राज एक्सप्रेस। इस साल की शुरुआत से ही देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रहीं थीं, अब ऐसा प्रतीत हो रहा है मानों साल के बचे महीनों में भी पेट्रोल-डीजल के नाम पर परेशानी बढ़ने ही वाली है। क्योंकि, साल ख़त्म होने को आया है और पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटने का नाम नहीं ले रही है। बल्कि और उल्टा लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। इन दिनों देश में कोरोना संकट के बादल भले छंटते नजर आ रहे हों, लेकिन पेट्रोल-डीजल की कीमतें एक बार फिर लगातार बढ़ ही रही हैं। क्योंकि, इस महीने की शुरुआत से अब तक 12 दिनों में 10 दिन यह कीमतें बढ़ी ही हैं।
12 दिनों में पेट्रोल-डीजल हुआ इतना महंगा :
दरअसल, लॉकडाउन के बाद से देश पहले ही आर्थिक मंदी से उबरने में लगा है उसपर यह पेट्रोल-डीजल अलग लोगों की परेशानी का कारण बनता नजर आ रहा है। इस साल की शुरुआत से ही पेट्रोल-डीजल की कीमतें जंगल में आग की तरह बढ़ती ही चली जा रही है। हालांकि, बीच के कुछ महीने यह कीमतें हल्की-फुल्की थमी थी, लेकिन अब पहले के दिनों की तरह ही यह कीमतें फिर लागातर बढ़ रही हैं। बता दें, अक्टूबर के शुरूआती 10 दिनों में पेट्रोल की कीमतें 2.80 रुपए और डीजल 3.30 रुपए तक बढ़ चुकी है। हालांकि, आज यानि महीने के बाहरवें दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई इजाफा नहीं हुआ है, लेकिन आज देश के सभी महानगरों में यह कीमतें 100 रूपये प्रति लीटर से ज्यादा ही है।
बड़े शहरों में पेट्रोल की कीमतें :
दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें - 104.44 रुपये प्रति लीटर
मुंबई में पेट्रोल की कीमतें - 110.41 रुपये रुपये प्रति लीटर
चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें - 101.76 रुपये प्रति लीटर
कोलकाता में पेट्रोल की कीमतें - 105.05 रुपये प्रति लीटर
भोपाल में पेट्रोल की कीमतें - 112.96 रुपये प्रति लीटर
बड़े शहरों में डीजल की कीमतें :
दिल्ली में डीजल की कीमतें - 93.17 रुपये प्रति लीटर
मुंबई में डीजल की कीमतें - 101.03 रुपये प्रति लीटर
चेन्नई में डीजल की कीमतें - 97.56 रुपये प्रति लीटर
कोलकाता में डीजल की कीमतें - 96.24 रुपये प्रति लीटर
भोपाल में डीजल की कीमतें - 102.25 रुपये प्रति लीटर
क्यों बढ़ती हैं पेट्रोल-डीजल की कीमतें ?
हर किसी के दिमाग में यह सवाल जरूर उठता है कि, भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार क्यों बढ़ रही हैं। तो आपको बता दें, इसके दो मुख्य कारण हैं,
भारत में ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगने वाला टैक्स
डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी
आपको बता दें कि, भारत में पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स में एक्साइज ड्यूटी, वैट और डीलर कमीशन की कीमत शामिल रहती हैं। इस सबके आधार पर प्रतिदिन 6 बजे पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ती हैं। इसके अलावा ज्ञात हो कि, हर दिन पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें तय की जाती हैं। इस दौरान इन कीमतों में कमी या बढ़ोतरी दोनों हो सकती हैं।
रोज सुबह तय की जाती हैं कीमतें :
पेट्रोल की कीमतें क्रूड ऑइल की कीमतों पर डिपेंड करती हैं। इसका मतलब यह हुआ यदि क्रूड ऑइल की कीमतों में कमी आती है तो ऑटोमेटिक पट्रोल की कीमतों में भी कमी आ जाती है। बता दें कि, पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर दिन सुबह ही तय की जाती हैं, यह कीमतें ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OMC) की कीमतों के आधार पर तय की जाती हैं। पेट्रोल और डीजल की प्रमुख कंपनियां इंडियन ऑयल (IOC), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) है और यह सभी कंपनियां हर दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतें निर्धारित कर देती हैं। निर्धारित की गई कीमतों में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन सब कुछ जुड़ने से यह दोगुनी हो जाती हैं।
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