निवेशकों ने सैम ऑल्टमैन को हटाने के फैसले को पलटने के लिए ओपेनएआई बोर्ड पर बढ़ाया दबाव
हाईलाइट्स
टाइग्रिस कोड नेम वाले प्रोजेक्ट की फंडिंग के लिए सैम ने की थी मध्य पूर्व की यात्रा।
उन्होंने एआई-फोकस्ड चिप कंपनी के प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने का शुरू किया था काम।
चिप वेंचर अब तक आकार नहीं ले सका, जब सैम गए तब शुरूआती चरण में था प्रोजेक्ट।
राज एक्सप्रेस। ओपेनएआई सूत्रों के अनुसार कंपनी के पूर्व सीईओ सैम ऑल्टमैन बर्खास्तगी से पहले से एक नए चिप वेंचर के लिए कुछ बड़े निवेशकों से अरबों डॉलर जुटाने का प्रयास कर रहे थे। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से कहा कि ऑल्टमैन ने कुछ दिन पहले ही टाइग्रिस कोड नेम वाले प्रोजेक्ट के लिए फंड जुटाने के लिए मध्य पूर्व की यात्रा की थी। उन्होंने एक एआई-फोकस्ड चिप कंपनी बनाने की योजना बनाई थी, सेमीकंडक्टर का उत्पादन करे और एनविडिया कारपोरेशन को टक्कर देने की स्थिति में हो।
उल्लेखनीय है कि सैम ऑल्टमैन को हटाने के फैसले पर ओपेनएआई बोर्ड को तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। ओपेनएआई के निवेशक, सैम ऑल्टमैन को सीईओ और डायरेक्टर पद से हटाने के फैसले को पलटने के लिए कंपनी बोर्ड पर दबाव डाल रहे हैं। वर्तमान में एआई टास्क्स के लिए बाजार में एनविडिया कारपोरेशन का दबदबा है। ऑल्टमैन का चिप वेंचर अभी तक आकार नहीं ले सका है। निवेशकों के साथ की जा रही बातचीत अभी शुरुआती चरण में है।
ऑल्टमैन एक एआई-फोकस्ड हार्डवेयर डिवाइस के विकास के लिए जरूरी धन जुटाने पर भी विचार किया जा रहा है। एआई-फोकस्ड हार्डवेयर डिवाइस को एप्पल के पूर्व डिजाइन प्रमुख जॉनी इवे के साथ मिलकर विकसित किया जा रहा है। कहा जाता है कि ऑल्टमैन ने इन वेंचर्स के लिए जरूरी धन जुटाने के लिए सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प, सऊदी अरब के पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड, मुबाडाला इनवेस्टमेंट कंपनी और कुछ अन्य के साथ बातचीत शुरू की थी।
इन प्रोजेक्टों पर काफी खर्च होने वाला था। इस लिए ऑल्टमैन ने इनके लिए धन जुटाने की कोशिश शुरू की थी। यह ओपेनएआई की महत्वपूर्ण परियोजना का हिस्सा था। ओपनएआई, थ्राइव कैपिटल के नेतृत्व में एक टेंडर ऑफर को अंतिम रूप देने के लिए काम कर रही है, जो कर्मचारियों को 86 अरब डॉलर की वैल्यूएशन पर अपने शेयर बेचने की अनुमति देगा। कंपनी से जुड़े एक व्यक्ति के अनुसार सॉफ्टबैंक और अन्य के इस सौदे का हिस्सा बनने की उम्मीद थी, लेकिन बाद में उन्होंने इस मसौदे को वेटलिस्ट में डाल दिया है।
माना जा रहा है कि सैम आल्टमैन की विदाई से कंपनी का 86 अरब डॉलर की शेयर सेल भी बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। ओपनएआई की सबसे बड़ी निवेशक माइक्रोसॉफ्ट अभी भी सैम आल्टमैन के संपर्क में है और कंपनी ने आल्टमैन को पूरा समर्थन देने की बात कही है। ऐसी खबरें हैं कि अगर सैम आल्टमैन की ओपनएआई में वापसी होती है, तो माइक्रोसॉफ्ट भी ओपनएआई के बोर्ड में शामिल हो सकती है।
माइक्रोसॉफ्ट या तो ओपनएआई की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल हो सकती है या फिर बोर्ड ऑब्जर्वर बन सकती है। उन्होंने बताया कि अंतरिम रूप से ऑल्टमैन ने निवेशकों से उनके नए वेंचर्स पर विचार करने का आग्रह किया था। ओपेनएआई बोर्ड ने 17 नवंबर को को-फाउंडर और सीईओ सैम ऑल्टमैन को अचानक नौकरी से निकाल दिया। ओपेनएआई का कहना है कि उसे ऑल्टमैन की काबिलियत पर भरोसा नहीं रहा कि वह कंपनी को आगे लेकर जा पाएंगे।
इसके बाद ही ऑल्टमैन को गूगल मीट पर पद छोड़ने को कहा गया। उनकी जगह चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (सीटीओ) मीरा मुराती को अंतरिम सीईओ बनाया गया है। ऑल्टमैन की बर्खास्तगी के कुछ ही घंटों के अंदर तीन सीनियर ओपेनएआई रिसर्चर- जैकब पचॉकी, अलेक्जेंडर मैड्री और सिजमन सिदोर ने भी कथित तौर पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसी क्रम में ओपेनएआई के सहसंस्थापक और अध्यक्ष ग्रेग ब्रॉकमैन ने भी इस्तीफा दे दिया है।
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