नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने चौथी तिमाही में किया मजबूत वित्तीय प्रदर्शन
चौथी तिमाही के दौरान इक्विटी बाजार में कारोबार की मात्रा में भी हुई बढ़ोतरी
कैश मार्केट में औसत दैनिक कारोबार 127% की वृद्धि के साथ 1,11,687 करोड़ रहा
इक्विटी फ्यूचर्स और ऑप्शंस में भी क्रमशः 60% और 27% की वृद्धि देखने को मिली
राज एक्सप्रेस । भारतीय पूंजी बाजार के प्रमुख प्लेयर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही (Q4 FY24) में आकर्षक वित्तीय प्रदर्शन किया है। इस दौरान एनएसई की समेकित परिचालन आय 34% की बढ़ोतरी के साथ 4,625 करोड़ रुपये रही है। ट्रेडिंग रेवेन्यू के अलावा, व्यापारिक राजस्व के साथ-साथ डेटा सेंटर और कनेक्टिविटी शुल्क, क्लियरिंग सेवाएं, लिस्टिंग सेवाएं, इंडेक्स सेवाएं और डेटा सेवाओं जैसे अन्य आय स्रोतों से भी एनएसई को चौथी तिमाही में मजबूत सहारा मिला है।
लाभप्रदता के मोर्चे पर भी एनएसई का प्रदर्शन सकारात्मक रहा है। कंपनी ने समेकित आधार पर 2,488 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है, जो सालाना आधार पर 20% की वृद्धि दर्शाता है। शुद्ध लाभ मार्जिन भी समेकित आधार पर 49% रहा है। चौथी तिमाही में एनएसई की अर्निंग प्रति शेयर बढ़कर 50.25 रुपए हो गई, जो 2023 की चौथी तिमाही में 41.72 रही थी। चौथी तिमाही के दौरान इक्विटी बाजार में कारोबार की मात्रा में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। कैश मार्केट में औसत दैनिक कारोबार मात्रा (ADTV) 127% की वृद्धि के साथ 1,11,687 करोड़ के स्तर पर पहुंच गई है।
इक्विटी फ्यूचर्स और इक्विटी ऑप्शंस (प्रीमियम मूल्य) में भी क्रमशः 60% और 27% की वृद्धि देखने को मिली है। आलोच्य तिमाही में NSE का स्टैंडअलोन प्रदर्शन भी उत्साहजनक रहा है। कुल परिचालन आय 25% की वृद्धि के साथ 4,123 करोड़ रुपये दर्ज की गई है। हालांकि, इस दौरान एनएसई के कुल खर्च में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है, जो इस दौरान बढ़कर 1,926 करोड़ रुपये हो गया है। इसमें से लगभग 46% राशि SEBI नियामक शुल्क, कोर सेटलमेंट गारंटी फंड (SGF) में अतिरिक्त योगदान और IPFT में योगदान पर खर्च की गई है।
सेबी की इच्छानुसार कोर सेटलमेंट गारंटी फंड कॉर्पस (कोर एसजीएफ कोष) को 10,000 करोड़ रुपये के स्तर तक बढ़ाने के लिए 2024 में एनएसई ने 1,741 करोड़ रुपये और नेशनल क्लियरिंग लिमिटेड (एनसीएल) ने 1400 करोड़ रुपए का अतिरिक्त योगदान दिया है। 31 मार्च, 2024 तक कोर एसजीएफ कोष 8,819 करोड़ रुपये था। कोर सेटलमेंट गारंटी फंड कॉर्पस को मजबूत करने के लिए NSE और नेशनल क्लियरिंग लिमिटेड (NCL) ने मिलकर 3,141 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। NSE ने, स्टैंडअलोन आधार पर, पिछले साल की इसी तिमाही में 69 फीसदी की तुलना में Q4 के लिए 56% एबिटा मार्जिन अर्जित किया है।
एनएसई ने वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 1,856 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ अर्जित किया है, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 1,810 करोड़ रुपये था। लाभप्रदता की दृष्टि से स्टैंडअलोन आधार पर भी NSE का प्रदर्शन मजबूत रहा है। कंपनी ने 1,856 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। इस तरह एनएसई का शुद्ध स्टैंड अलोन लाभ मार्जिन 42% रहा है। एनएसई के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 24 के लिए 90 रुपए प्रति शेयर (बोनस पूर्व) के लाभांश की सिफारिश की है। इसके भुगतान पर लगभग 4,455 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। बोर्ड ने मौजूदा शेयरधारकों को 4 बोनस शेयर जारी करने का भी प्रस्ताव किया है।
बोनस शेयर जारी करने का प्रस्ताव नियामकीय अनुमोदन के अधीन है। वित्तीय प्रदर्शन के साथ-साथ एनएसई ने सरकार के खजाने में कुल 43,514 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। यह राशि प्रतिभूति लेन-देन कर (एसटीटी)/कैश सेटलमेंट लेन-देन कर (सीटीटी) के रूप में 34,381 करोड़, आयकर के रूप में 3,275 करोड़ रुपए, जीएसटी के रूप में 1,868 करोड़ रुपए और सेबी शुल्क के रूप में 1,157 करोड़ रुपए एकत्र की गई है। एसटीटी के रूप में जुटाई राशि में 34,381 करोड़ रुपये के से 60% कैश मार्केट सेगमेंट से और 40 फीसदी इक्विटी डेरीवेटिव्ज सेगमेंट से आए हैं। 34,381 करोड़ रुपए का एसटीटी कलेक्शन 27,625 करोड़ रुपये के वार्षिक बजट अनुमान से 24.46% अधिक हैं।
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