अलवर की निर्भया से राजस्थान शर्मसार- रेप कांड की हैवानियत पर सियासत तेज
राजस्थान, भारत। देश में गैंगरेप जैसे अपराध थम ही नहीं रहे हैं, आए दिन बेटियां दरिंदों की हवस का शिकार हो रही हैं। अब कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान के अलवर से जघन्य अपराध या कहे रेप कांड सामने आया, जिसने इंसानियत को शर्मसार करके रख दिया है। अलवर रेप कांड के दुष्कर्मी दरिंदे का अभी तक कुछ पता नहीं है। तो वहीं, हैवानियत के इस घटना को लेकर सियासत तेज होती जा रही है और यह घटना काफी चर्चा में बनी हुई है।
निर्भया जैसी हैवानियत से अलवर शर्मसार
दरिंदें अपनी हैवानियत की सभी हदें पार कर रहे हैं, क्योंकि निर्भया जैसी हैवानियत से अब अलवर शर्मसार हुआ है। राजस्थान के अलवर में मूक-बधिर नाबालिग के साथ गैंगरेप के बाद जो दरिदंगी के बारे में पता चल रहा है, उसे सुनकर रोंगटे खड़े होना लाजमी हैं और यह सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे कि, दरिंदों ने नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे पुलिया से फेंक दिया। हालांकि, घटना की जांच के लिए पुलिस घटनास्थल के आस-पास के CCTV फुटेज खंगाल रही है। इस दौरान CCTV फुटेज में पता चला है कि, तिजारा फाटक ओवरब्रिज से शाम 7:00 बजे एक प्राइवेट बस निकलती है, उस समय तक पीड़िता घटनास्थल पर नहीं थी, लेकिन बस के गुजरने के बाद पीड़िता ओवरब्रिज के नीचे पाई गई। ऐसे में अब पुलिस अधिकारी उस प्राइवेट बस का पता लगाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
कठघरे में प्रदेश की गहलोत सरकार :
तो वहीं, अलवर की इस 'निर्भया' के साथ हुई इस घटना और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार को लेकर प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार को कठघरे में खड़ा किया जा रहा है। इस बारे में कुछ मंत्रियों की प्रतिक्रिया भी आई है, लेकिन इस मामले पर अभी तक न मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से कोई बयान आया और न ही प्रदेश के कांग्रेस नेता की कुछ प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा का कांग्रेस के खिलाफ हमलावर रूख :
इस घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार कर रखा है। पार्टी के नेता कांग्रेस सरकार पर जाेरदार निशाने साध रहे और राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
अलवर में मूक-बधिर नाबालिग बालिका से दुष्कर्म के बाद पुलिया पर फेंकने की घटना ने ना सिर्फ राजस्थान को शर्मसार किया है, बल्कि कांग्रेस सरकार की लचर कानून व्यवस्था की पोल भी खोल दी है। प्रदेश में बेटियां आए दिन दरिंदो की हवस का शिकार हो रही हैं, लेकिन सरकार शून्य हो गई है।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे
कांग्रेस शासित राज्यों में इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं, इसका कारण यह है कि वे कानून और व्यवस्था पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। यदि पार्टियां अपने निजी फायदे के बारे में सोचेगी तो जनता को सुरक्षित रखने में हमेशा असफल रहेंगी।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर
रेप पीड़िता का 8 डॉक्टर्स की टीम ने किया बड़ा ऑपरेशन :
अलवर रेप कांड की हैवानियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, इस रेप पीड़िता का जयपुर में जेके लोन अस्पताल में 8 डॉक्टर्स की टीम द्वारा बड़ा ऑपरेशन किया गया है। अभी पीड़िता की हालात स्थिर है, ऑपरेशन के बाद पीड़िता को आईसीयू में रखा गया है। डाक्टरों के मुताबिक, ''रेप पीड़िता का ब्लड प्रेशर और ऑक्सीजन नार्मल है, लेकिन शरीर से बह चुके खून के कारण पीड़िता को लगातार खून चढ़ाया जा रहा है। अभी उसकी अभी एक सर्जरी होनी बाकी है, फिलहाल पुलिस पीड़िता के होश में आने का इंतजार कर रही है ताकि उसकी काउंसलिंग की जा सके।''
यह है पूरा मामला :
बता दें कि, राजस्थान के अलवर में शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र में तिजारा फाटक पुलिया पर रेप कांड की घटना बीते मंगलवार (11 जनवरी) रात करीब 8 बजे की है। गैंगरेप के बाद उसे ऑवरब्रीज से नीचे फैंक दिया गया था। अलवर के इस रेप कांड ने दिल्ली के निर्भया कांड के जख्म को ताजा कर दिया, क्योंकि निर्भया कांड की तरह ही अलवर में भी दरिंदों ने नाबालिग के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम देकर उसके प्राइवेट पार्ट को बुरी तरह जख्मी करने के अलावा नुकीले हथियार से पीड़िता के नाजुक अंगों पर हमला किया है।
इस दौरान मूक-बधिर नाबालिग लहूलुहान हालत, खून से लथपथ और दर्द से तड़प रही थी। जब राहगीरों को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने पुलिस को इस बारे में सूचित किया और युवती को अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उसकी हालत खराब होने पर उसे जयपुर रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि, पीड़िता मालाखेड़ा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है, वो अपने माता-पिता के साथ रहती थी, लेकिन मंगलवार शाम से ही लापता थी।
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