2034 तक भारत में रियल इस्टेट सेक्टर का आकार 1.3 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा
2047 तक इस सेक्टर का आकार बढ़कर 5.17 ट्रिलियन डॉलर तक जा पहुंचेगा
2034 तक रियल एस्टेट सेक्टर की जीडीपी में अनुमानित हिस्सेदारी 13.8% होगी
राज एक्सप्रेस । रियल एस्टेट सेक्टर के शीर्ष संगठन कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) ने अपनी रिपोर्ट ''बिल्डिंग विकसित भारत-ट्रांसफार्मेटिव रोल आफ द रियल स्टेट सेक्टर इन इंडिया'' में कहा है कि दस साल बाद यानी 2034 तक भारत में रियल इस्टेट सेक्टर का आकार बढ़कर 1.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। गौरतलब है कि रियल इस्टेट सेक्टर का मौजूदा मार्केट साइज 300 अरब डॉलर यानी 24 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। जबकि, 2047 तक रियल इस्टेट का आकार बढ़कर 5.17 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।
क्रेडाई ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अगले सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था में रियल एस्टेट सेक्टर की अहम भूमिका रहने वाली है। वित्त वर्ष 2034 तक जब रियल एस्टेट सेक्टर 1.3 अरब डॉलर तक पहुंचेगा, तो जीडीपी में इसकी अनुमानित हिस्सेदारी 13.8 फीसदी होगी। वहीं, आजादी के सौवें साल यानी 2047 में इसकी हिस्सेदारी बढ़कर 17.5 फीसदी हो जाएगी। रिपोर्ट में बताया गया है कि इन दिनो में आवासीय सेगमेंट में 45 लाख रुपये से अधिक कीमत वाले घरों की मांग अधिक की जा रही है।
इसकी कुल आपूर्ति में हिस्सेदारी बढ़कर करीब 61 फीसदी हो गई है। क्रेडाई का अनुमान है कि साल 2030 तक 7 करोड़ यूनिट अतिरिक्त आवास मांग हो जाएगी। भारतीय खरीदारों की पसंद को देखते हुए क्रेडाई का मानना है कि 2030 तक 45 लाख रुपये से अधिक लागत वाले घरों मांग बढ़कर 87.4 प्रतिशत से अधिक हो जाएगी।
क्रेडाई ने दावा किया गया है कि रियल एस्टेट सेक्टर देश के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह रोजगार बढ़ाएगा और बैंकिंग इको-सिस्टम के लिए राजस्व पैदा करेगा। इस सेक्टर के योगदान की वजह से प्रति व्यक्ति आय में भी वृद्धि होगी। क्रेडाई के चेयरमैन मनोज गौड़ ने कहा, कि विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में रियल एस्टेट सेक्टर अहम भूमिका निभाएगा। इसकी झलक हाल ही जारी तिमाही जीडीपी नतीजों में भी देखी जा सकती है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।