हाइलाइट्स :
क्या है रोबोट ?
कैसे काम करते है रोबोट्स।
रोबोट की संरचना।
दुनिया के 5 टॉप रोबोट्स।
हिंदी बोलने वाला रोबोट।
राज एक्सप्रेस। आज विज्ञान द्वारा की गई खोजों से जमाना इतना हाईटेक होता जा रहा है कि, लोग हर छोटे-छोटे काम के लिए मशीनों का इस्तेमाल करने लगे हैं। विज्ञान की इन्हीं खोजों का एक फल रोबोट (Robot) भी है, जिनके द्वारा लाइफ बहुत आसान होती जा रही है। अगर हम इसे अपने करियर के लिए एक स्कोप के रूप में देखे तो, रोबोटिक्स एक बहुत ही बढ़िया फील्ड साबित हो सकती है।
क्या है रोबोट (Robots) :
रोबोट एक तरह की मशीन होती है जो, देखने में एक मनुष्य की तरह ही दिखाई देती है। इसके भी हाथ, पांव, आंख, कान, नाक सब होते हैं या यूँ कहे कि, इनकी संरचना इंसान जैसी ही होती है, यह बोलते भी हैं और चलते-फिरते भी हैं, लेकिन इसकी बॉडी मनुष्य की बॉडी जैसी दिखती मात्र है। रोबोट की सबसे अच्छी चीज यह होती है कि, उसे कभी थकान नहीं होती, कभी आलस नहीं आता। साथ ही रोबोट के द्वारा आप अनलिमिटेड घंटो तक कार्य कर सकते हो। आप इसे इंसानी मशीन यानी रोबोट कह सकते हैं।
कैसे काम करते हैं रोबोट :
ज्यादातर रोबोट की संरचना बिल्कुल मानवीय अंगों के काम करने के तौर-तरीकों के आधार पर बनाई जाती है। यह एक तरह की इंटेलिजेंट मशीन के जरिये अपने आप सब कुछ समझ कर कार्य करता है। रोबोट को विशाल इलेक्ट्रिक, हाइड्रोलिक या न्यूमेट्रिक हथियारों से तैयार किया जाता है। जो, विशिष्ट कार्यो के लिए विभिन्न उपकरणों के साथ लगे होते है। इन्हे पेंटिंग, वेल्डिंग और लेजर के द्वारा तैयार किया जाता है।
कैसे होती है इनकी संरचना :
रोबोट की बॉडी को इंसानी रूप में तैयार किया जाता है, लेकिन इसकी बॉडी के अंगों को अलग-अलग तैयार किया जाता है। यदि आप रोबोट की बॉडी के एक-एक अंग को ध्यान से देखे तो, आपको बहुत आसानी से समझ आ जाएगा की हर एक अंग को अलग-अलग असेंबल किया जाता है। जैसे कि,
रोबोट की आँखे (Vision) :
यदि हम रोबोट की आँखों की बात करे अर्थात रोबोट के विजन की बात करे तो, इसे वस्तुओं के कलर, आकार के आधार पर तैयार की जाती है, जो मुख्य तौर पर तीन तरीके से तैयार की जाती है।
बाइनरी प्रकार की छवि में सफ़ेद और काले रंग की छवि नजर आती है।
दूसरी प्रकार की छवि ग्रे कलर की होती है।
तीसरी छवि लाल, हरे, और नीले कलर के आधार पर तैयार की जाती है।
इन तीन प्रकार की छवियों की श्रेणी में वर्गीकृत पिक्सेल की मदद से एक इलेक्ट्रॉनिक छवि बनाई जाती है। एक दृष्टि प्राणाली में एक छोटा, लेकिन दमदार कैमरा, एक कंप्यूटर और जरूरी हार्डवेयर-सॉफ्टवेयर लगे होते है और इस तरह से रोबोट का विजन तैयार किया जाता है। इसके विजन को तैयार करने की भी पूरी प्रक्रिया को 3 भागो में बाटा गया है।
इमेज प्रोसेसिंग
थ्रे शोल्डिंग
कनेक्टिविटी पथ
रोबोट की नाक :
क्या आपने कभी सोचा है, जिस तरह मनुष्य किसी भी चीज की गंध ले सकता है, क्या ठीक उसी तरह कोई रोबोट चीजों की गंध ले सकता होगा ? तो हम आपको बता दे कि, किसी भी प्रकार के रोबोट में गंध लेने की क्षमता नहीं होती है। रोबोट में कई तरह की मशीनें लगी होती है, इनमे से ही एक मशीन बड़े पैमाने पर स्पेक्टोमीटर और गैस कोमेतोग्राफ सहित किसी भी रसायन की आसानी से पहचान कर सकती है और इसी की मदद से रोबोट किसी भी प्रकार की गंध को पहचान लेता है।
भावनात्मक बुद्धि या इमोशनल इंटेलिजेंस :
