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अगले साल आंध्रप्रदेश में शुरू हो जाएगा देश की पहली निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी सोने की खदान से उत्पादन

देश की सबसे बड़ी निजी सोने की खदान डेक्कन गोल्ड माइन्स से अगले साल तक उत्पादन शुरू हो जाएगा। सोने के खदान में पायलट स्केल पर ऑपरेशन शुरू हो चुका है।
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हाईलाइट्स

  • जोन्नागिरी स्वर्ण प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो चुका है। खदान से हर साल होगा 400 किग्रा सोने का खनन

  • देश की सबसे बड़ी निजी सोने की खदान डेक्कन गोल्ड माइन्स से अगले साल तक उत्पादन शुरू हो जाएगा

राज एक्सप्रेस। देश की सबसे बड़ी निजी सोने की खदान डेक्कन गोल्ड माइन्स से अगले साल तक उत्पादन शुरू हो जाएगा। सोने के खदान के शुरू को लेकर डेक्कन गोल्ड माइन्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हनुमा प्रसाद ने बताया कि जोन्नागिरी स्वर्ण परियोजना में पायलट स्केल पर ऑपरेशन शुरू हो चुका है। माना जा रहा है कि अगले साल नवंबर तक खदान में ठीक से उत्पादन शुरू हो जाएगा। यह खदान वर्तमान में प्रति माह एक किलोग्राम सोने का उत्पादन करती है। उत्पादन ठीक से शुरू होने के बाद खदान से हर साल लगभग 750 किलोग्राम सोने का उत्पादन किया जाएगा।

खदान में अब तक 200 करोड़ का निवेश किया गया

डेक्कन गोल्ड माइंस लिमिटेड बांबे स्टाक एक्सचेंज बीएसई पर सूचीबद्ध एकमात्र सोने की खोज करने वाली कंपनी है। डेक्कन गोल्ड माइन्स लिमिटेड (डीजीएमएल) की जियोमिसोर सर्विसेज इंडिया लिमिटेड में 40 फीसदी हिस्सेदारी है। यह कंपनी जोनागिरी में निजी क्षेत्र की पहली सोने की खदान का विकास कर रही है। खदान में अब तक कुल 200 करोड़ का निवेश किया जा चुका है। यह खदान वर्तमान में प्रति माह एक किलोग्राम सोने का उत्पादन करती है। इस खदान की लीज 2013 में दी गई थी। खदान की खोज में लगभग 10 साल तक का समय लग गया।

अगले साल नवंबर तक शुरू होगा खदान से उत्पादन

हनुमा प्रसाद ने बताया कि जोन्नागिरी परियोजना में इस समय निर्माण कार्य चल रहा है। अगले साल अक्टूबर-नवंबर के आसपास इस खदान से उत्पादन शुरू हो जाएगा। अल्टीन टोर गोल्ड परियोजना प्रति वर्ष लगभग 400 किलोग्राम सोने का उत्पादन करेगी। यह सोने की खदान आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में तुग्गली मंडलम के भीतर जोन्नागिरी, एर्रागुडी और पगदिराय गांवों के पास स्थित है। डीजीएमएल की स्थापना 2003 में की गई थी। डीजीएमएल लंबे समय से भारत और विदेशों में सोने की खोज गतिविधियों में शामिल रही है। 2021 से, विस्तार और विविधीकरण के तहत डीजीएमएल ने विलय और अधिग्रहण शुरू किया है।

भारत में हर साल होता है 1.6 टन सोने का उत्पादन

भारत में कई जगहों पर सोने की खदाने हैं, जहां से सोने का खनन किया जाता है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, दुनिया में जब से सोने का खनन शुरू हुआ है तब से अब तक करीब दो लाख टन सोना निकाला जा चुका है। यह जानकारी भी महत्वपूर्ण है कि भारतीय महिलाओं के पास 21 हजार टन सोना है। यह मात्रा दुनिया के टाप 5 बैंकों के पास भी इतना स्वर्ण रिजर्व नहीं है। देश में सोने का सबसे ज्यादा उत्पादन कर्नाटक राज्य में होता है। यहां कोलार एहुट्टी और उटी नामक खानों से भारी मात्रा में सोना निकाला जाता है। इसके अलावा आंध्र प्रदश और झारखण्ड के हीराबुद्दीनी और केंदरुकोचा की खानों से भी सोना निकाला जाता है। इन खदानों से देश मे हर साल लगभग 1.6 टन सोने का उत्पादन 1.6 टन सोने का उत्पादन सोने का उत्पादन होता है। जबकि, पूरी दुनिया में 3 हजार टन सोना निकाला जाता है।

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