर बात करने लगे थे और व्हाट्सएप पर भी चैटिंग करते थे।
खुलासा करने खंगाले 100 सीसीटीवी कैमरे :
सनसनीखेज अंधेकत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस की एक विशेष टीमें बनाई थी। परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ पर पता चला कि दिलीप के घर महिला का आना-जाना था। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चैक किए तो उसमें भी दो महिलाएं दिखाई दीं। लेकिन कैमरा क्वालिटी अच्छी नहीं होने के कारण उनके चेहरे नजर नहीं आ रहे थे। लिहाजा रूटमैप तैयार कर करीब 100 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए। करीब दो दर्जन संदिग्ध महिलाओं से भी पूछताछ की गई। इस बीच पता चला कि दिलीप मोहाडकर के घर काम कर चुकी एक महिला घटना के दूसरे दिन से ही घर से गायब है। पुलिस ने उनकी खोजबीन शुरू की और मुखबिरों की सूचना पर नौकरानी पूजा नायर व उसकी 15 साल की नाबालिग बेटी को हिरासत में ले लिया।
फुटेज देखकर टूट गई आरोपी मां-बेटी :
हिरासत में लेने के बाद नौकरानी व उसकी बेटी से अलग-अलग पूछताछ की। दोनों को सीसीटीवी कैमरे से मिले उनके फुटेज भी दिखाए गए। फुटेज देखकर मां-बेटी टूट गई और रिटायर्ड क्लर्क दिलीप मोहाडकर की हत्या करना कुबूल कर लिया। हत्या करने के बाद अलमारी से आभूषण व नगदी ले जाना भी स्वीकार किया। आरोपी महिला की निशानदेही पर पुलिस ने महिला के घर से जेवरात, नगदी व खून से सने कपड़े बरामद कर लिए हैं। आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि दस हजार रुपए के विवाद के चलते उसने रिटायर्ड क्लर्क की हत्या की थी।
क्या हुआ था उस रात :
आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि वह मूलरूप से सिलवानी की रहने वाली है। उसका पति ऑटो चलाता है। वह शादी व पार्टी आदि में खाना बनाने का काम करती है। दिलीप माहोडकर के बेटे की शादी में भी वह खाना बनाने जाती थी। उसी दौरान उसकी रिटायर्ड क्लर्क से दोस्ती हो गई थी। उसे जब पता चला कि वह दिलीप मोहाडकर एक माह से भी अधिक समय के लिए अपने बेटे के पास जाने वाले हैं तो उसे पैसों की चिंता हुई। विगत दस जनवरी की रात वह दिलीप माहोडकर के घर गई थी। उन्होंने दो हजार रुपए दिए थे जबकि महिला का कहना था कि आप लंबे समय के लिए जा रहे हैं, इसलिए कम से कम दस हजार रुपए तो दो। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था।
ऐसे उतारा मौत के घाट :
आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि पैसों को लेकर विवाद बढ़ने पर उसे गुस्सा आ गया और गुस्से में आकर उसने कांच का फ्लावर पॉट उठाकर दिलीप मोहाडकर के सिर पर दे मारा था। उसके बाद मां-बेटी ने मिलकर उनकी आंखों में मिर्ची पाउडर झोंक दिया। शोर बाहर न जाए इसके लिए महिला ने टीवी की आवाज बहुत तेज कर दी। सिर पर वार से दिलीप पस्त पड़ गए। मां-बेटी ने मिलकर बनियान से उनके दोनों पैर बांध दिए और फिर किचिन में रखी संसी, बेलन, पेंचकस, पाना व कांच के पॉट से बार-बार वार कर हत्या कर दी। रिटायर्ड क्लर्क को मौत के घाट उतारने के बाद महिला व उसकी नाबालिग बेटी तीनों अलमारियों से आभूषण व हजारों रुपए की नगदी निकालकर फरार हो गए।
मां-बेटी को पिलाई थी चाय :
पुलिस को घटनास्थल से इस्तेमाल किए हुए चाय के तीन कप भी मिले थे। विवेचना के दौरान खुलासा हुआ कि घटना से पहले दिलीप मोहाडकर, आरोपी महिला और उसकी नाबालिग बेटी ने चाय पी थी। चाय पीने के बाद आरोपी महिला, दिलीप मोहाडकर के साथ ऊपर चली गई थी। विवाद व शोर की आवाज सुनने के बाद नाबालिग बेटी भी अपनी मां के पास चली गई थी।
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