हाइलाइट्स –
रूस-यूक्रेन संघर्ष और बाजार
मॉर्गन स्टेनली वेल्थ मैनेजमेंट ने रखी राय
हफ्तों तक बाजार रिस्क-ऑफ मोड में रहेगा
राज एक्सप्रेस। मॉर्गन स्टेनली वेल्थ मैनेजमेंट (Morgan Stanley Wealth Management) सीआईओ लिसा शैलेट (CIO Lisa Shalett) ने कहा कि; रूस-यूक्रेन संघर्ष हफ्तों तक बाजार को रिस्क-ऑफ मोड में रखेगा।
उन्होंने कहा कि; तेजी से बदलती स्थिति के परिणामस्वरूप अक्सर जोखिम वाली संपत्तियां बाहर निकल जाती हैं, लेकिन दीर्घकाल के लिए यह एक अच्छी रणनीति नहीं कही जा सकती है।
सप्ताह के बढ़ते तनाव के बाद रूस (Russia) द्वारा यूक्रेन (Ukraine) पर आक्रमण करने के बाद इस सप्ताह वित्तीय बाजारों में हलचल देखी गई है। अस्थिरता बढ़ गई है और निवेशक समझ नहीं पा रहे हैं कि; उनके पोर्टफोलियो के लिए इसका क्या मतलब है।
वर्ल्ड वार टू के बाद -
रूस ने द्वितीय विश्व युद्ध (World War II) के बाद इस क्षेत्र में सबसे बड़ा सैन्य अभियान चलाया है। इसमें रूस के सैनिक यूक्रेन के चारों ओर बड़ी संख्या में जमा होकर सैन्य कार्रवाई कर रहे हैं। अमेरिका के अनुमान के अनुसार 1 लाख 90 हजार रूसी सैनिक यूक्रेन एवं उसके आस-पास जमा हैं।
पुतिन की घोषणा -
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने गुरुवार को यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर हमले को अधिकृत किया था। इसके बाद के घंटों/दिनों में, यूक्रेन के आसपास के शहरों में विस्फोट हुए, जो पिछले संघर्ष क्षेत्र से सैकड़ों मील दूर थे। यूक्रेनी अधिकारियों ने रूस के साथ अपनी सीमाओं पर लड़ाई और दर्जनों हताहतों की सूचना दी है।
बाजार पर दबाव -
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बिगड़ी राजनीतिक स्थितियों के कारण स्टॉक मार्केट भी हिचकोले खाता रहा। कभी शेयर बाजार गिरा, तो फिर चढ़ा भी और अब शेयर बाजार पर रूस बनाम पश्चिम देशों के टकराव के खतरे का भी दबाव है।
जबकि 2014 के अंत के बाद इस बीच पहली बार तेल 100 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचा। वैश्विक आपूर्ति पर प्रभाव के बारे में चिंता इस बात की भी है कि प्रमुख क्रूड उत्पादक रूस निर्यात के बारे में अब आगे क्या कदम उठाता है।
मॉर्गन स्टेनली की राय -
मॉर्गन स्टेनली वेल्थ मैनेजमेंट (Morgan Stanley Wealth Management) की मुख्य निवेश अधिकारी लिसा शैलेट (Lisa Shalett) का मानना है कि हालांकि यूक्रेन (Ukraine) में क्या जमीनी स्थिति निर्मित होती है, यह शुरुआती झटके के बाद सामान्य रूप से व्यापार में तेजी से लौटने वाले बाजारों की बात नहीं होगी।
बिजनेस इनसाइडर (businessinsider) की रिपोर्ट के अनुसार शैलेट ने सप्ताह की शुरुआत में एक साक्षात्कार में अंदरूनी सूत्र को इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि; मॉर्गन स्टेनली बाजारों के प्रति सतर्क बनी हुई है।
निवेश रुझान -
गुरुवार को तड़के पुतिन की सैन्य कार्रवाई की अधिकृत घोषणा के बाद निवेशकों के रुझान में भी बदलाव आया है। अब निवेशक स्टॉक और क्रिप्टो जैसी जोखिम वाली संपत्तियों को छोड़ कर सोना, सरकारी बॉन्ड और डॉलर की सुरक्षा में रुझान दर्शा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि; यह वह विशिष्ट प्लेबुक है जो इस माहौल में आदर्श हो जाती है, जब निवेशक उच्च बीटा, उच्च विकास स्टॉक, जैसे प्रौद्योगिकी शेयर बेचते हैं, और सोना और बांड जैसी रक्षात्मक संपत्ति खरीदते हैं। लेकिन उत्प्रेरक के तेजी से बदलते सेट का जवाब देना एक अच्छी दीर्घकालिक रणनीति नहीं है।
शैलेट ने कहा कि; "रूस-यूक्रेन में स्थिति पूरी तरह से तेजी से बदल रही है। लोग पोर्टफोलियो को जोखिम से मुक्त कर रहे हैं। लेकिन यह ऐसा कुछ नहीं है जिसे आप पोर्टफोलियो परिसंपत्ति आवंटन या पोर्टफोलियो निर्माण निर्णय को आधार बना सकते हैं।"
उन्होंने कहा; "लंबी अवधि के निवेश के संदर्भ में, एक पूर्ण विकसित युद्ध से कम कुछ भी अल्पकालिक होने की संभावना है, जो कि हमारे ग्राहक करने प्रवृत्त होते हैं।"
"और इसलिए यह सटीक प्रकार की चीज है कि हम उन्हें व्यापार करने की कोशिश और प्रतिक्रिया न करने के लिए के लिए प्रोत्साहित करते हैं, क्योंकि हमेशा, आप इसे गलत करने जा रहे हैं।"
रूस के बैंकों पर नकेल -
रूस के बैंक कारोबार पर पश्चिमी मुल्कों ने नकेल कसी तो रूस ने भी विदेशी निवेशकों की संपत्ति जब्त करने की राह खोज ली है। बाजार विश्लेषकों की राय के मुताबिक यह सारा झगड़ा कच्चे तेल के अकूत भंडार से जुड़ा है जिस पर रूस और पश्चिमी देशों के बीच अब खींचतान जारी है।
एक राय यह भी है कि; इराक, अफगानिस्तान के बाद अमेरिका नाटो के जरिए यूरोप में प्रवेश की जुगत भिड़ा रहा है। यूक्रेन इस एंट्री के लिए अमेरिका का मोहरा बताया जा रहा है। रूस को इस बात से गुरेज है और इसलिए उसने यूक्रेन पर चढ़ाई करके पश्चिमी मुल्कों को एक तरह से आगाह करने की कोशिश की है कि वह यूरोप को अफगान की जमीन न समझे।
युद्ध के खूनी और घातक परिणाम जो भी हों फिलहाल इसके शुरुआती रिजल्ट से जुड़े रुझान शेयर बाजारों की हालत से मिल ही चुके हैं।
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डिस्क्लेमर – आर्टिकल मीडिया एवं एजेंसी रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसमें शीर्षक-उप शीर्षक और संबंधित अतिरिक्त जानकारी जोड़ी गई हैं। इसमें प्रकाशित तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।
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