कर्ज का बोझ कम करने की स्ट्रेटजी का अडाणी पोर्ट्स के शेयर पर दिखा असर, आज के कारोबार में कंपनी ने की रिकवरी

अडाणी पोर्ट्स के शेयर में काफी उतार-चढ़ाव देखने में आ रहा है। समूह ने संकट के बाहर निकलने के लिए प्रयास शुरू किए हैं, जिनके असर अब दिखाई देने लगे हैं।
Port
PortSocial Media
Published on
2 min read

राज एक्सप्रेस। अडाणी समूह की पोर्ट कंपनी अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनामिक जोन के शेयरों में आज काफी उतार-चढ़ाव की स्थिति देखने में आ रही है। अडाणी समूह का यह शेयर इस समय 664.25 रुपए पर 2.85 रुपए या 0.43 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ हरे निशान में ट्रेड कर रहा है। अडाणी समूह की इस प्रमुख कंपनी के शेयरों ने काफी निचले स्तर से वापसी की है, लेकिन अभी भी यह रेड जोन में है। पिछले छह माह की अवधि के हिसाब से देखें तो कंपनी का शेयर 136.95 रुपए या 16.99 रुपए के घाटे में है। अडाणी समूह कंपनी को इस स्थिति से बाहर लाने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहा है।

कर्ज चुकाने 13 करोड़ डॉलर का निकाला टेंडर

महत्वपूर्ण बात यह है कि अडाणी पोर्ट्स के शेयरों में यह उतार-चढ़ाव ऐसे समय में दिख रहा है, जब कंपनी ने अगले साल 2024 में अपने कर्ज के कुछ हिस्से को चुकाने के लिए 13 करोड़ डॉलर का टेंडर निकाला है। अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशनल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने इसकी पुष्टि कर दी है कि इसके बोर्ड ने अगले साल मेच्योर होने वाले आउटस्टैंडिंग सीनियर नोट्स के लिए टेंडर ऑफर को मंजूरी दे दी है। अडाणी समूह का सबसे अधिक करीब 39 फीसदी कर्ज फॉरेन करेंसी बॉन्ड्स के रूप में है। इसके बाद कंपनी ने देश-विदेश के बैंकों से कर्ज लिया है। इस कंपनी का शेयर फिलहाल हरे निशान में ट्रेड कर रहा है, लेिकन पिछले छह माह की अवधि के हिसाब से देखें तो कंपनी का शेयर 136.95 रुपए या 16.99 रुपए के घाटे में है। अडाणी समूह कंपनी को इस स्थिति से बाहर लाने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहा है।

क्यों टेंडर ऑफर लेकर आई अडाणी पोर्ट्स

अडाणी पोर्ट्स ने एक्सचेंज फाइलिंग में टेंडर ऑफर के बारे में जानकारी दी है। इसके मुताबिक टेंडर ऑफर लाने का मकसद कंपनी के नियर टर्म डेट मेच्योरिटीज के कुछ हिस्से को समय से पहले चुकता करना है। इसके अलावा कंपनी की लिक्विडिटी स्थिति बेहतर है, इसे दिखाना भी मकसद है। यह टेंडर ऑफर सफल होने के बाद कंपनी को उम्मीद है कि 52 करोड़ डॉलर के नोट्स आउटस्टैंडिंग बने रहेंगे। अडाणी समूह अपने खुद के जेनेरेट किए हुए फंड्स और सरप्लस कैश के जरिए फॉरेन करेंसी बॉन्ड्स को खरीदने की स्ट्रैटजी पर चल रहा है। इसकी शुरुआत अडाणी पोर्ट्स 65 करोड़ डॉलर के बॉन्ड्स से होगी। इसे अलावा अडाणी समूह की बाकी कंपनियों के भी बॉन्ड्स की वापस खरीदने की संभावनाओं पर विचार हो रहा है। समूह अपनी पूंजी को सही से लगाने के लिए एक योजना बना रहा है ताकि दुनिया भर के निवेशकों का भरोसा कायम रखा जा सके।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com