सिप्‍ला को मंजूरी मिलने से Moderna वैक्‍सीन के लिए खुले भारत आने के दरवाज़े

सिप्‍ला को Moderna वैक्सीन के आयात के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) द्वारा मंजूरी मिल गई है। इस मामले में जानकारी देते हुए सरकार ने मंगलवार को घोषणा की।
सिप्‍ला को मंजूरी मिलने से Moderna वैक्‍सीन के लिए खुले भारत आने के दरवाज़े
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राज एक्सप्रेस। देश में मामलों में गिरावट के साथ कोरोना की जंग अब भी जारी है। फिलहाल इस जंग में कोरोना वैक्सीन ही इकलौती हथियार है। फिलहाल यह कहना गलत नहीं होगा कि, भारत के पास कोरोना की जंग जितने के लिए हथियार के नाम पर दो वैक्सीन है। जी हां, इस साल की शुरुआत में भारतवासियों को एक नहीं बल्कि दो-दो कोरोना वैक्सीन मिल गई थीं। वहीं, अब भारतवासियों को एक और वैक्सीन मिलने वाली है। क्योंकि, भारत द्वारा अमेरिका की मॉर्डना वैक्सीन को आयात के लिए मंजूरी मिल गई है।

मॉर्डना को भी मिली मंजूरी :

वर्तमान समय में भारत में एक नहीं बल्कि दो-दो कोरोना वैक्सीन मौजूद हैं, लेकिन इसके बावजूद भी देश में वैक्सीन की कमी पड़ रही थी। इस तरह की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए अब भारत सरकार ने अमेरिका की कंपनी मॉडर्ना (Moderna) की वैक्‍सीन के लिए भारत आने के दरवाजे खोल दिए हैं। इस बात का तात्पर्य यह है कि, सिप्‍ला को Moderna वैक्सीन के आयात के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) द्वारा मंजूरी मिल गई है। इस मामले में जानकारी देते हुए सरकार ने मंगलवार को घोषणा की।

Moderna को दिया गया न्‍यू ड्रग परमिशन :

बताते चलें, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार की गई पहली वैक्सीन Moderna को न्‍यू ड्रग परमिशन' दिया गया है। आपको जान कर हैरानी होगी कि, यह मंजूरी सीमित उपयोग के लिए ही दी जाती है। इस वैक्सीन के भारत के बाजारों में उतरने के बाद भारत में 4 वैक्सीन हो जाएंगी। हालांकि, भारत में फिलहाल तीसरी वैक्सीन रूस की स्पुतनिक-वी है। जिससे अभी भारत में टीकाकरण शुरू नहीं किया गया है। जबकि, भारत में कोवैक्सीन और कोविशील्ड से टीकाकरण बड़े स्तर पर जारी है।

मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन 94% से ज्यादा प्रभावी :

अमेरिका की कंपनी Moderna ने बताया कि, उनके द्वारा तैयार की गई कोरोना वैक्सीन 94% से ज्यादा प्रभावी है। Moderna कंपनी ने ऐलान कर बताया था कि, 'कंपनी की प्रायोगिक वैक्सीन कोरोना वायरस का खात्मा करने में 94.5% असरदार साबित हुई है। बता दें, कंपनी ने यह प्रतिक्रिया लगभग 30 हजार वालेंटियर्स पर क्लीनिकल ट्रायल पूरा करने के बाद ही दी थी।

नीति आयोग के सदस्‍य ने दी थी जानकारी :

इस मामले में जानकारी देते हुए नीति आयोग के सदस्‍य वीके पॉल ने बताया था कि, 'भारत का दवा नियामक DCGI मॉडर्ना की कोविड वैक्‍सीन के आपात उपयोग को जल्द ही मंजूरी दे सकता है। ये चार वैक्‍सीन (कोवैक्सीन, कोविशील्ड, स्पुतनिक-वी और Moderna) स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पूरी तरह सुरक्षित हैं। वैक्‍सीन का बांझपन से कोई संबंध नहीं है। हालांकि, तब Moderna को दिसंबर में मंजूरी मिलने की बात सामने आई थी।'

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