भारत में तैयार की जाएगी रुसी वैक्सीन 'Sputnik-V'

दुनियाभर के देशों में से रूस ने दुनिया की पहली 'स्पूतनिक-वी' (Sputnik-V) नाम की वैक्सीन तैयार की थी। वहीं, अब यही वैक्सीन भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) तैयार करेगी।
भारत में तैयार की जाएगी रुसी वैक्सीन 'Sputnik-V'
भारत में तैयार की जाएगी रुसी वैक्सीन 'Sputnik-V'Syed Dabeer Hussain - RE
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राज एक्सप्रेस। जब से पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ा है, तब से ही दुनियाभर के अनेक देश कोरोना की दवाई और वैक्सीन तैयार करने में लगे हुए थे। इसी बीच कई देशों ने कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया था। जिनमें से कई देश उसका परीक्षण कर रहे हैं। हालांकि, कोरोना की वैक्सीन बनाने की रेस में कुछ देशों ने जीत हासिल कर ली है। इन देशों में सबसे पहले यह रेस रूस ने जीती थी। रूस ने दुनिया की पहली 'स्पूतनिक-वी' (Sputnik-V) नाम की वैक्सीन तैयार की थी। वहीं, अब यही वैक्सीन भारत में तैयार की जाएगी।

भारत में तैयार की जाएगी Sputnik-V :

आज देशभर में कोरोना की वैक्सीन का वैक्सीनेशन अभियान जारी है। देश में फिलहाल 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। यहां की जनसंख्या काफी ज्यादा होने के चलते देशवासियों को वैक्सीन की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में भारत सरकार ने Sputnik-V का निर्माण देश में ही करने का फैसला किया है। इसका निर्माण भारत की फार्मा कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) करेगी। बता दें, Sputnik-V के निर्माण के लिए दुनिया में सबसे बड़े वैक्‍सीन निर्माता रशियन डायरेक्ट इंवेस्मेंट फंड (RDIF) और सीरम इंस्‍टीट्यूट के बीच समझौता किया गया है। इस समझौते के बाद सीरम इंस्टीट्यूट सितंबर से Sputnik-V वैक्सीन का निर्माण करना शुरू करेगी।

RDIF ने दी जानकारी :

मंगलवार को इस मामले में जानकारी देते हुए रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) ने बताया कि, 'सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) सितंबर से अपने संयंत्रों में स्पुतनिक वैक्सीन (Sputnik Vaccine) का उत्पादन शुरू करेगा। SII के संयंत्रों में स्पुतनिक वैक्सीन के पहले बैच के सितंबर में तैयार होने की उम्मीद है। इसके लिए टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। भारत में विभिन्न पक्ष हर साल Sputnik-V वैक्सीन की 300 मिलियन यानी 30 करोड़ से अधिक खुराक का उत्पादन करना चाहते हैं। टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की प्रक्रिया के तहत SII को गमलेया सेंटर से सेल और वेक्टर नमूने पहले ही मिल चुके हैं। भारतीय दवा महानियंत्रक (DCGI) द्वारा इनके आयात की मंजूरी मिलने के साथ कल्टीवेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।'

गौरतलब है कि, वर्तमान में भारत के पास दो स्वदेशी वैक्सीन मौजूद है और देशभर में 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्स' से ही वैक्सीनेशन जारी है।

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