पीपीबीएल 15 मार्च के बाद नहीं स्वीकार करेगा खातों, पेटीएम वालेट में जमा
वन97 कम्युनिकेशंस को यूपीआई लेनदेन के लिए 4 भागीदार बैंकों से खाते मिले
अब पेटीएम के पास ग्राहकों को यूपीआइ सेवा देने के लिए 5 हैंडल हो गए हैं
राज एक्सप्रेस। नियामक प्रतिबंधों का पालन नहीं करने की वजह से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) पर लगाए गए प्रतिबंध आज 16 मार्च से लागू हो गए हैं। बता दें कि आरबीआइ ने पेटीएम की बैंकिंग शाखा पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 15 मार्च के बाद खातों, पेटीएम वालेट, फास्टैग में किसी भी प्रकार की जमा स्वीकार नहीं करने का निर्देश दिया है। आरबीआई द्वारा लगाए गए इन प्रतिबंधों का पीपीबीएल के ग्राहकों पर क्या असर पड़ेगा और कौन-कौन सी सेवाएं जारी रहेंगी।
बचत या चालू खाते में ग्राहकों की ओर से पैसा जमा नहीं किया जा सकेगा।
बचत या चालू खातों में ब्याज, कैशबैक, रिफंड जमा हो सकेगा।
बचत या चालू खाते में जमा राशि खत्म होने तक खर्च की जा सकेगी।
पीपीबीएल ग्राहक की भागीदार बैंक में जमा राशि पीपीबीएल में वापस लाई जा सकेगी।
भागीदार बैंक के जरिये भी पीपीबीएल के बचत-चालू खाते में राशि जमा नहीं हो सकेगी।
पीपीबीएल के खाते में लोगों का वेतन या सब्सिडी जमा नहीं हो सकेगी।
पीपीबीएल खातों से आटोमैटिक भुगतान पैसा उपलब्ध रहने तक जारी रहेंगे।
दुकानदारों को भुगतान लेने के लिए अन्य बैंक के खाते का क्यूआर कोड लेना होगा।
पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस को यूपीआई से लेनदेन जारी रखने के लिए 4 भागीदार बैंकों से 5 खाते मिल गए हैं। इस तरह कंपनी के पास ग्राहकों को यूपीआइ सेवा उपलब्ध कराने के लिए कुल पांच हैंडल हो गए हैं। पहले पेटीएम के यूपीआइ लेनदेन का भुगतान पीपीबीएल के माध्यम से होता था, जिसके अधिकांश कामकाज पर आरबीआइ ने रोक लगा दी है।
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