वित्त मंत्री की छह दिवसीय यात्रा, RuPay को मिली दो देशों की मंजूरी, सीतारमण ने किया सभा को संबोधित
अमेरिका, दुनिया। इन दिनों केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की छह दिवसीय यात्रा पर है। आज वहां उनका पहला दिन था। इस दौरान वह भारत के हित में कई कार्य करने का लक्ष्य निर्धारित करके गई है। इसी कड़ी में अब भारत के रूपे पेमेंट सिस्टम (RuPay) को अब सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में मान्यता मिल गई है। इसी के साथ अब भारत डिजिटल पेमेंट व आर्थिक क्षेत्र में धीरे-धीरे भारत और तेजी से आगे बढ़ेगा। इस मंजूरी से अब इन दोनों देशों में रूपे कार्ड के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान किया जा सकेगा। इस बारे में जानकारी वित्त मंत्री सीतारमण ने अमेरिका में एक सभा को संबोधित करते हुए दी है।
ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन की सभा में सीतारमण ने दी जानकारी :
दरअसल, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज अमेरिका में ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन द्वारा आयोजित की गई एक सभा का हिस्सा बनी। इसके अलावा अभी वित्त मंत्री सीतारमण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की सालाना बैठक में हिस्सा लेने के लिए छह दिवसीय यात्रा पर अमेरिका में हैं। ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन द्वारा आयोजित सभा में उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि, 'आत्मनिर्भर भारत का मकसद रोजगार पैदा करना है, दुनिया से अलग-थलग करना या संरक्षण देना नहीं।' साथ ही उन्होंने भारत में सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण बढ़ाने को लेकर भी बात कही।
आत्मनिर्भर भारत परियोजना पर की चर्चा :
बताते चलें, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह भी बताया है कि, उन्होंने वाशिंगटन डीसी में यूएस ट्रेजरी में अमेरिकी ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन से मुलाकात की है और अन्य नेताओं ने आपसी हित के अन्य मुद्दों के बीच मौजूदा वैश्विक व्यापक आर्थिक स्थिति पर चर्चा की।' ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूट थिंक-टैंक में सीतारमण ने मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी 'आत्मनिर्भर भारत' परियोजना पर चर्चा करते हुए कहा कि,
'इस योजना को गलत तरीके से पेश किया जाता है। इसका मतलब है कि भारत सकल घरेलू उत्पाद में अपना विनिर्माण बढ़ाए जिससे कुशल और अर्धकुशल दोनों के लिए रोजगार पैदा होगा। साथ ही इस नीति से निर्माण क्षेत्र को बढ़ावा मिला है, जिससे अकुशल को रोजगार मिला है। सड़क और हाईवे का निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है। बंदरगाहों और रेल नेटवर्क को मजबूत किया गया है। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर मंत्री ने कहा कि वैश्विक विकास और व्यापार परस्पर जुड़े हुए हैं। व्यापार के लिए नई विश्व व्यवस्था में विकास का समर्थन करने के लिए, हमें अनिवार्य रूप से सीमाओं के पार चलने के लिए वस्तुओं और सेवा आपूर्ति श्रृंखलाओं की आवश्यकता है।'
निर्मला सीतारमण, केंद्रीय वित्त मंत्री
वित्तमंत्री की छह दिवसीय यात्रा :
बताते चलें, वित्तमंत्री की यह छह दिवसीय यात्रा 11 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक चलेगी। इस दौरान उनका लक्ष्य विश्व बैंक की सालाना बैठकों, जी-20 समूह के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों (FMCBG) की बैठकों का हिस्सा बनना है। वेह इन छह दिवसीय यात्रा के दौरान अमेरिका की वित्तमंत्री जेनेट येलेन और विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास से अलग-अलग भी मुलाकात करेंगी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि, 'भारत में आर्थिक नीतियों को बल देने के लिए दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में सुधार के लिए 'टी-3 फॉर्मूला' दे चुके हैं। इस टी-3 में विश्वसनीय स्रोत (Trusted Source), पारदर्शिता (Transparency) और समय-सीमा (Time-Frame) शामिल हैं। हमारी सामूहिक सुरक्षा और विश्वसनीयता के लिए विश्वसनीय स्रोत महत्वपूर्ण हैं।'
G-20 समूह के वित्त मंत्रियों के साथ बैठक :
बताते चलें, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण यहां G-20 समूह के वित्त मंत्रियों के साथ बैठक करेंगी। G-20 समूह में जापान, दक्षिण कोरिया, सऊदी अरब, ऑस्ट्रेलिया, भूटान, न्यूजीलैंड, मिस्र, जर्मनी, मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात, ईरान और नीदरलैंड सहित कई देश शामिल है। इन सभी की द्विपक्षीय बैठक का आयोजन किया जाएगा। खबर तो यह भी है कि, इस दौरान वित्त मंत्री सीतारमण वर्तमान वैश्विक आर्थिक स्थिति पर भी चर्चा करेंगी।
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