वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही के दौरान SBI को उठाना पड़ा नुकसान

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर के दौरान नुकसान उठाना पड़ा। इस बात का पता बैंक द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से चला।
वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही के दौरान SBI को उठाना पड़ा नुकसान
वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही के दौरान SBI को उठाना पड़ा नुकसानSyed Dabeer Hussain - RE
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राज एक्सप्रेस। देश में कोरोना के मामलों को बढ़ता देखते हुए लागू किए गए लॉकडाउन के चलते लगभग सभी कार्यालय बंद रहे। जिससे लगभग सभी सेक्टरों को नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि, इस दौरान सभी बैंकों में रेगुलर कार्य हो रहा था। इसके बावजूद भी देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर के दौरान नुकसान उठाना पड़ा। इस बात का पता बैंक द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से चला।

SBI का शुद्ध लाभ :

दरअसल, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर के आंकड़े जारी किए। जिसके अनुसार बैंक को इस दौरान शुद्ध लाभ में 7% की कमी दर्ज की गई है। यानी बैंक का प्रॉफिट इस दौरान घटकर 5,196.22 करोड़ रुपये हो गया। जबकि SBI के संचयी लाभ में 6% की गिरावट दर्ज की गई है। बता दें, पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 5,583.36 करोड़ रुपये था।

SBI की कुल आय :

SBI द्वारा नियामक फाइलिंग को दी जानकारी के अनुसार, SBI की कुल आय (स्टैंडअलोन) वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही यानी अक्तूबर-दिसंबर के दौरान गिरकर 75,980.65 करोड़ रुपये पर आ पहुंची है, जबकि, साल 2019-20 की समान अवधि के दौरान बैंक की आय 76,797.91 करोड़ रुपये थी।

SBI का NPA :

समेकित आधार पर, SBI ने समीक्षाधीन तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में 6,402.16 करोड़ रुपये (5.8 फीसदी) की कुल गिरावट दर्ज की, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 6,797.25 करोड़ रुपये थी। बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। इस अवधि में SBI का ग्रॉस NPA पिछले साल के 6.94% से घटकर 4.77% रहा। जबकि, SBI का ग्रॉस NPA चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 5.28% रहा था।

SBI का सकल NPA :

SBI द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, बैंक का सकल NPA या खराब ऋण 1,17,244.23 करोड़ रुपये था, जबकि पिछले साल की समान अवधि में बैंक का यह आंकड़ा 1,59,661.19 करोड़ रुपये था। इसी तरह, SBI का शुद्ध NPA 1.23% घटकर 29,031.72 करोड़ रुपये पर आ पहुचा है जबकि, पिछले साल यह आंकड़ा 2.65% की बढ़त के साथ 58,248.61 करोड़ रुपये पर था।

SBI की लोन वृद्धि :

बताते चलें, तीसरी तिमाही में SBI की लोन वृद्धि तिमाही आधार पर 3.2% रही। यदि सालाना आधार पर देखा जाए तो यह आंकड़ा 7.6% रहा है। SBI ने बताया कि, इस दौरान बैंक ने 6,247 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कोविड प्रोविजनिंग की है। बैंक की कुल प्रोविजनिंग 10,342 करोड़ रुपये रही। जबकि तीसरी तिमाही में SBI की प्रोविजनिंग कवरेज रेश्यो दूसरी तिमाही के 88% से बढ़कर 90% पर आ गई है।

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