मूडीज ने एक बार फिर घटाया GDP ग्रोथ के आंकड़ों का अनुमान

मूडीज ने बीते साल दिसंबर में GDP ग्रोथ के आंकड़े के अनुमान को घटाया था। मूडीज ने अब एक बार फिर साल 2020 के लिए GDP ग्रोथ के आंकड़ों का अनुमान घटा दिया है। यहाँ देखिये क्या हैं आंकड़ों के नए अनुमान...
Moody's Reduced GDP Growth Figures
Moody's Reduced GDP Growth FiguresKavita Singh Rathore -RE
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हाइलाइट्स :

  • मूडीज ने एक बार फिर घटाया भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान

  • मूडीज ने चीन की GDP ग्रोथ के आंकड़ों को भी घटाया

  • 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार आने की संभावनाएं

  • मूडीज ने घटाए अनुमान का जिम्मेदार कोरोना वायरस को ठहराया

राज एक्सप्रेस। चीन में तेजी से फेल रहे कोरोना वायरस का असर दुनिया के कोने-कोने में फैल रहा है जिसके चलते कई देशों की अर्थव्यवस्था भी बिगड़ती नजर आ रही है। वहीं, इस वायरस का कुछ असर भारत की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता नजर आ रहा है। इसका अंदाजा तब हुआ जब मूडीज ने GDP ग्रोथ के अनुमान को एक बार फिर घटा दिया। बताते चलें कि, हाल ही में वर्ल्ड बैंक ने भी GDP ग्रोथ के अनुमान को घटाया था इसके अलावा मूडीज ने पहले भी इस अनुमान को घटाया था।

इतना घटाया अनुमान :

साल 2019 के बाद इस साल में भी मूडीज ने GDP ग्रोथ के अनुमान को घटा दिया है। मूडीज द्वारा इस अनुमान को घटा कर 6.6% से 5.4% कर दिया गया है, इतना ही नहीं मूडीज द्वारा 2021 में GDP में होने वाली बढ़त के अनुमान को भी घटा कर 6.7% से 5.8% कर दिया है। मोदी सरकार के लिए मूडीज का अनुमान घटाना किसी झटके से कम नहीं है। जानकारी के लिए बता दें, मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस एक रेटिंग एजेंसी है। जिसका कार्य GDP ग्रोथ के आंकड़ों का अनुमान लगाना है। साल 2020 के लिए भरत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) ग्रोथ के लिए मूडीज द्वारा लगाए गए अनुमान में और कमी देखने को मिली है।

मूडीज का कहना :

मूडीज ने इस अनुमान को घटाने का जिम्मेदार कोरोना वायरस को बताते हुए कहा कि, कोरोना वायरस (नए नाम - Covid-19) के तेजी से फैलते प्रकोप की वजह दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था में सुस्ती आई है और इसी के कारण भारत की GDP ग्रोथ रफ्तार भी धीमी हो सकती है। मूडीज ने आगे कहा कि, यदि भारत में अब किसी भी तरह का कोई सुधार होता है तो इसे किसी उम्मीद से कम नहीं माना जाना चाहिए। हालांकि मूडीज ने हाल में भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने आये वित्तीय आंकड़ों में सुधार होने की उम्मीद जताई है। इस उम्मीद से यह कहना गलत नहीं होगा कि, भारत की अर्थव्यवस्था भविष्य में दोबारा रफ्तार पकड़ सकती है।

2020-21 में सुधार की उम्मीद :

मूडीज ने बताया कि, "साल 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार आने की पूरी संभावनाएं हैं, लेकिन सुधार की गति पहले के अनुमान की तुलना में कम होगी। PMI आंकड़े जैसे संकेतकों में सुधार इस बात का सूचक है कि, अर्थव्यवस्था में स्थिरता आई है। हालांकि, अर्थव्यवस्था में यह रफ़्तार चालू तिमाही में दिखने लगती है, लेकिन रफ्तार की गति पहले की तुलना में कम हुई है।”

चीन की GDP ग्रोथ :

मूडीज ने भारत के साथ ही चीन के GDP ग्रोथ के आंकड़ों के अनुमान को भी घटा दिया। मूडीज ने यह अनुमान इस साल के लिए 5.2% और अगले साल 2021 के लिए 2.4% कर दिया।

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