बैठक में कही RBI ने पेमेंट सर्विस गाइडलाइंस जारी करने की बात, तेल की कीमत भी किया जिक्र
राज एक्सप्रेस। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की आज नए वित्त वर्ष (2022-2023) की पहली समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में कई मामलों पर चर्चा की गई। इस बैठक से जुड़ी सारी जानकारी RBI गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा दी गई। उन्होंने ही रेपो रेट से जुड़ी जानकारी भी दी। इसी दौरान ये बात भी सामने आई है कि, RBI जल्द ही पेमेंट सर्विस गाइडलाइंस भी जारी करेगा। जिससे लोगों को पेमेंट सर्विस को समझने में आसानी हो और लोग धोखाधड़ी का शिकार न हो। इस दौरान उन्होंने खाद्य तेल की कीमत का भी जिक्र किया और कई अन्य बातें भी कही।
जारी होंगी पेमेंट सर्विस गाइडलाइंस :
जी हां, आज भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नए वित्त वर्ष (2022-2023) की Monetary Policy की पहली बैठक आयोजित की। इस बैठक में RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि, 'पेमेंट सिस्टम वित्तीय समावेशन को सुविधाजनक बनाने और फाइनेंशियल स्टैबिलिटी को बढ़ावा देने में एक विशेष उत्प्रेरक की भूमिका निभाता है। इन पेमेंट सिस्टम के सेफ्टी और सिक्योरिटी को बनाया रखना RBI का मुख्य उद्देश्य है। इसके लिए रिजर्व बैंक जल्द ही एक गाइडलाइंस जारी करेगा। डिजिटल पेमेंट मोड को अधिक से अधिक अपनाने के साथ यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि पेमेंट सिस्टम के इंफ्रास्ट्रक्चर भी कुशल और प्रभावी हो। इसके साथ ही इनका ट्रेडीशनल और नए जोखिमों को लेकर भी लचीला होना आवश्यक है। विशेष रूप से साइबर सुरक्षा से संबंधित मुद्दे जरूरी हैं।
RBI गवर्नर का कहना :
RBI गवर्नर दास बैठक के बाद जानकारी देते हुए कहा कि, 'पेमेंट सिस्टम को ट्रेडिशनल और उबरते जोखिमों, विशेष रूप से साइबर सिक्योरिटी के मुद्दों को लेकर लचीला बनाना होगा। इसके लिए पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर्स के लिए साइबर सिक्योरिटी को लेकर गाइडलाइंस जारी किए जाने का प्रस्ताव है। पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर्स (PSO) के लिए समान गाइडलाइंस जारी किए जाने का प्रस्ताव है, जिसमें सूचना सुरक्षा जोखिमों और कमजोरियों सहित साइबर सिक्योरिटी जोखिमों की पहचान, मूल्यांकन, निगरानी और प्रबंधन के लिए मजबूत शासन तंत्र शामिल है। इसके लिए जल्द ही निर्देश जारी किए जाएंगे।'
खाद्य तेल की कीमत पर कही यह बात :
शक्तिकांत दास ने खाद्य तेल की कीमत को लेकर कहा कि, खाद्य तेल की कीमतें निकट भविष्य में ऊंचे स्तर पर ही बने रहेंगे। इनकी कीमतों में गिरावट आने की संभावना न के बराबर है। केंद्रीय बैंक एलएएफ कॉरिडोर को 50 bps पर बहाल करेगा, क्योंकि यह पूर्व Covid था। साथ ही FY23 जीडीपी प्रोजेक्शन में कच्चे तेल की कीमतों को 100 डॉलर प्रति बैरल पर आंका है। भारत में 10 साल की बॉन्ड यील्ड बढ़कर 7% हो गई, जो 2019 के बाद सबसे ज्यादा है।
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