मध्यप्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामले 20 हजार के पार, मास्क लगाने पर जोर
भोपाल, मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामले 20 हजार के पार हो गए हैं और कुल 52 में से 27 जिलों में एक दिन में 20 से अधिक नए प्रकरण मिलने से कोरोना संक्रमण रोकने के प्रयास में लगी सरकार की चिंता और बढ़ गयी हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आज यहां कोरोना मामलों की समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आए। वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में संपन्न समीक्षा बैठक में श्री चौहान ने जोर दिया कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए अन्य उपायों के साथ ही सभी लोगों को मास्क लगाना अनिवार्य किया जाए। इसके लिए लोगों को समझाया जाए और नहीं मानने पर सख्ती बरती जाए। बार बार समझाने के बावजूद मास्क नहीं लगाने वालों पर जुर्माना लगाया जाए और उन्हें कुछ समय के लिए ओपन जेल में रखा जाए।
उन्होंने कहा कि सभी जिलों में कोरोना के उपचार के लिए पर्याप्त संख्या में बेड्स की उपलब्धता के साथ ही प्रतिदिन इसकी जानकारी मीडिया, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से जनता को दी जाए। साथ ही वैक्सीनेशन संबंधी जानकारी भी दी जाए। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संपन्न बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य (स्वास्थ्य) मोहम्मद सुलेमान और अपर मुख्य सचिव (गृह) डॉ राजेश राजौरा भी उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया कि मध्यप्रदेश में आज एक्टिव केस 20,369 हो गए। प्रदेश की बीते 7 दिनों की औसत संक्रमण दर (पॉजिटिविटी रेट) 10.1 प्रतिशत है। संक्रमण के मामले में देश में मध्यप्रदेश आठवें स्थान पर है। जिलावार समीक्षा में पाया गया कि इंदौर में 708, भोपाल में 502, जबलपुर में 205, ग्वालियर में 120, उज्जैन में 89, रतलाम में 79, खरगोन में 74, बड़वानी में 72, छिंदवाड़ा में 71, बैतूल में 65, कटनी में 50, झाबुआ में 47, शाजापुर में 47, विदिशा में 44, अनूपपुर में 40, सागर में 38, नीमच में 37, धार में 36, बालाघाट में 34, देवास में 34, रायसेन में 29, खंडवा में 28, नरसिंहपुर में 27, शिवपुरी में 27, गुना में 25, शहडोल में 25 और होशंगाबाद में 23 नए प्रकरण सामने आए हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक गरीब मरीज का निशुल्क इलाज सुनिश्चित किया जाए। उन्हें आयुष्मान कार्ड के आधार पर निशुल्क चिकित्सा दी जाए। साथ ही आवश्यकतानुसार जिन निजी अस्पतालों में बेड्स खाली हैं, उनके साथ अनुबंध कर बेड्स की संख्या बढ़ायी जाए। श्री चौहान ने कहा कि कोरोना आदि के संबंध में गलत तथ्य प्रकाशित, प्रसारित नहीं होने चाहिए।
बैठक में यह भी बताया गया कि जिन स्थानों पर रविवार को लॉकडाउन है, वहां रविवार को भी वैक्सीनेशन का कार्य किया जाएगा। 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन लगवा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिक आगामी गणगोर आदि त्यौहार घर पर ही मनाएं। सार्वजनिक रूप से त्यौहार मनाने तथा मेलों आदि की अनुमति नहीं होगी।
श्री चौहान ने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग होम आइसोलेशन संबंधी गाडलाइन जारी करे। कमांड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से इनकी निरंतर निगरानी (मॉनीटरिंग) की जाए। इंदौर जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वहां कोरोना उपचार के लिए 10 हजार बैड्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। निजी अस्पताल कोरोना उपचार के लिए शासन द्वारा निर्धारित फीस ही लें, यह भी सुनिश्चित किया जाए।
श्री चौहान ने निर्देश दिए कि छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज में कोरोना के उपचार की श्रेष्ठ व्यवस्था हो। महाराष्ट्र बॉर्डर सील की जाए तथा आवश्यक वस्तुओं के वाहन, आवश्यक सेवाओं के वाहन, आपातकालीन आवागमन छोड़कर आवाजाही नहीं हो।
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