रोबोट को बहुत ही बुद्धिमान माना जाता है, उसका दिमाग मनुष्य के दिमाग से 30% अधिक तेज होता है। यह बहुत ही जल्द चीजों को याद कर लेता है। रोबोट एक तरह क्लीनटेनशनल तर्क संगत है जो, रोबोट भावनाओ को भी समझ सके उनका निर्माण या विकास भावनात्मक विश्लेषण के आधार पर किया जाता है। इस तरह के रोबोट मानव भावनाओ को समझ और समझा सकते है।
टॉप 5 रोबोट्स :
बिग डॉग रोबोट (Big Dog) :
इसे अमेरिका के रक्षा विभाग के लिए तैयार किया गया था, इसकी खासियत यह है कि, यह 400 पोंड तक के वजन को उठा कर बर्फ, पहाड़ किसी भी रस्ते पर चल सकता है। ये रोबोट पहियों नहीं बल्कि पैरों की मदद से चलता है। इनका उपयोग आर्मी मिशन के लिए किया जाता है।
माइलो रोबोट (Milo) :
यह बहुत ही इंटेलिजेंट प्रकार का रोबोट है, जिसे अमेरिका के ह्यूमनॉइड निर्माता रीबॉक काइंड द्वारा तैयार किया गया है। इसके द्वारा उन बच्चों को मदद दी जाती है जो, ऑटिजम के शिकार है। यह इन बच्चों को ज्ञान देने व कौशल सिखाने के लिए तैयार किये गए है। यह रोबोट अनेको प्रकार की भावनाओं को प्रदर्शित भी कर सकते है, जिनके द्वारा वो आईपेड में पहचानना होता है। साथ ही इन रोबोट की आँखों में लगे कैमरे बच्चों के व्यवहार पर नजर रखते है।
सोफिया रोबोट (Sophia) :
सोफिया रोबोट को दुनिया का सबसे इंटेलिजेंट और स्मार्ट रोबोट माना जाता है। सोफिया देखने में बिल्कुल इंसानो जैसी दिखती है और बोल भी सकती है। इसे हांगकांग के हेनसेन रोबोटिक ने तैयार किया है। इस रोबोट का व्यवहार बिल्कुल इंसानो जैसा ही होता है इतना ही नहीं, यह 62 तरह के एक्सप्रेशन भी दे सकता है, जिसे यह इंसानों से बात करते समय इस्तेमाल करती है। इसे लोगों के साथ काम करने के लिए तैयार किया गया है।
असीमो रोबोट (Asimo) :
इस रोबोट के बिना दुनिया के महान ह्यूमनॉइड रोबोटो की लिस्ट अधूरी ही है। यह दुनिया के सबसे इंटेलिजेंट प्रवर्ति के और 130 सेंटीमीटर ऊंचे और 50 किलोग्राम वाले वजन के यह रोबोट बिल्कुल इंसानो की तरह ही चल सकते है, बातचीत कर सकते है, ये चेहरा और संकेतों को पहचानने में भी माहिर होते है। यह रोबोट जापानी, अंग्रेजी और चाइनीज भाषा में बात कर सकते है। इसको बनाने वाला हौंडा (Honda) चाहता है, यह 2020 तक जापान में पर्यटकों की मदद करे।
एक्सो जीटी (Ekso GT) :
इस प्रकार के रोबोट चिकित्सा विज्ञान के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इनका उपयोग किसी व्यक्ति की प्राकृतिक क्षमता को बढ़ाने और उनके जीवन में सुधार लाने के लिए किया जाता है। इसका निर्माण कैलिफोर्निया के एस के वायोनिक कंपनी द्वारा रीड की हड्डी की चोट बाले और शोक स्टैंड वाले मरीजों की मदद करने के लिए किया गया है। यह रोबोट इस तरह के मरीजों को चलने फिरने मे मदद करता है।
हिंदी बोलने वाला रोबोट :
आपने रजनीकांत की फिल्म रोबोट तो देखी ही होगी, उसमे रजनीकांत एक रोबोट का रोल करते है, जिसमें वो कई तरह की भाषाएं बोलते है परन्तु, आम तौर पर रोबोट इंग्लिश में ही बात करते है, लेकिन भारत के झारखण्ड के रांची में रहने वाले रंजीत श्रीवास्तव नाम के एक व्यक्ति ने 2018 में पहला हिंदी में बात करने वाला एक रोबोट को तैयार किया था। इसे एक लड़की के रूप में और एक लाख से कम कीमत की लागत में तैयार किया था, जिसे रश्मि नाम दिया। यह रोबोट हिंदी के साथ इंग्लिश, मराठी और भोजपुरी भी बोल लेता है। जो हिंदी में बात करने के साथ ही इंसानी भावनाओ को भी बहुत आसानी से समझ सकता है। यह 4 लेयर में काम कर सकती है।
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