रूस दे रहा भारत को सस्ता तेल
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रूस दे रहा भारत को सस्ता तेल तब भी नहीं घट रही पेट्रोल-डीजल की कीमत

बीच में ऐसा लग रहा था कि, भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटेंगी। क्योंकि, भारत में रूस से सस्ता तेल आ रहा है। ऐसे में पेट्रोल-डीजल की कीमत घटना चाहिए, जबकि अब तक इस तरह की कोई खबर सामने नहीं आई है।
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Petrol-Diesel Price : भारत में लंबे समय तक महंगा पेट्रोल-डीजल और उनकी बढ़ती कीमतें लोगों के लिए किसी बहुत बड़ी समस्या से कम नहीं थी। हालांकि, अभी कुछ महीनों से पेट्रोल डीजल की कीमतों में कोई बढ़त दर्ज नहीं हुई है, लेकिन फिर भी ऐसा प्रतीत होता रहा है कि, देश में महंगाई की आग लगाने में पेट्रोल-डीजल का बड़ा योगदान रहा है। ऐसे में सबके मन में एक सवाल हमेशा उठता है कि, आखिर ये पेट्रोल-डीजल की कीमतें कब कम होंगी। हालांकि, बीच में ऐसा लगने लगा था कि, पेट्रोल -डीजल की कीमतें अब तो पक्का घटने वाली है। क्योंकि, अब भारत में रूस से सस्ता तेल आ रहा है। ऐसे में पेट्रोल-डीजल की कीमत घटना चाहिए, जबकि अब तक इस तरह की कोई खबर सामने नहीं आई है।

रूस दे रहा भारत को सस्ता तेल :

आप हों या हम हर किसी के दिमाग में यह सवाल जरूर उठता होगा कि, आखिर पेट्रोल-डीजल की कीमतें क्यों बढ़ती हैं ? तो आपको बता दें, भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें क्यों बढ़ती हैं? या भारत के ही अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अलग-अलग क्यों होती है तो आपको बता दें, इसके तीन मुख्य कारण हैं,

  • भारत में ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगने वाला टैक्स

  • डॉलर के मुकाबले रुपये में आई कमजोरी

  • कच्चे तेल की कीमतें

चूँकि, पेट्रोल-डीजल की कीमतों के तय होने में कच्चे तेल की कीमत का बहुत अहम रोल होता है। ऐसा माना जाता है कि, यदि कच्चे तेल की कीमतें गिर जाएं तो, पेट्रोल-डीजल अपने आप सस्ता हो जाएगा, लेकिन इन दिनों ये हालात है कि, भारत को रूस से कच्चा तेल भी सस्ता मिल रहा है, उसके बाद भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई अंतर नहीं हैं।

कच्चा तेल की कीमत :

जी हां, आपको जानकार हैरानी होगी कि, अंतरराष्ट्रीय बाजार से भारत को जिस औसत कीमत पर कच्चा तेल मिल रहा है, उसकी तुलना में रूस ने भारत को क्रूड ऑइल बीते साल जून में 16 डॉलर सस्ता दिया था। इस कीमत का अंतर 1,310 रुपए प्रति बैरल का था। वहीँ, बीते साल अप्रैल से इस साल मार्च के लिए ये औसत अंतर 7 डॉलर यानी 573 रुपए प्रति बैरल से ज्यादा बताया जा रहा है। इसके अलावा फरवरी 2023 में भारत की जरूरत का लगभग 39% कच्चे तेल का आयात रूस से ही हुआ है। इसके बावजूद लगभग 10 महीनों से पेट्रोल और डीजल की कीमत स्थिर हैं। हालांकि, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, Indian Oil, Bharat Petroleum और Hindustan Petroleum जैसी कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमत क्रूड ऑइल की कीमत के अनुसार न तय करके दुनियाभर में चल रही पेट्रोल-डीजल की कीमत के अनुसार तय करती है।

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