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अगले सप्ताह आएंगे टीसीएस और इन्फोसिस के तिमाही नतीजे, इन फैक्टर्स से तय होगी शेयर बाजार की चाल

इस हफ्ते 14 अप्रैल को शेयर बाजार बंद रहेगा। औद्योगिक उत्पादन और मुद्रास्फीति के आंकड़े और आईटी कंपनियों के तिमाही नतीजे आने से शेयर बाजार की दिशा तय होगी।
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राज एक्सप्रेस। अनुकूल वैश्विक और घरेलू संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार पिछले कुछ समय से मजबूती में ट्रेड कर रहे हैं। निवेशक उत्साहित हैं और उनकी सक्रियता की वजह से बाजार लगातार ऊपर की ओर गति कर रहा है। पिछले सप्ताह, निफ्टी, बैंक निफ्टी और सेंसेक्स सभी जगह तेजी देखने को मिली थी। पिछले सप्ताह, शेयर बाजार में महावीर जयंती और गुड फ्राइडे की वजह से केवल तीन दिन ही काम हो सका था। इस सप्ताह 14 अप्रैल दिन शुक्रवार को डा. भीमराव आंबेडकर जयंती होने की वजह से ट्रेडिंग नहीं होगी। शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि औद्योगिक उत्पादन और मुद्रास्फीति के आंकड़े, आईटी कंपनियों के तिमाही नतीजे और वैश्विक रुख से अगले दिनों में शेयर बाजार की दिशा तय होगी।

इसी हफ्ते आएंगे टीसीएस, इन्फोसिस, एचडीएफसी के नतीजे

इस सप्ताह आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनियों टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस के तिमाही नतीजे आने वाले हैं। दुनियाभर में मंदी को लेकर चिंता के बीच बाजार की निगाह मैनेजमेंट की टिप्पणियों पर रहेगी। टीसीएस के तिमाही नतीजे बुधवार को और इन्फोसिस के गुरुवार को आएंगे। शनिवार को एचडीएफसी बैंक के तिमाही नतीजे जारी होंगे। हाल के दिनों में वैश्विक मोर्चे पर स्थिरता की वजह से भारतीय शेयर बाजार में दबाव कुछ कम हुआ है और बाजार में तेजी का रुख देखने में आ रहा है। लेकिन निवेशकों की यह सक्रियता कितने दिन तक जारी रहेगी। इसको लेकर बाजार विशेषज्ञ गणना लगाने में लगे हुए हैं। माना जा रहा है कि इस सप्ताह टीसीएस, इंफोसिस और एचडीएफसी के तिमाही नतीजों के परिणाम अपनी-अपनी सामर्थ्य के अनुसार शेयर बाजार के कारोबार को प्रभावित करेंगे। यही वजह है सभी की निगाहें इन तिमाही नतीजों पर लग गई हैं।

बुधवार को आएंगे सीपीआई आधारित महंगाई के आंकड़े

महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी को मार्च में राहत मिलने की उम्मीद है। मार्च के सीपीआई आधारित महंगाई के आंकड़े बुधवार को आने वाले हैं। वहीं, मार्च का थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई का आंकड़ा शुक्रवार को जारी होगा। मार्च में सीपीआई आधारित महंगाई 6 फीसदी के स्तर से कम होने की उम्मीद है। फरवरी में खुदरा महंगाई की दर में गिरावट आई थी और यह 6.44 फीसदी रही, जबकि जनवरी में यह 6.52 फीसदी थी। वहीं, मार्च में कोर इन्फ्लेशन 5.9-6 फीसदी के आसपास रहने की संभावना है। सीपीआई इन्फ्लेशन के अलावा फरवरी के लिए औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी जारी होंगे।

12 अप्रैल को जारी होंगे अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े

वैश्विक मोर्चे पर 12 अप्रैल को अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होंगे। इसके साथ ही फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के ब्योरे की घोषणा भी होनी है। कुल मिलाकर, मुद्रास्फीति पिछले माह में 6 प्रतिशत के मुकाबले मार्च में लगभग 5.3 फीसदी तक कम होने की उम्मीद है। वहीं, कोर ट्रेडिंग इकोनॉमिक्स पर उपलब्ध पूर्वानुमान के अनुसार कोर इन्फ्लेशन के लगभग 5.5 फीसदी पर स्थिर रहने की संभावना है। फरवरी में मुद्रास्फीति 6.4 प्रतिशत से घटकर 6 प्रतिशत हो गई थी। फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के ब्योरे की घोषणा इस सप्ताह होनी है, जिसका वैश्विक बाजार पर असर देखने को मिल सकता है।

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