राज एक्सप्रेस। हर व्यक्ति अपने रिटायरमेंट के लिए इन्वेस्टमेंट करता है ताकि उसे बुढ़ापे में किसी के आगे हाथ न फैलाना पड़े। हालांकि जमा होने वाले फंड से रिटायर्ड लाइफ को जीने के साथ ही उस फंड पर भी बेहतर रिटर्न पाना बड़ी चुनौती होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि कोई भी व्यक्ति अपनी उम्र भर की पूँजी को ऐसी जगह इन्वेस्ट करना पसंद नहीं करता है, जहां उनकी पूंजी डूबने का रिस्क न हो।
इसलिए ज्यादातर लोग अपना पैसा एफडी में रखना ही सुरक्षित मानते हैं बावजूद इसके कि उन्हें उस पर महँगाई के अनुपात में बहुत थोड़ा रिटर्न मिलता है या फिर वह उससे भी कम होता है। पिछले कुछ सालों में तो सीनियर सिटिजंस के लिए बैंक्स एफडी पर सिर्फ 5 से 5.50 प्रतिशत ब्याज दे रहे हैं, जो बहुत ही कम है। ऐसे में फंडस् को ऐसी जगह निवेश करना जहां कम से कम जोखिम के साथ अधिकतम रिटर्न मिल सके इसे नीचे दिए तरीके से सुनिश्चित किया जा सकता है।
सबसे पहले अपने रिटायरमेंट फंड को तीन बकेट्स या हिस्सों में बांट दें :
इन बकेट को पहले पांच साल के लिए, फिर अगले पांच से दस साल के लिए और फिर उसके बाद की आय के लिए निवेश करना चाहिए।
पहले पांच वर्षों के लिए सुरक्षित स्थानों में निवेश करना जरूरी है। इनमें वरिष्ठ नागरिक बचत योजनाएं (एससीएसएस) और प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (पीएमवीवीवाई) शामिल हैं। PMVVY हर महीने निवेश किए गए फंड पर इंटरेस्ट देता है, जबकि SCSS हर तीन महीने में ब्याज का भुगतान करता है। इन दोनों ही स्कीम्स में इन्वेस्ट करके आप 7.4 प्रतिशत का रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं, जो इस समय एफडी से मिलने वाले रिटर्न से कहीं ज्यादा बेहतर है।
अगले पांच से दस वर्षों के लिए इनकम जनरेट करने के लिए फिक्स्ड इनकम असेट्स में इन्वेस्ट किया जा सकता है, इस तरह के इन्वेस्टमेंट्स 5 या 5 साल से ज्यादा समय के बाद मिच्योर होते हैं, लेकिन इनसे मिलने वाला रिटर्न ज्यादा होता है। एनएससी और लंबी अवधि के बॉन्ड के अलावा, कुछ हिस्सा इक्विटी फंड और इंडेक्स ईटीएफ में भी निवेश किया जा सकता है।
चूँकि 10 साल या उससे अधिक समय निवेश के लिए पर्याप्त होता है, इसलिए इस लंबी अवधि के लिए आपको अपने रिटायरमेंट फंड के तीसरे बकेट को इक्विटी में निवेश करना चाहिए। हालांकि यह अन्य निवेश साधनों से रिस्की है, लेकिन शेयर बाजार में लंबी अवधि के लिए ब्लू चिप कंपनियों में निवेश करना हमेशा से फायदेमंद रहा है।
जो लोग ज्यादा जोखिम नहीं लेना चाहते उनके लिए लार्ज कैप या इंडेक्स फंड में इन्वेस्ट कर सकते हैं। इसके विपरीत, जो लोग जोखिम लेना चाहते हैं, वे मिडकैप और फ्लेक्सीकैप फंड्स में भी निवेश कर सकते हैं। समय और परिस्थिति अनुसार आप अपने पोर्टफोलियो में विशेषज्ञों की सलाह से बदलाव भी कर सकते हैं।
यहांबताई गई बातें सिर्फ जानकारी के लिए हैं, किसी भी तरह के निवेश के लिए सेबी रजिस्टर्ड वैल्थ मैनेजर से सलाह अवश्य लें।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।