वारासिवनी, मध्य प्रदेश। शहर का सबसे पुराना ऐतिहासिक और गौरवशाली गोलीबारी चौक इन दिनों असामाजिक तत्वों के जमघट और हरकतों से बदनाम हो रहा है, लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
विदित हो कि, वारासिवनी शहर का यह ऐतिहासिक स्थल गोलीबारी चौक के आसपास दुकानें हैं। जहाँ की कुछ कथित दुकानों के आसपास इन तत्वों का जमावड़ा अधिकांश समय बना रहता हैं। जो, आपस मे गाली गलौज करते रहते हैं। जिससे यहाँ का वातावरण प्रदूषित हो रहा है।
शाम में महिलाओं का निकलना होता है मुश्किल :
इस चौक पर असामाजिक तत्वों का इस तरह जमावड़ा रहता है कि, शाम के समय महिला वर्ग का यहाँ से निकलना मुश्किल हो जाता है। चौक में खड़े यह तत्व जैसे ही देखते हैं कि वहाँ से कोई महिला या युवती गुजर रही है, तो आपस में वे अपमानजनक भाषा का उपयोग करने लगते हैं। जिससे वहाँ से गुजरने वाले राहगीरों को अपमानित होना पड़ता है। विशेष तौर पर देर शाम से लेकर देर रात्रि तक यहाँ पर नशाखोर तत्वों का जमावड़ा आसपास रहने वाले निवासियों के लिए बेहद ही अपमानजक होता है। जब ये नशेड़ी तत्व जोर-जोर से आपस में अपमानजनक शब्दों का उपयोग करते हैं। जिनका विरोध करने की हिम्मत ये लोग नहीं कर पाते हैं।
एसडीओपी कार्यालय का भी नही हैं, असामाजिक तत्वों को डर :
विदित हो कि इस गोलीबारी चौक पर ही एसडीओपी अरविंद श्रीवास्तव का कार्यालय भी हैं। जहाँ पर एसडीओपी सहित अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद रहते हैं। लेकिन मजाल हैं कि इन असामाजिक तत्वों पर एसडीओपी कार्यालय का कोई डर हो।
पुलिस की गश्त पर उठ रहे सवाल :
वैसे तो जिले के पुलिस अधिकारियों की नजर में वारासिवनी में नियमित रूप से पुलिस गश्त करती हैं। लेकिन हकीकत में वारासिवनी शहर के अधिकांश इलाकों के लोगों ने रात्रिकालीन पुलिस गश्त को महीनों से न तो देखा है, न ही सायरन सुने हैं।
लोगों ने उठाई पुलिस गश्त की माँग
गोलीबारी चौक पर असामाजिक तत्वों के जमावड़े और उनकी हरकतों से परेशान स्थानीय लोगों ने अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अरविंद श्रीवास्तव एवं टी आई कैलाश सोलंकी से गोलीबारी चौक पर नियमित पुलिस पॉइंट बनाने एवं रात्रिकालीन गश्त को नियमित रुप से प्रारंभ करने के साथ ही असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्यवाही की माँग भी की है।
इनका कहना :
इस चौक पर आकस्मिक चेकिंग की जायेगी और यदि ऐसे असामाजिक तत्व मिलते हैं, तो उन पर कार्यवाही की जायेगी।
कैलाश सोलंकी, नगर निरीक्षक
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।