एनविडिया व दूसरे तकनीकी शेयर खरीदने का भारतीयों में है जबर्दस्त क्रेज
सेबी ने खड़ी की बाधा, पर भारतीय निवेशकों के लिए अब भी खुले कई रास्ते
भारतीय निवेशक अंतरराष्ट्रीय ट्रेडिंग खासा खोलकर सीधे खरीद सकते हैं स्टॉक्स
राज एक्सप्रेस । सेबी के निर्देश के अनुसार, उन म्यूचुअल फंड स्कीम्स में एक अप्रैल के बाद निवेश नहीं किया जा सकेगा, जो फॉरेन ईटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में पैसा लगाती हैं। शेयर मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने म्यूचुअल फंड्स को इस तिथि के बाद से नया निवेश लेने पर रोक लगा दी है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (एएमएफआई) को सेबी ने निर्देश दिया है कि वह एक अप्रैल के बाद विदेशी एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश करने वाले फंडों में निवेश स्वीकार करना बंद कर दे।
गौरतलब है कि सेबी ने यह निर्देश उस समय दिया है कि, जब वैश्विक बाजार, खासकर अमेरिकी बाजार नई ऊंचाइयों पर जा पहुंचा है और भारतीय म्यूचुअल फंड्स विशेष रूप से तकनीकी शेयरों में दिलचस्पी प्रदर्शित रहे हैं। हाल ही में अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने अपनी ब्याज दरों को स्थिर रखते हुए साल में तीन बार ब्याज दरों में संभावित कटौती की बात कही है। एआई से जु़ड़ी भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए इन दिनों तकनीकी कंपनियों के शेयरों में रिकॉर्ड-तोड़ तेजी देखने को मिल रही है। हाल के दिनों में निवेशकों ने एनविडिया के नेतृत्व में अमेरिकी चिप शेयरों में दिलचस्पी बढ़ा दी है।
गौरतलब है कि विदेशी एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध ईटीएफ में निवेश के साथ म्यूचुअल फंड योजनाओं के लिए सेबी का निर्देश उस समय आया है, जब उद्योग इस कैटेगरी के लिए पूर्व निर्धारित निवेश सीमा को पार कर गया है। सेबी के ताजा निर्देश के बावजूद एनविडिया और अन्य अमेरिकी तकनीकी शेयरों के प्रति भारतीयों में जबर्दस्त क्रेज बना हुआ है। एनवीडिया को हाल ही में शुरू हुए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के प्रयोग से जबर्दस्त लाभ हुआ है, क्योंकि एआई मॉडल कंपनी के ग्राफिक प्रोसेसर का उपयोग करके बनाए जाते हैं।
21 फरवरी को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार एनवीडिया ने 22.1 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया है, जो पिछले साल के मुकाबले 265 प्रतिशत अधिक है। कंपनी की नेट इनकम सालाना आधार पर 769 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 12.3 अरब डॉलर हो गई है। दूसरी ओर, सेबी के ताजा निर्देश ने निवेश का एक दरवाजा तो बंद कर दिया है, लेकिन भारतीय निवेशक अब भी दूसरे रास्तों से अमेरिकी शेयरों में निवेश कर सकते हैं। भारतीयों के लिए अमेरिकी बाजार में निवेश करने के लिए अब कई तरीके उपलब्ध हैं। जो भारतीय अमेरिकी शेयरों में अपना पैसा लगाना चाहते हैं, वे एक अंतरराष्ट्रीय ट्रेडिंग खाता खोलकर सीधे स्टॉक खरीद सकते हैं।
इसके अलावा, भारतीय निवेशक आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईआईएफएल सिक्योरिटीज, कोटक सिक्योरिटीज और एक्सिस सिक्योरिटीज जैसे पारंपरिक भारतीय ब्रोकरेज के माध्यम से भी अंतरराष्ट्रीय ट्रेडिंग अकाउन्ट खोल सकते हैं। इन ब्रोकरेज हाउसेज ने स्थानीय ग्राहकों के लिए विदेश में निवेश सेवाएं प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्मों के साथ सहयोग किया है। इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए एंजेल वन, वेस्टेड और आईएनडी मनी जैसे नए ऐप का भी उपयोग किया जा सकता है।
विदेशी ट्रेडिंग खाते खोलने और सीधे ट्रेड करने के लिए इंटरएक्टिव ब्रोकर्स, चार्ल्स श्वाब, अमेरिट्रेड, स्टॉकल जैसे अंतर्राष्ट्रीय ब्रोकरेज का भी उपयोग किया जा सकता है। निवेशकों को प्रति वर्ष 250,000 रुपये से अधिक धन हस्तांतरित करने की जरूरत नहीं है, जो कि यूएस ट्रेडिंग खाते के लिए एलआरएस सीमा है। अमेरिकी शेयरों की मांग में हालिया वृद्धि इस तथ्य से भी झलकती है कि एक्सिस, आईसीआईसीआई, मिराए और मोतीलाल जैसे म्यूचुअल फंड हाउसों के पास एनविडिया में लगभग 1.7 लाख शेयर हैं, जिनकी कीमत 132 मिलियन डॉलर है। भले ही निवेशक अब ईटीएफ मार्ग नहीं अपना सकते हैं, लेकिन यह तय है कि उत्साही भारतीय इन दूसरे रास्तों से अब भी यहां तक पहु्ंच बना सकते हैं।
डिस्क्लेमर: राजएक्सप्रेस.कॉम पर दी गई सलाह विशेषज्ञों की राय पर आधारित होती है। राज एक्सप्रेस.काम अपने पाठकों को निवेश से जुड़ी सलाह नहीं देता। हमारी यूजर्स को सलाह है कि निवेश से जुड़ा कोई भी निर्णय लेने से पहले अपने सर्टिफाइड निवेश सलाहकार की राय अवश्य लें।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।